गुप्त नवरात्रि विशेष : गुप्त नवरात्रि में मां की पूजा करने से सभी दुःख और संकट का नाश होता है

गुप्त नवरात्रि में मां की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में व्याप्त सभी सभी दुःख और संकट का नाश होता है। साथ ही साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। इन नौ दिनों में साधक महाविद्याओं की देवियों को कठिन भक्ति से प्रसन्न करते हैं। मां प्रसन्न होकर व्यक्ति विशेष की सभी मनोकामना पूर्ण करती हैं...

गुप्त नवरात्रि विशेष : गुप्त नवरात्रि में मां की पूजा करने से सभी दुःख और संकट का नाश होता है

फीचर्स डेस्क। गुप्त नवरात्रि में मां की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में व्याप्त सभी सभी दुःख और संकट का नाश होता है। साथ ही साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। इन नौ दिनों में साधक महाविद्याओं की देवियों को कठिन भक्ति से प्रसन्न करते हैं। मां प्रसन्न होकर व्यक्ति विशेष की सभी मनोकामना पूर्ण करती हैं। आषाढ़ माह के शुक्लपक्ष की प्रतिपदा तिथि से प्रारंभ होने वाली गुप्त नवरात्रि में सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त करने के लिए शक्तिसाधक रात्रिकालीन पूजा अर्चना एवं साधनायें अवश्य करें।

गुप्त नवरात्रि में  गुप्त विद्याओं एवं मंत्रों की सिद्धि के लिए साधनाएं की जाती हैं। रात्रि के समय मां के समक्ष सरसों के तेल से दीप प्रज्वलित करें और इस मंत्र का जाप करें -

  "" ऊँ दुम दुर्गायै नमः""

बता दें कि शक्ति साधना के समय लाल पुष्प चढ़ाना सौभाग्य कारक है। अतः मां को लाल पुष्प अवश्य चढ़ाना चाहिए। विपत्तियों एवं नकारात्मक शक्तियों से बचाव के लिए गुप्त नवरात्रि के समय में दस महाविद्याओं की उपासना की जाती है। गुप्त नवरात्रि में मां की साधना करके उन्हें प्रसन्न करने से जीवन के प्रत्येक संकट और व्याधियां समाप्त हो जाते हैं। साधक की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं ।

प्रसन्नता , धन एवं आरोग्य की प्राप्ति होती है। यदि कुटुंब में कोई व्यक्ति काफी समय से बीमार है, या किसी ऊपरी बाधा से ग्रस्त है। तो उसके ऊपर से नौ गोमती चक्र, नौ बार उतार के माता के मंदिर में उनकी प्रतिमा के चरणों में रख दे अति शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होगा। 19 जून से आने वाले शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से अपने जीवन में शुभता प्राप्त करने हेतु एवं सभी  कष्ट एवं दुखों को समाप्त करने हेतु मां की साधना में हृदय से सम्मिलित होइए। साधना सम्बंधित किसी भी जानकारी के लिए संपर्क कर सकते हैं। --07428559743