इन 5 वजहों से बढ़ सकता है थायराइड, डॉक्टर से जानें कंट्रोल करने के तरीके

दिल्ली की एंडोक्रिनोलॉजिस्ट डॉक्टर निधि सिंह के अनुसार थायराइड की समस्या होने पर शरीर के सभी अंग प्रभावित होते हैं कुछ कारणों से थायराइड बढ़ सकता है और कम भी हो सकता है। दोनों ही कंडीशन में लोगों को डॉक्टर से मिलने की जरूरत होती है...

इन 5 वजहों से बढ़ सकता है थायराइड, डॉक्टर से जानें कंट्रोल करने के तरीके

हेल्थ डेस्क। आज के दौर में थायराइड (Thyroid) बढ़ने या कम होने की प्रॉबलम से कई काफी लोग जूझ रहे हैं। बता दें कि थायराइड हमारे गले में एक ग्रंथि (Gland) होती है, जिसका काम ट्राईआयोडोथायरोनिन (T3) और थायरोक्सिन (T4) नामक हार्मोन रिलीज करना होता है। यह हार्मोन हमारे शरीर की फंक्शनिंग को बेहतर बनाए रखने के लिए बेहद जरूरी होते हैं। जब हमारी थायराइड ग्लैंड इन दोनों हार्मोन को कम या ज्यादा मात्रा में बनाने लगती है, तब लोगों के शरीर का सिस्टम बिगड़ जाता है। ऐसी कंडीशन में डॉक्टर से इलाज कराने की जरूरत होती है।

एंडोक्रिनोलॉजिस्ट डॉक्टर निधि सिंह कहती हैं कि थायराइड की समस्या आमतौर पर दो तरह की होती है। जब हमारी थायराइड ग्लैंड कम मात्रा में हार्मोन बनाती है, तब इस समस्या को हाइपोथायराइडिज़्म कहते हैं। इस कंडीशन में शरीर का मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है। जब थायराइड ग्लैंड जरूरत से ज्यादा हार्मोन रिलीज करने लगती है, तब इस परेशानी को हाइपरथायराइडिज़्म कहते हैं। ऐसी कंडीशन में शरीर का मेटाबॉलिज्म बहुत तेज हो जाता है। कुछ लोगों को थायराइड बढ़ने की समस्या हो जाती है, तो कुछ लोग थायराइड कम होने की परेशानी का शिकार हो जाते हैं। थायराइड की ये दोनों ही कंडीशन लोगों के लिए नुकसानदायक होती हैं।

क्या होता है TSH?

डॉक्टर निधि के अनुसार टीएसएस का मतलब थायराइड स्टिम्युलेटिंग हार्मोन (TSH) होता है। जब थायराइड ग्लैंड कम मात्रा में T3 और T4 बनाती है, तब हमारे दिमाग की पिट्यूटरी ग्लैंड ज्यादा TSH रिलीज करती है, ताकि इससे थायराइड ग्लैंड को ज्यादा हार्मोन बनाने का संकेत मिल जाए॰ जब थायराइड ग्लैंड T3 और T4 हार्मोन ज्यादा मात्रा में बनाती है, तब पिट्यूटरी ग्लैंड कम TSH रिलीज करती है। अगर आपका T3 और T4 नॉर्मल है और TSH का लेवल बढ़ गया है, तो यह थायराइड कम होने की चेतावनी हो सकती है। TSH का लेवल घट जाए और T3 व T4 बढ़ जाए, तो थायराइड बढ़ने का संकेत हो सकता है।

इन 5 वजहों से बढ़ सकता है थायराइड

– शरीर में आयोडीन की कमी होने से
– ऑटोइम्यून डिसऑर्डर की वजह से
– फैमिली हिस्ट्री व जेनेटिक कारणों से
– पोस्टपार्टम इन्फ्लेमेशन की वजह से
– कुछ बीमारियों की दवाओं की वजह से

थायराइड की समस्या कैसे करें कंट्रोल?

डॉक्टर के मुताबिक थायराइड को कंट्रोल करने के लिए आपको हेल्दी लाइफस्टाइल अपनानी चाहिए। रोज एक्सरसाइज करनी चाहिए, ताकि मेटाबॉलिज्म अच्छा रहे। आयोडीन से भरपूर डाइट लेनी चाहिए। पर्याप्त नींद लेनी चाहिए और समय-समय पर टेस्टिंग करानी चाहिए। 60 साल की उम्र के बाद थायराइड की समस्या होने का खतरा ज्यादा होता है। विशेष तौर पर महिलाओं को थायराइड को लेकर अत्यधिक सावधानी बरतनी चाहिए।