महिलाओं में विटामिन डी की कमी होने पर दिखते हैं ये 7 लक्षण, न्यूट्रिशनिस्ट विनीता से जानें
अगर कोई महिला इन लक्षणों को सामान्य से अक्सर नोटिस करती है, तो उन्हें तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए...
हेल्थ डेस्क। विटामिन डी की कमी इन दिनों लोगों में बहुत आम हो गई है। क्योंकि इन दिनों लोग अपना ज्यादातर समय घर के भीतर या ऑफिस में बिताते हैं। वे धूप में बहुत कम समय बिताते हैं। जबकि धूप विटामिन डी का सबसे अच्छा स्रोत है और हम सभी को सुबह या शाम के समय कम से 10-15 मिनट धूप के संपर्क में समय जरूर बिताना चाहिए। विटामिन डी को सनशाइन विटामिन भी कहा जाता है, क्योंकि इसे हमारा शरीर धूप की मदद से बनाता है। विटामिन डी की कमी पुरुष और महिला दोनों में देखने को मिल सकती है। हालांकि, पुरुषों की तुलना में महिलाओं में इस विटामिन की कमी अधिक घातक साबित हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि महिलाओं के शरीर हार्मोन्स का संतुलन बहुत जल्दी बिगड़ जाता है।
विटामिन डी भी हमारे शरीर में एक हार्मोन के रूप में ही कार्य करता है और इस तरह यह शरीर में अन्य हार्मोन्स के संतुलन में मदद करता है। अगर महिलाओं में इस विटामिन की कमी हो जाती है, तो इसकी वजह से उन्हें हार्मोनल असंतुलन के साथ ही कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है। अब सवाल यह उठता है कि अगर किसी महिला के शरीर में विटामिन डी की कमी हो गई है, तो इसके बारे में कैसे जान सकती है? न्यूट्रिशनिस्ट विनीता सिन्हा की मानें, तो विटामिन डी की कमी होने पर महिलाओं के शरीर में इसके कई संकेत और लक्षण देखने को मिल सकते हैं। आइए न्यूट्रिशनिस्ट विनीता सिन्हा से जानते हैं महिलाओं में विटामिन डी कमी के लक्षण और इसे दूर करने के कुछ सरल उपाय...
महिलाओं में विटामिन डी की कमी के लक्षण
दिनभर थकान महसूस होना
हड्डियों व जोड़ों में दर्द महसूस होना
मांसपेशियों में कमजोरी महसूस होना
मांसपेशियों में दर्द और ऐंठन की समस्या
मूड में परिवर्तन और चिड़चिड़ापन महसूस होना
चिंता, तनाव और डिप्रेशन जैसी समस्याएं
लंबे समय में पीसीओएस और थायराइड जैसी स्थितियां
विटामिन डी कैसे बढ़ाएं
धूप में बैठें
रोज सुबह या शाम के समय 10-15 मिनट धूप में जरूर बैठें।
विटामिन डी रिच फूड्स खाएं
डाइट में विटामिन डी भरपूर फूड्स जैसे दूध, अंडे, मशरूम, दही, पनीर, फैटी फिश जैसे सैल्मन आदि शामिल करें।
हेल्दी फैट्स का सेवन करें
इसकी मदद से हमारा शरीर धूप से प्राकृतिक रूप से विटामिन डी बनाने में सक्षम होता है।
आंतों को स्वस्थ रखें
कोशिश करें कि अपनी डाइट में प्रीबायोटिक्स और प्रोबायोटिक्स शामिल करें। क्योंकि ये आंतों में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं। इससे पाचन में सुधार और भोजन से पोषक तत्वों के अवशोषण की प्रक्रिया भी बेहतर होती है।
सप्लीमेंट्स लें
आप किसी डॉक्टर विटामिन की कमी पूरी करने के लिए विटामिन डी के सप्लीमेंट्स भी ले सकती हैं।
इनपुट सोर्स : विनीता सिन्हा, न्यूट्रिशनिस्ट एक्सपर्ट, नई दिल्ली।