फोकस साहित्य

प्यार का इज़हार

बचपन से लेकर शादी होने तक नीरजा ने मन मे बस एक ही सपना देखा था कि कोई सपनो का राजकुमार घोड़े पर सवार हो कर आएगा और उसे किन्ही हसीन...

प्यार: रिश्तों में जुड़ाव या अनदेखी जकड़न

हमेशा अपने मन को अपने में ही समेटे रहने वाली मैं उसका साथ पाकर किसी चिड़िया जैसा महसूस करने लगी थी जिसने अभी अभी उड़ान भरना सीखा हो।...

लघु कविता: ओढ़ ली चुनर,जिम्मेदारियों वाली

एक नई नवेली दुल्हन के मनोभावों को व्यक्त करती प्रतिभा सिंह की ये कविता, पढ़िएगा जरूर

लघुकथा: रॉन्ग नंबर, कभी कभी सही जगह भी लग जाता है

मनजीत जी की निगाहें अपनी पत्नी उर्मिला के चेहरे पर टिकी रही लेकिन उर्मिला आगे बताने लगी..

लघुकथा: बेटी का त्याग

सोचते सोचते उसने एक बड़ा निर्णय लिया और सोने की कोशिश करने लगी। नींद उससे कोसों दूर जा चुकी थी….

Karwa chauth special: वापसी करवाचौथ की

करवाचौथ और राजीव याद आ रहे थे, उसे याद आया उसके पहले करवाचौथ पर राजीव उसे मैटिनी शो में विवाह फ़िल्म दिखा कर लाया था, उसने ऑफिस से...

असमंजस: प्यार या फर्ज किसे चुनेगी संध्या

मेरा मन इस बात की गवाही नहीं दे रहा था कि मैं अपने माता पिता को कैसे उनके हाल पर छोड़ कर सात समुंदर पार चली जाऊं। अभी तक तो…...

नवरात्रि स्पेशल : कन्या पूजन में ये कैसा गिफ्ट

नैना हाथों में एल बड़ी से नीली रंग की बैग लिए बैठक में आ गयी और एक-एक करके सभी कन्याओं को गिफ़्ट देने लगी। सासु माँ ने कन्याओं के...

ईर्ष्या का जहर

अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद जब आंचल नौकरी के लिए हाथ पैर मार रही थी तो अभिनव ने सुझाव दिया कि उसी के क्लीनिक में साथ वाले कमरे में...

पश्चाताप 

प्रभा ,भाभी की सास बनने का भी प्रयत्न करती रहती थी। भाभी सवेरे से उठकर सुबह का नाश्ता, दोपहर तथा रात का खाना इत्यादि सभी काम करती...

लघु कथा: ये कैसी किस्मत

किस्मत से कम और किस्मत से ज्यादा कभी किसी को नहीं मिलता..

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