mother's day special : कई मुश्किलों का सामना करती हैं सिंगल मदर, बच्चों के साथ ऐसे बनाएं बॉन्डिंग

सिंगल मदर के लिए बहुत जरूरी है कि वह अपने जीवन में हमेशा पॉजिटिव रहने की कोशिश करें। एक सिंगल मदर को सारी जिम्मेदारियां खुद ही संभालनी होती है। इसलिए यह जरूरी है कि वह सकारात्मक रहें और नकारात्मकता को आसपास भी न भटकने दें...

mother's day special : कई मुश्किलों का सामना करती हैं सिंगल मदर, बच्चों के साथ ऐसे बनाएं बॉन्डिंग

फीचर्स डेस्क। मां-बाप बनना हर किसी के जिंदगी का सबसे बेहतरीन पल होता है। वहीं अपने बच्चे (Child) को हर रूप से सक्षम बनाना हर मां-बाप की जिम्मेदारी भी होती है। मां-बाप अपने बच्चों को दुनिया का हर रूप दिखाते हैं और उन्हें सही तरीके से जीना सिखाते हैं। लेकिन क्या हो जब इन जिम्मेदारियों (Responsibilities) का बोझ किसी एक के कंधे पर आ जाएं। आज के समय में सिगंल पैरेंट्स (Single Parents) की तादात काफी ज्यादा हो रही है। हालांकि सिंगल पैरेंट्स होना एक बेहद ही मुश्किल भरी स्थिति होती है। इस स्थिति में सारी जिम्मेदारियों का बोझ एक व्यक्ति के ही कंधो पर आ जाता है और अगर सिंगल पेरेंट्स एक मां (Mother) हो तो मुश्किलें थोड़ी और बढ़ जाती है। वैसे तो बच्चों को सही तरीके से सबसे पहले एक मां ही समझती है लेकिन उस मां का पिता बनना भी काफी कठिन हो जाता है। ऐसे में एक सिगंल मदर को कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ता है जिससे वह अपने बच्चे के और करीब आ पाती है। आइए जानते हैं कौन सी हैं वह बातें जो एक सिंगल मदर की मुश्किलों को दूर कर सकती हैं।

पॉजिटिव रहें

सिंगल मदर के लिए बहुत जरूरी है कि वह अपने जीवन में हमेशा पॉजिटिव रहने की कोशिश करें। एक सिंगल मदर को सारी जिम्मेदारियां खुद ही संभालनी होती है। इसलिए यह जरूरी है कि वह सकारात्मक रहें और नकारात्मकता को आसपास भी न भटकने दें। यह बात आपके लिए तो बेहतर होगी ही साथ ही में यह आपके बच्चे पर भी एक अच्छा प्रभाव डालेगी। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि अब आपको सारी जिम्मेदारियां खुद ही संभालनी है तो ऐसे में आप जितना हो सके उतना चीजों के प्रति सकारात्मक रवैय्या रखें।

बच्चे को ज्यादा समय दें 

सिगंल मदर इस बात की गांठ बांध लें कि उन्हें अपने बच्चों को ज्यादा वक्त देना ही देना है। भले ही आपके पास हजारों काम हों या फिर आपका ऑफिस में दिन अच्छा न गुजरा हो। स्थिति चाहे कुछ भी हो अपने बच्चे के लिए समय निकालना आपकी जिम्मेदारी है। ऐसा करने से आपके और बच्चे के बीच में रिश्ता और गहरा होगा। ध्यान रहे कि यह समय सिर्फ आप और आपके बच्चे का ही हो। इस समय में कोई तीसरा व्यक्ति नहीं होना चाहिए। कई बार वक्त की कमी के चलते बच्चे अपनी मां से दूर होने लगते हैं और उन्हें लगता है कि उनकी मां उनसे प्यार नहीं करती है।  इसलिए ऐसा न हो, इसके लिए आप अपने बच्चे को उनका पूरा समय दें।

माता-पिता दोनों बनने की कोशिश करें

कोशिश करें कि बच्चे को कभी पिता की कमी न खले। उनके दिमाग में इस तरह का ख्याल तक न आने दें कि अगर उनके पिता होते तो चीजें कुछ और होतीं। इसलिए अपने बच्चे को केवल मां का ही नहीं एक पिता का भी प्यार जरूर दें।

ज्यादा गुस्सा न करें 

अकेले सारी जिम्मेदारी संभालते वक्त गुस्सा या चिड़चिड़ापन आना लाजमी है लेकिन अपने गुस्से पर काबू रखने की कोशिश करें क्योंकि अगर आप हर बात पर गुस्सा करने लगेंगी तो इससे आपका स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। इसके अलावा दूसरों का गुस्सा या फिर अपने काम का गुस्सा अपने बच्चों पर न निकालें। कई बार बच्चे ऐसी हरकतें कर देते हैं जिससे गुस्सा आने लगता है लेकिन उस समय उन्हें डाटने और पीटने की बजाय शांति से बात करें और खुद को भी शांत रखें। बच्चों को समझाने की कोशिश करें।