Breast Cancer Awareness Month:ब्रैस्ट कैंसर के खतरे को दूर रखने के लिए रोजाना करें ये 5 योगासन

ब्रैस्ट कैंसर के कारण सालाना लगभग 458 हजार मौतें होती हैं। हमारे देश में हर 20 में से 1 शहरी महिला को ब्रेस्‍ट कैंसर होने की संभावना रहती है और हर चार मिनट में एक में से निश्चित रूप से डायग‍नोज होता है। इसलिए अर्ली डायग्नोसिस और ट्रीटमेंट के लिए......

Breast Cancer Awareness Month:ब्रैस्ट कैंसर के खतरे को दूर रखने के लिए रोजाना करें ये 5 योगासन

फीचर्स डेस्क। ब्रैस्ट कैंसर भारत में पाए जाने 3 टॉप कैंसरस में से एक है। शहरी इलाकों में इसके केसेस ज्यादा देखे जा सकते हैं। WHO की रिपोर्ट्स के हिसाब से दुनिया भर में सालाना कैंसर के लगभग 1.38 मिलियन मामले सामने आते हैं। इन आंकड़ों में, ब्रैस्ट कैंसर के कारण लगभग 458 हजार मौतें होती हैं। हमारे देश में हर 20 में से 1 शहरी महिला को ब्रेस्‍ट कैंसर होने की संभावना रहती है और हर चार मिनट में एक में से निश्चित रूप से डायग‍नोज होता है। इसलिए अर्ली डायग्नोसिस और ट्रीटमेंट के लिए अवरेनेस बहुत ज़रूरी है। हर साल अक्टूबर मंथ को ब्रैस्ट कैंसर अवेयरनेस के रूप में मनाया जाता है। बेस्ट तो ये होगा की आप पहले से ही प्रेपर रहे और वो हर संभव कोशिश करें कि ये आप को छू भी ना सके। आज के इस आर्टिकल में हम कुछ ऐसे योग आसनों के बारे में जानेगे जो स्तन सेंसर के खतरे को दूर रखते हैं।

शलभासन

इसे करने के लिए हथेलियों को कंधों के नीचे रखकर पेट के बल लेट जाएं।

अपने पैरों को एक साथ और पैर की उंगलियों को बाहर की ओर रखें।

सांस भरते हुए दाहिना हाथ ऊपर और बायां पैर पीछे की ओर उठाएं।

सिर और चेस्‍ट को ऊपर उठाते हुए उन्हें सीधा रखें।

सांस छोड़ते हुए अपनी बॉडी को नीचे लाएं और दूसरी तरफ से दोहराएं।

10-15 सेकेंड के लिए मुद्रा में रहें और 5 से 10 बार प्रैक्टिस करें ।

मार्जरी आसन

टेबलटॉप पोजीशन में, धीरे-धीरे श्वास लेते हुए दाहिने हाथ को कंधे की सीध में रखते हुए और फर्श के समानांतर ऊपर उठाएं।

इसके साथ ही अपने पीछे के विपरीत पैर को सीधा करते हुए उठाएं और इसे पेल्विक की सीध में रखें। 

गर्दन और सिर को आराम की पोजीशन में रखते हुए अपनी बाईं हथेली और दाहिने घुटने पर संतुलन रखें।

10-15 सेकेंड के लिए मुद्रा में रहें, फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ें।

दूसरे हाथ और उसके अपोजिट पैर से दोहराएं।

अश्वसंचलन

पैरों को आपस में मिलाकर खड़े हो।

अपने कंधों को रिलैक्स रखें।

दाहिने पैर के साथ पीछे हटें और दाहिने घुटने को नीचे रखें।

यह सुनिश्चित करते हुए पीठ सीधी रखें कि आपका बायां घुटना और टखना 90° पर संरेखित हो।

अपनी हथेलियों को हृदय चक्र से मिलाएं और आगे की ओर देखें।

दूसरी तरफ से दोहराएं। कर से कम 8 से 10 बार करें।

Breast Cancer Awareness Month : ब्रैस्ट कैंसर को रोक सकते हैं ये प्राकृतिक तरीके

वशिष्ठासन

टेबल टॉप पोजीशन या मार्जरीआसन में, घुटनों को धीरे से फर्श से उठाएं।

उन्हें सीधा करके प्लैंक पोजीशन में आ जाएं।

अपनी बाईं हथेली पर संतुलन बनाते हुए अपने दाहिने ओर मुड़ें।

अपने दाहिने पैर को अपनी बाईं ओर ले आएं।

यदि संभव हो तो एड़ी और पैर की उंगलियों को संरेखित करें।

आप स्‍पोर्ट के लिए दाहिने पैर को अपनी बाईं जांघ के सामने रख सकते हैं।

10-15 सेकेंड के लिए मुद्रा में रहें फिर सांस छोड़ें।

दूसरी तरफ से इस योग को दोहराएं।

तिर्यक भुजंगासन

कंधों के नीचे हथेलियों के साथ पेट के बल लेटें।

अपने पैरों को लगभग 2 फीट की दूरी पर अलग रखें।

अपना सिर उठाते हुए सांस लें, बाईं एड़ी पर अपने दाहिने कंधे को देखें।

अपने धड़ को नीचे लाते हुए सांस छोड़ें।

दूसरी तरफ दोहराएं।

इन असानो को नियमित रूप से प्रैक्टिस क्र आप ब्रैस्ट कैंसर के खतरे को दूर रख पाएंगी साथ ही लम्बा और स्वस्थ्य जीवन भी जियेंगी।

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Photo Credit - Frrepick