Women's Day Special :आशा,ऊर्जा और प्रेरणा की स्रोत हैं बिज़नेस आइकॉन मंजरी पांडेय

लखनऊ की वीमेन बिज़नेस टायकून मंजरी पांडेय का सफर , सक्सेस मंत्रा और चैलेंजेज के बारे में जानने के लिए पढ़े पूरा आर्टिकल

Women's Day Special :आशा,ऊर्जा और प्रेरणा की स्रोत हैं बिज़नेस आइकॉन मंजरी पांडेय

फीचर्स डेस्क। मंजरी पांडेय आज लखनऊ का एक जाना नाम है।  ये पहचान उन्होंने खुद अपने बलबूते बनाई है। मंजरी इंस्टिट्यूट ऑफ़ म्यूजिक एंड फाइन आर्ट्स की अपार  सफलता के बाद मंजरी जी ने रुख किया है बुनकरों और हाथ का काम करने वाली महिलाओ की ओर , उनके अपने  ब्रांड Mfab ने बहुत ही कम समय में बाजार में एक नयी पहचान बना ली है। आज वो हज़ारों महिलाओं को ना सिर्फ अपने पैरों पैर खड़े होने में मदद कर रही है बल्कि उनके सपनो को पंख भी दे रही है। फोकस हर लाइफ की टीम ने उनसे बात की और जाने कई अनछुए पहले , आइये पढ़ते हैं इसी बात चीत के कुछ प्रमुख अंश 

शुरुवात कैसे हुई 

मंजरी जी का जन्म वाराणसी की एक संपन्न बिज़नेस फॅमिली में हुआ पर इनके माता पिता जी ने इनको ऐशो आराम की जिंदगी ना दे कर जमीन से जुड़ना सिखाया।  मंजरी जी अपनी माँ और दादी से काफी प्रभावित हुई , ये दोनों ही हमेशा नयी नयी चीज़े सीखने को प्रेरित करती रही और जीवन  में अनुशाशन का महत्त्व बताया।  जो आगे चल कर इनका सक्सेस मंत्रा भी बना। मंजरी जी बताती है की ये हमेशा परदे के पीछे रहना पसंद करती थी और बहुत ही शाय नेचर की थी। 

मैनजमेंट स्किल्स की धनी

मंजरी जी बताती हैं कि बचपन से ही इन्हे पीछे से चीज़ों को मैनेज करना बड़ा पसंद था , छोटे भाई बहनो की बर्थडे पार्टी का जिम्मा ये 13 -14 साल की उम्र से ही लेने लगी थी , गेस्ट लिस्ट से ले कर मेनू , डेकोरशन सब यही प्लान करती थी और वो भी एक दम परफेक्ट तरीके से।

डिजाइनिंग के शौक ने बचपन में पंख पसारे

कपडे डिज़ाइन करने का शौक बचपन से था , बचपन से ही फिल्मो से इंस्पायर हो कर पेपर पर कटाई कर कर अपने लिए फ्रॉक बनाई और हमेशा यही चाहा की अपने डिज़ाइन किये हुए कपडे ही पह्नु। इन्होने अपनी शादी का लेहंगा भी खुद ही डिज़ाइन किया था वो भी बिना किसी प्रोफेशनल डिग्री के, शादी के बाद सभी के प्रोत्साहन पर इन्होने फैशन डिजाइनिंग का कोर्स भी किया। 

वन ज़िप साडी का अविष्कार

मंजरी जी ने साल 2000 में वन ज़िप साडी का अविष्कार किया था।  ये कम्प्लीटली इनके दिमाग की उपज थी क्यों की उस समय तो यूट्यूब, पिंटरेस्ट आदि नहीं होते जिनसे इंस्पिरेशन ली जा सकते। वन ज़िप साडी ने फैशन की दुनिया में सनसनी मचा दी थी। इसको बहुत सराहना मिली। ऐसा कोई मीडिया हाउस नहीं था जिस ने मंजरी जी की इस डिज़ाइन को कवर नहीं किया हो। इसके बाद इन्होने एक बुटीक भी शुरू करा हलाकि पारिवारिक जिम्मेदारियों के चलते वो लम्बा नहीं चल सका। 

टर्निंग पॉइंट

30 साल की उम्र में एक बार मंजरी जी को फॅमिली फंक्शन में  डांस ना आने की वजह से थोड़ा ऑकवर्ड फील हुआ तब इन्होने ठान लिया की मै  भी डांस सीखूंगी।  फिर भरत नाट्यम की ऑफिसियल ट्रेनिंग ली उसके बाद खुद ही आस पास के बच्चों के लिए क्लासेज स्टार्ट कर दी। कॉलोनीज के फंक्शन किये सब का बहुत प्यार मिला। इस सब में  कॉफिडेंस लेवल बढ़ने लगा और फिर शुरुवात की मंजरी इंस्टिट्यूट ऑफ़ म्यूजिक एंड फाइन आर्ट्स की।   

Mfab9  की शुरुवात

ड्रेस डिजाइनिंग और मॅनॅग्मेंट की तरफ इनका इंक्लिनेशन हमेशा से था। इंस्टिट्यूट के अच्छे से एस्टब्लिश होने के बाद अपने हस्बैंड के मोटिवेशन पर 2017 में  मंजरी जी ने अपने क्लोथिंग बिज़नेस की शुरुवात की। साल 2019 में Mfab9ने मूर्त रूप लिया। जिसमे बुनकरों और हैंडलूम्स को साथ ले कर चल रही है और कई लोगो को मुफ्त ट्रेनिंग और काम भी दिया जा है। 

फोकस हर लाइफ की टीम और मंजरी जी की बातचीत के कुछ मुख्य अंश

फोकस हर लाइफ - मंजरी से मंजरी दा बिज़नेस आइकॉन ऑफ़ लखनऊ को कुछ शब्दों में कैसे बयां करेंगी ?

मंजरी पांडेय -  मंजरी से मंजरी दा बिज़नेस आइकॉन ऑफ़ लखनऊ , मैंने कभी ऐसा कुछ सोचा नहीं था, ना ही ऐसा कुछ है । बस एक ही जुनून था कुछ करते रहना , लोगो को लिए कुछ करते रहना बस इस से ज्यादा कुछ नहीं। 

 फोकस हर लाइफ - मंजरी इंस्टिट्यूट ऑफ़ म्यूजिक एंड फाइन आर्ट्स की शुरवात के बारे में तो हमने जाना इसमें कौन कौन से से कोर्सेज अवेलेबल हैं ये भी बताइये  ?

मंजरी पांडेय - डांस म्यूजिक जुम्बा बॉलीवुड, डिफरेंट टाइप ऑफ़ इंस्ट्रूमेंट्स बहुत सारी वैरायटी है हमारे इंस्टीटूट्स में , और लोगो का प्यार इतना  मिला की एक एक कर के इसकी चार ब्रांचेज हैं लखनऊ में और हमारे पास 1000 प्लस स्टूडेंट्स रहते ही हैं। 10 साल का ये सफर हो चुका है और अब 11वा साल है आल ओवर वर्ल्ड से हमारे पास स्टूडेंट्स हैं। 3 बच्चो के साथ शुरू हुआ था ये सफर और आज 70 लोगो की टीम मंजरी इंस्टिट्यूट ऑफ़ म्यूजिक एंड फाइन आर्ट्स में काम करती है ।

फोकस हर लाइफ - MIMFA se Mfab9 तक का सफर कैसा रहा ?

मंजरी पांडेय -  सफर आसान नहीं रहा दोनों एक दम डिफरेंट फ़ील्ड्स थी पर  हमेशा से मेरा  इंक्लिनेशन ड्रेस डिजाइनिंग की तरफ रहा था । लोगो को वो कपडे बहुत पसंद आते थे जो मै खुद डिज़ाइन कर के पहनती थी तो हस्बैंड के मोटिवेशन पर ये शुरू करने का सोचा। फैब्रिक्स के बारे में काफी रिसर्च की, बुनकरों से मिले काम समझा पर आईडिया बिलकुल नहीं था तो धीरे धीरे सम्भले , अड़चने भी आयी पर हार नहीं मानी। एक बन्दे ने बल्क आर्डर दे कर लास्ट मोमेंट डिच कर दिया फिर हमने अपने कपड़ों की एक्सहिबिशन लगाई जिस से एटलीस्ट सैलरी तो निकाली जा सके और सिर्फ तीन दिनों में देखते देखते हमारा सारा सामान सेल हो गया इस से कॉन्फिंडेंस बूस्ट हुआ और सिलसिला चल पड़ा। 

फोकस हर लाइफ - आप समाज में स्किल्ड वर्क फ़ोर्स भी रेडी कर रही है उसके बारे में कुछ बताये ?

मंजरी पांडेय - इसमें हम लेडीज को फ्री ऑफ़ कॉस्ट सिखाते हैं पूरी ट्रेनिंग देते है उसके बाद वो हमारे साथ काम करना चाहे या अपना अलग ये उनके ऊपर छोड़ दिया जाता है।  इसके अलावा मंजरी इंस्टिट्यूट में भी हम लोग हर साल 50 अंडर प्रिविलेज बच्चो को फ्री ट्रेनिंग देते हैं। उन बच्चो को एस अ ट्रेनर भी ओप्पेर्टुनिटी देते हैं।  तो मै सभी महिलाओं और बच्चो से कहना चाहूंगी कि मेरे दोनों वेंचर्स के दरवाज़े आप के लिए खुले है अगर आप कुछ सीख कर आगे बढ़ना चाहते हैं तो आप का स्वागत है और ये कम्प्लीटली फ्री ऑफ़ कॉस्ट है । 

फोकस हर लाइफ - बाजार में इतने सारे ब्रांड्स हैं , Mfab9 इनसे कैसे अलग है ?

मंजरी पांडेय -  Mfab9 बाजार में अफोर्डेबल हैंडलूम ले कर आया है।  इस पर स्पेशल रिसर्च कर के लूम में हम लोगो ने फैब्रिक डेवेलोप किया है।  लोगो का मानना है की  हैंडलूम है तो महंगा ही होगा पर इस मिथ को हमारा ब्रांड ब्रेक कर रहा है , इसीलिए काफी पसंद भी किया जा रहा है। 

फोकस हर लाइफ - Mfab9 में अलग अलग सेग्मेंट्स हैं उनके बारे में थोड़ा बताये ?

मंजरी पांडेय -  मैंजोइर और मैंजोइश ये दो  Mfab9 के सब ब्रांड्स है असेस्सोरीस और होम फर्निशिंग पर है । ये 2019 में लांच हुआ और ओफ्फिकल्ल्य  Mfab9 नाम से ब्रांड भी 2019 में ही शुरू हुआ। 

फोकस हर लाइफ- आपका सक्सेस मंत्रा क्या रहा ?

मंजरी पांडेय - मेरा सक्सेस मंत्रा  बहुत सिंपल है और सिर्फ तीन चीज़ो पर बेस्ड हैं। और जिसने भी ये तीन बात अपना ली उसको आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता।  वो तीन जादुई चीज़े हैं टाइम मैनेजमेंट, विल पावर और डेडिकेशन।  ये तीनो चीज़े जब मिलती है तब कामयाबी आप को मिलनी ही है।  दूसरी चीज़ आप नाम के लिए काम मत करिये , आप सिर्फ काम करिये। नाम अपने आप होगा।

फोकस हर लाइफ- महिला दिवस पर साथ महिलाओं से क्या कहना चाहेंगी ?

मंजरी पांडेय -सभी महिलाओं से मै  यही कहना चाहूंगी की अपने सपनो को उड़ान दीजिये आप जो अच्छा करती है जो आप को पसंद है वो करिये अपने टाइम का यूज़ कीजिये उसको वैल्यू करिये , वेस्ट मत करिये।  आप अच्छी  बेकिंग करती है तो बेकर बन जाइये , आप अच्छा  खाना बनाती हैं  तो कैटरिंग करिये अगर आप को पढ़ने का शौक है तो अच्छी नोवेल्स पढ़िए ज्ञान अर्जित कीजिये, नयी नयी चीज़े सीखिए। स्वयं को और अपने समय को वैल्यू करिये छोटी सी जिंदगी है इसको ऐसे मत गवाए , स्वस्थ रहे फिट रहे।

मंजरी जी फोकस हर लाइफ की टीम से बात चीत करने के लिए आप का बहुत बहुत धन्यवाद।  हम आशा करते हैं की आप नित नयी ऊचाइयों को छूती रहे।