“शक्ति स्वरूपा” : सबको शिक्षा वीना की इच्छा, सैकड़ों महिलाओं को बनाया आत्मनिर्भर और साक्षर

आज कि हमारी “शक्ति स्वरूपा” स्पेशल सीरीज में वाराणसी की वीना सिंह के बारें में जो स्लम और ग्रामीण महिलाओं को साक्षर और आत्मनिर्भर बनाने की जिद कर बैठी हैं। आज की हमारी इस स्पेशल सीरीज में हैं बीना सिंह जिन्होने बताया कि...

“शक्ति स्वरूपा” : सबको शिक्षा वीना की इच्छा, सैकड़ों महिलाओं को बनाया आत्मनिर्भर और साक्षर

फीचर्स डेस्क। चैत्र नवरात्रि का आज तीसरा दिन है। ऐसे में हर साल की तरह इस साल भी focus24news ने देश के उन “शक्ति स्वरूपा” की कहानी लेकर आया है जो आज समाज में लड़कियों और महिलाओं के लिए अपना समय निकाल कर उनको आत्मनिर्भर, हुनरमंद और उनके स्वास्थ्य के लिए काम कर रहीं हैं। तो आइए जानते हैं आज कि हमारी “शक्ति स्वरूपा” स्पेशल सीरीज में वाराणसी की वीना सिंह के बारें में जो स्लम और ग्रामीण महिलाओं को साक्षर और आत्मनिर्भर बनाने की जिद कर बैठी हैं। आज की हमारी इस स्पेशल सीरीज में हैं बीना सिंह जिन्होने बताया कि 2010 हमारे घर के आस पास गरीबों कि बेटियाँ बकरियां चराती हुई दिखती थी तो मैं सोचती थी कि इनकी उम्र तो अभी पढ़ने-लिखने की है फिर इनके गार्जियन इनको क्यो नहीं पढ़ाते हैं। एक दिन वीना सिंह ने उनलोगों से पूछा तो लड़कियों ने बताया कि अगर हम लोग बकरी नहीं चराएंगे तो माता-पिता बोलेंगे इसलिए नहीं पढ़ने जाते हैं। यही बात वीना सिंह को “घर” कर गई, फिर इन लड़कियों को मोटिवेट किया और अपने घर पढ़ाने के लिए बुलाने लगीं और पढ़ाने के साथ-साथ उन बच्चियों को सिलाई और पार्लर का भी हुनर देने लगीं। बहुत कम समय में वीना सिंह के इस मुफ्त शिक्षा के बारें में आस-पास के कुछ दूर तक बात पहुँचने लगी और देखते-देखते कई लड़कियां आने लगीं।

महिलाओं को कैसे बनाया साक्षर

वीना सिंह कहती हैं कि जब बच्चियों को छोडने के लिए उनकी माँ आती थी तो वो लोग भी मेरे पढ़ाने के तरीके को ध्यान से देखती और सुनती थी। एक दिन उनमे से कुछ महिलाओं ने भी पढ़ने और सीखने की उत्सुकता जताई। तो ऐसे शुरुआत हुई वीना सिंह की मुफ्त पौढ़ शिक्षा की कक्षाएं। आज वीना सिंह की 50 से अधिक ब्रांच है जहां पर इस तरह की महिलाओं को शिक्षा, सिलाई और पार्लर का हुनर सीखा कर उनको आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है।

कैसे हुई आइडियल वूमेन वेलफेयर सोसाइटी

वीना सिंह बताती हैं कि मै पहले संस्था के बारें में नहीं जानती थी। ऐसे ही ग्रामीण महिलाओं और लड़कियों को पढ़ाया करती थी। एक दिन किसी ने कहा कि आप संस्था बना कर इनको सर्टिफिकेट भी दे सकती हैं, जिससे इनको आगे काम आएगा। फिर 2013 में वीना सिंह ने आइडियल वूमेन वेलफेयर सोसाइटी का रजिट्रेशन कराया और आज 100 से अधिक महिलाओं को संस्था के माध्यम से आत्मनिर्भर बना चुकीं हैं।

क्या-क्या हुनर सीखा रहीं हैं वीना

वीना बताती हैं कि हमारी संस्था के माध्यम से महिला सशक्तिकरण के तौर पर 1.प्रौढ़ शिक्षा, 2. मालिन बस्ती की बच्चियों को कोचिंग 3.सिलाई, 4. ब्यूटीशियन, 5.मेंहदी, 6.रंगोली सिखाया जा रहा है। खास यह है कि ये सब कोर्स निःशुल्क करवाए जाते है संस्था के लगभग 50 ब्रांच है जो वाराणसी सहित आजमगढ़, भदोही, मिर्जापुर और जौनपुर में महिलाओं को साक्षर बना रहीं हैं। समय समय पर जागरूकता रैली और प्रतियोगिताएं भी होती रहती है।