डेंगू में पपीता के पत्ते, गिलोय और बकरी का दूध नुकसानदायक? आयुर्वेदिक डॉक्टर से जानें जरूरी बातें

डेंगू में लोगों का प्लेटलेट काउंट कम होने लगता है, जिसे बढ़ाने के लिए पपीता के पत्तों का रस, गिलोय और बकरी का दूध पीने की सलाह दी जाती है। अधिकतर लोग ऐसा करते हैं, लेकिन क्या यह सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है? इस बारे में सच्चाई जान लीजिए...

डेंगू में पपीता के पत्ते, गिलोय और बकरी का दूध नुकसानदायक? आयुर्वेदिक डॉक्टर से जानें जरूरी बातें

हेल्थ डेस्क। भारत के कई राज्यों में इस वक्त डेंगू तेजी से पैर पसार रहा है। बड़ी संख्या में लोग इस खतरनाक बुखार की चपेट में आ रहे हैं।  बरसात के मौसम में मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है और हर साल सितंबर-अक्टूबर के महीने में डेंगू जमकर कहर बरपाता है। कई लोग डेंगू की वजह से अपनी जान भी गंवा देते हैं। डेंगू एक वायरल संक्रमण होता है, जो वायरस से संक्रमित एडीज एजेप्टी मच्छर के काटने से फैलता है। डेंगू होने पर तेज बुखार और बॉडी पेन के अलावा प्लेटलेट काउंट में कमी होने लगती है। इससे अत्यधिक कमजोरी आने लगती है।  डेंगू के मरीजों को दवा के साथ पपीते के पत्तों का जूस, गिलोय का काढ़ा और बकरी का दूध पीने की सलाह दी जाती है, ताकि जल्द रिकवरी हो सके। इन देसी नुस्खों को सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है। अब सवाल उठता है कि क्या इन नुस्खों से डेंगू के मरीजों को नुकसान भी हो सकता है? चलिए आयुर्वेदिक डॉक्टर से जान लेते हैं...

यूपी के अलीगढ़ आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सरोज गौतम के मुताबिक डेंगू बुखार हमारे शरीर की इम्यूनिटी पर बुरा असर डालता है और व्हाइट ब्लड सेल्स (WBC) की संख्या तेजी से कम कर देता है। इससे प्लेटलेट काउंट धड़ाम से गिर जाता है। खून में प्लेटलेट्स की कमी होने से शरीर में रक्तस्राव यानी ब्लीडिंग होने का खतरा बढ़ जाता है। डेंगू का सही समय पर इलाज न कराया जाए, तो यह मौत की वजह बन सकता है। डेंगू में शरीर की इम्यूनिटी को बूस्ट करने के लिए पपीते के पत्तों का अर्क, गिलोय का काढ़ा और बकरी का दूध पीना फायदेमंद माना जाता है। इन चीजों को आयुर्वेद में डेंगू के लिए वरदान माना गया है। इन चीजों का सेवन करने से प्लेटलेट काउंट तेजी से बढ़ता है और शरीर की कमजोर दूर होने लगती है। हालांकि ये चीजें दवा नहीं होती हैं, बल्कि दवा के साथ मिलकर शरीर को बेहतर बनाने में मदद करती हैं। ऐसे में डेंगू के मरीजों को प्रॉपर इलाज के साथ इन चीजों का सेवन करना चाहिए।

कई लोग मानते हैं कि पपीते के पत्तों का अर्क, बकरी का दूध और गिलोय डेंगू के मरीजों के लिवर को नुकसान पहुंचा सकता है। इस बारे में डॉ. सरोज गौतम कहती हैं कि इन तीनों चीजों का सेवन लिवर के लिए नुकसानदायक नहीं होता है। आयुर्वेद के अनुसार गिलोय लिवर के लिए अच्छा काम करता है और शरीर की इम्यूनिटी बूस्ट करता है। बकरी का दूध हल्का होता है और डाइजेशन के लिए अच्छा माना जाता है। इसमें तमाम पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर को मजबूती प्रदान करते हैं। ट्यूबर क्लोसिस यानी टीबी की बीमारी से जूझ रहे लोगों के लिए बकरी का दूध रामबाण है। पपीते के पत्तों की बात की जाए, तो ये पत्ते औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं और इनके अर्क का सेवन करने से पेट की कई समस्याएं दूर होती हैं और प्लेटलेट्स बढ़ाने में मदद मिल सकती है। हालांकि इनका सेवन कम मात्रा में करना चाहिए। अत्यधिक मात्रा में इनका सेवन करने से पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।