Relationship : ऐसे भावनात्मक रूप से मजबूत करें रिश्ता, आसानी से कटेगी पूरी जिंदगी

शादी के बाद जिंदगी को आसान बनाने के लिए पति-पत्नी के रिश्ते को भावनात्मक रूप से मजबूत होना बेहद जरुरी है। शादी के बाद चीजें बदल जाती हैं। शादी के बाद आ रहे बदलाव से निपटने के लिए पति-पत्नी के रिश्ते का भावनात्मक रूप से मजबूत होना बेहद ही जरुरी है...

Relationship : ऐसे भावनात्मक रूप से मजबूत करें रिश्ता, आसानी से कटेगी पूरी जिंदगी

फीचर्स डेस्क। शादी के शुरुआती साल कई मायनों में पति-पत्नी के लिए अहम होते हैं। ये आने वाले समय में उनके रिश्ते की मजबूती की नीव रखते हैं। इसलिए शुरुआत के पहले एक-दो सालों में पति-पत्नी को अपने वैवाहिक रिश्ते पर ध्यान देना बेहद जरुरी है। शादी के बाद जिंदगी कई बड़े बदलावों से गुजरती है। ये बदलाव भावनात्मक रूप से पति-पत्नी का इम्तिहान लेते हैं। इसलिए शादी के बाद जिंदगी को आसान बनाने के लिए पति-पत्नी के रिश्ते को भावनात्मक रूप से मजबूत होना बेहद जरुरी है। आप अपने पार्टनर को पहले या बाद से जानते हों या नहीं, इस बात से ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है क्योंकि शादी के बाद चीजें बदल जाती हैं। शादी के बाद आ रहे बदलाव से निपटने के लिए पति-पत्नी के रिश्ते का भावनात्मक रूप से मजबूत होना बेहद ही जरुरी है और इसके लिए समय, धैर्य और प्रयास की आवश्यकता होती है। नीचे कुछ टिप्स बताई गयी हैं, जिनकी मदद से आपको रिश्ते की भावनात्मक नींव मजबूत करने में मदद मिलेगी।

बातचीत पहला और सबसे जरुरी पड़ाव

वैवाहिक रिश्ते की मजबूती पति-पत्नी के संचार पर आधारित होती है। अगर दोनों के बीच आपसी बातचीत खुली और ईमानदार है तो रिश्ता मजबूती के साथ आगे बढ़ता है। संचार पति-पत्नी के बीच समझ और विश्वास को बढ़ावा देता है। इसलिए अपने पार्टनर के साथ अपनी भावनाओं, विचारों और चिंताओं पर जरूर बात करें।

साथ में समय बिताएं और यादें बनाएं

शादी के शुरुआत दो साल एक-दूसरे जानने के लिए होते हैं, इसलिए इस दौरान का ज्यादा से ज्यादा समय एक-दूसरे के साथ बिताएं। एक-दूसरे को स्पेशल महसूस करवाने के लिए मूवी-नाईट या डिनर प्लान करें। इतना टाइम नहीं मिल रहा है तो पार्क में साथ टहलने जा सकते हैं। ये सारी चीजें रिश्ते को बेहतर बनाती हैं।

धैर्य से काम लें और रिश्ते को समय दें

पति और पत्नी दो अलग लोग हैं तो स्वाभविक हैं कि दोनों की पसंद और सोच भी एक-दूसरे से अलग होगी। एक-दूसरे की पसंद और नापसंद को पहचानने में समय लगता है, इसलिए इस दौरान धैर्य से काम लेना बेहद जरुरी है। इसके अलावा समस्याओं का सामना करने के लिए भी पति-पत्नी को धैर्य और समझ की जरूरत पड़ती है।