नेचुरल स्वीटनर स्टीविया को अपने घर में उगाये और स्वाथ्य लाभ उठाएं

दवाओं और केमिकल सप्लीमेंट के अपने नुक्सान हैं।  ऐसे में आजकल लोगो को झुकाव प्राकृतिक चीज़ों की तरह बढ़ रहा हैं।  इन्ही में से एक है "स्टीविया".....

नेचुरल स्वीटनर स्टीविया को अपने घर में उगाये और स्वाथ्य लाभ उठाएं

फीचर्स डेस्क।  आधुनिकता के दौर में लाइफस्टाइल डिसीसेस का बोलबाला है। शुगर और मोटापे से लगभग हर दूसरा इंसान परेशान है। दवाओं और केमिकल सप्लीमेंट के अपने नुक्सान हैं।  ऐसे में आजकल लोगो को झुकाव प्राकृतिक चीज़ों की तरह बढ़ रहा हैं।  इन्ही में से एक है "स्टीविया" , ये शुगर का नेचुरल सप्लीमेंट हैं। आम भाषा में इसे शुगर प्लांट और मीठी तुलसी भी कहा जाता है। ये मार्किट में आसानी से उपलब्ध है और तेज़ी से प्रचलित भी हो रहा है पर आपको ये जान कर हैरानी होगी कि इसे आप अपने घर में गमले में भी लगा सकती हैं। आइये जानते हैं इसके फायदे और घर में ही इसे उगाने का तरीका...

पौधा एक फायदे अनेक

स्टीविया एक औषधीय पौधा है। ये डायबिटीज और मोटापे जैसी खतरनाक बीमारी से राहत दिलाने में  कारगर है। यह चीनी का अच्छा प्राकृतिक विकल्प है। खासकर कि डायबिटीज के मरीजों के लिए यह काफी गुणकारी है। इसके सेवन से शुगर लेवल नहीं बढ़ता है। स्टडीज के अनुसार स्टीविया हाई ब्लड प्रेशर और एसिडिटी में भी काफी फायदेमंद है। आप इससे सुगर फ्री डिशेस भी आसानी से बना सकती हैं। स्टीविया  में कैलोरी लगभग ना के बराबर होती है इसीलिए इसके सेवन से शरीर में शुगर नहीं बढ़ पाती है, जिससे वजन भी नियंत्रित रहता है और शुगर लेवल भी।

कैसे उगाएं

स्टीविया को लगाना बहुत ही आसान है। आप इसे बीज या फिर कटिंग से लगा सकते हैं। बीजों से भी यह आसानी से लग जाती है और विकसित होने में ज्यादा समय भी नहीं लेती। इसलिए आप अपने आसपास किसी बीज भंडार दुकान से स्टीविया के बीजों के बारे में पता कर सकती हैं। इसके अलावा, आप स्टीविया को गमलों में लगा कर इसे अपने आंगन, बालकनी या छत पर रख सकती हैं। बीजों से पौध तैयार करने के लिए आप सीडलिंग ट्रे या कोई छोटा गमला इस्तेमाल करें। लेकिन जब आपकी पौध तैयार हो जाए तो आप इसे किसी बड़े आकार के गमले में ट्रांसफर कर दें ताकि इसे विकसित होने के लिए पर्याप्त जगह मिले।

स्टेप बाई स्टेप प्रोसेस

सबसे पहले मिट्टी तैयार करने के लिए आप सामान्य बगीचे की मिट्टी में गोबर की खाद मिला लें। अगर अवेलबल हो तो केंचुआ खाद और रेत मिला सकती हैं।

इस मिट्टी को सीडलिंग ट्रे या छोटे गमले में भरें और ऊपर से पानी छिड़कें।

अब मिट्टी में आप स्टीविया के बीजों को लगा दें और ऊपर से थोड़ी मिट्टी से ढक दें।

बीज बोने के बाद आप एक बार फिर पानी दें और अब गमले या सीडलिंग ट्रे के ऊपर चाहें तो कोई कपड़ा ढक सकती हैं।

ध्यान रहे कि जब तक बीज अंकुरित न हो जाए, आप गमले या ट्रे को धूप में न रखें।

जब पौधा बढ़ने लगे तो आप इन्हें धूप में रख सकते हैं।

ध्यान रखें

पौधे को नियमित पानी देना है।

बड़े गमले में ट्रांसफर करने के बाद फिर तीन-चार दिन के लिए छांव में रखें और नियमित रूप से पानी देते रहें।

कुछ दिन बाद आप पौधों को फिर से धूप में रख सकते हैं।

ध्यान रहे कि स्टीविया के पौधों को बढ़ने के लिए धूप चाहिए होती है।

इसके अलावा, आप पौधों में जैविक तरल खाद या जीवामृत दे सकते हैं।

अगर आपको पौधों को कीटों से बचाना है तो बीच-बीच में नीम के तेल का स्प्रे कर सकते हैं।

हैप्पी गार्डनिंग।

Image Courtsey- plant.com