मई के साथ शुरू होगा बैंड-बाजा-बारात, पढ़ें 36 सर्वश्रेष्ठ व शुद्ध शुभ वैवाहिक लग्न

ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ रुचिका गुप्ता के मुताबिक सामान्यत: खरमास की समाप्ति के पश्चात वैवाहिक लग्न प्रारंभ हो जाते हैं लेकिन इस बार खरमास 14 अप्रैल को समाप्त हो चुका था। लेकिन गुरु शुक्र अस्त एवं ग्रहों के फलस्वरूप समय शुभ नहीं था। 30 अप्रैल 2023 से आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी देवशयनी एकादशी तिथि गुरुवार 29 जून तक समय शुद्ध रहेगा। तत्पश्चात 23 नवम्बर से 15 दिसम्बर 2023 तक ग्रह गणना के मुताबिक....

मई के साथ शुरू होगा बैंड-बाजा-बारात, पढ़ें 36 सर्वश्रेष्ठ व शुद्ध शुभ वैवाहिक लग्न

फीचर्स डेस्क। जो लोग परिणय सूत्र में बंधने की प्रतीक्षा कर रहे हैं उनके लिए गुड न्यूज है। बैंड-बाजा-बारात की एक बार फिर शुरूआत होने जा रही है। आगामी दो मई से फिर से मांगलिक कार्य के साथ ही शुभ वैवाहिक मुहुर्त प्रारंभ हो जायेंगे। इसके साथ ही एक बार शहनाई की मंगल धुन सुनायी पड़ेगी। ज्योतिषी गणना के मुताबिक आगामी मई व जून माह में 25 एवं नवम्बर व दिसम्बर में 11 शुद्ध शुभ वैवाहिक मुहुर्त पड़ेंगे।

प्रसिद्ध ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ रुचिका गुप्ता के मुताबिक सामान्यत: खरमास की समाप्ति के पश्चात वैवाहिक लग्न प्रारंभ हो जाते हैं लेकिन इस बार खरमास 14 अप्रैल को समाप्त हो चुका था। लेकिन गुरु शुक्र अस्त एवं ग्रहों के फलस्वरूप समय शुभ नहीं था। 30 अप्रैल 2023 से आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी देवशयनी एकादशी तिथि गुरुवार 29 जून तक समय शुद्ध रहेगा। तत्पश्चात 23 नवम्बर से 15 दिसम्बर 2023 तक ग्रह गणना के मुताबिक समय शुद्ध रहेगा। जिसमें वैवाहिक शुभ लग्न के अतिरिक्त समस्त मांगलिक कार्य शुभ लग्न, शुभ वैवाहिक मुहुर्त प्रारंभ हो जायेंगे। शुद्ध वैवाहिक मुहुर्त की गणना में वर-वधू के जन्म कुंडली के ग्रहों की गणना एवं विचार किया जाता है। वर के लिए सूर्य ग्रह तथा वधू के लिए वृहस्पति ग्रह का बल देखना नितांत आवश्यक है। आवश्यकता व अपरिहार्य स्थिति में शास्त्रोक्त विधि से ग्रहों की पूजा दान करके विवाह करना शुभ फलदायी माना गया है।

30 जून से 22 नवम्बर 2023 तक नहीं मिलेंगे लग्न

आगामी 30 जून से 22 नवम्बर 2023 तक अधिकमास, चातुर्मास्य, हरिशयन, करकायन, शुक्रास्त के कारण लग्न नहीं मिलेंगे। कार्तिक शुक्ल एकादशी (देवोत्थनी एकादशी) गुरुवार 23 नवम्बर से लेकर साल के अंत में 15 दिसम्बर 2023 तक वैवाहिक शुभ लग्न रहेंगे। 16 दिसम्बर शनिवार मार्ग शीर्ष शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से खरमास प्रारंभ हो जायेगा। जिसके फलस्वरूप मांगलिक कार्याें पर विराम लग जायेगा। आगामी 2024 में 16 जनवरी मंगलवार से खरमास की समाप्ति के पश्चात वैवाहिक व मांगलिक कार्य प्रारंभ हो जायेंगे।

कब-कब गूंजेगी शहनाई, होंगे वैवाहिक शुभ मुहुर्त

मई-2023- 2 मई, 3 मई, 10 मई, 11 मई, 12 मई, 16 मई, 20 मई, 21 मई, 22 मई, , 27 मई, 29 मई, 30 मई, 31 मई।

जून-2023- 1 जून, 3 जून, 5 जून, 6जून, 7 जून, 8 जून, 11जून, 12जून, 13जून, 23 जून, 24 जून, 27 जून।

नवम्बर-2023- 23 नवम्बर, 24 नवम्बर, 27 नवम्बर, 28 नवम्बर, 29 नवम्बर।

दिसम्बर-2023-4 दिसम्बर, 6 दिसम्बर, 7 दिसम्बर, 8 दिसम्बर, 9 दिसम्बर, 15 दिसम्बर।