माफिया अतीक अहमद अपने इन “मोहब्बत” के कारण जरायम की दुनिया में रखा कदम

लाश और उसके निशान में अतीक की हॉरर स्टोरी छिपी है। जो नैनी जेल के सुप्रीटेंडेंट ने सुनाई। अतीक जब उनकी जेल में बंद था तो उसने उन्हें खुद बताया था। अतीक फितरत से अपराधी था। वो सोच समझ कर गुनाह करता था। उसके गुनाह में कमाई और मैसेज दोनों होता था। वो सिस्टम को अपने हिसाब से चलाना चाहता था और उसे....

 माफिया अतीक अहमद अपने इन “मोहब्बत” के कारण  जरायम की दुनिया में रखा कदम

नई दिल्ली। माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के आतंक का अंत हो चुका है लेकिन आज हम आपको अतीक अहमद का लव के बारें में जिसको वह किसी भी कीमत पर हासिल कर मानता था। फिर इसके लिए क्यो न अतीक को साम दाम दंड भेद हर तरह का छल प्रपंच करता था। यहीं पर अतीक अहमद का असली दिमाग और पैसे लिए उसकी भूख दिखती है। एक तांगे वाले का बेटा हजारों करोड़ की संपत्ति का मालिक कैसे बना और केसे इसके लिए उसने अपनी सांसों से ज्यादा दुश्मन तैयार कर लिए थे ये पूरा चक्र बहुत खूंखार है। तो आपको बता दें कि अतीक अहमद जमीन के लिए दीवाना था। जो जमीन उसे पसंद आ गई वो उसकी हो गई। जिस पल से अतीक किसी संपत्ति के पीछे पड़ गया उसी वक्त से वो अपनों से बेगानी हो जाती थी। अतीक का लैंड ग्रैबिंग सेंडीकेट एक कॉर्पोरेट की तरह रन करता था। इसके लिए आतीक के पास जासूस, मुखबिर, पुलिस, अधिकारी और मंत्री थे। वहीं, कुछ लोग कहते हैं कि मुख्यमंत्री भी थे। अतीक संपत्ति के कब्जे में कोई हिन्दू मुसलमान नहीं करता था। उसका नारा था मिलो या मिटो। अतीक के लव एट फर्स्ट साइट की कहानी पढ़िए जिसमें साइट का मतलब है कोई घर, जमीन या धंधा।

अतीक के अवैध कब्जे

प्रयागराज में सोनिया गांधी के रिश्तेदार की जमीन पर कब्जा

लखनऊ में प्रसिद्ध कपड़ा व्यापारी की जमीन पर कब्जा

अपनी पत्नी के रिश्तेदारों पर साथ बिजनेस का दबाव

अपने बिजनेस पार्टनर की बिजनेस को हड़प लिया

विवादित जमीन पर सांसद,विधायक रहते कब्जा

समाजवादी पार्टी के विधायक की जमीन पर कब्जा

प्रयागराज के होटल और पिक्चर हॉल पर कब्जा

यूपी की पहली महिला CM के PA के घर पर कब्जा

बड़े किराए के मकानों पर कमीशन लेता था

दिल्ली के साउथ एक्स में विवादित घर पर कब्जा

संसद के बैंक में जमीन कब्जे का अवैध धन डिपॉजिट

अतीक की जमीन में कितने नेता, अधिकारी छिपे हैं?

प्रयागराज रेलवस्टेशन के आगे वाले इलाके में कभी अतीक का जुर्म बोलता था। इसी रेलवे स्टेशन के पास एक लाश मिली। पूरे शरीर पर जगह जगह नुकीले हथियार के गहरे निशान थे। जैसे किसी ने बार-बार जगह जगह वार किए हों। लाश और उसके निशान में अतीक की हॉरर स्टोरी छिपी है। जो नैनी जेल के सुप्रीटेंडेंट ने सुनाई। अतीक जब उनकी जेल में बंद था तो उसने उन्हें खुद बताया था। अतीक फितरत से अपराधी था। वो सोच समझ कर गुनाह करता था। उसके गुनाह में कमाई और मैसेज दोनों होता था। वो सिस्टम को अपने हिसाब से चलाना चाहता था और उसे अपने नेटवर्क पर इतना विश्वास था कि वो सिस्टम को कानून को अपने आगे कुछ नहीं समझता था। बड़े-बड़े काबिल निडर और जांबाज अधिकारियों को भी अतीक के क्राइम सिंडिकेट के सामने संभल कर चलना पड़ता था ये बात हमें उत्तरप्रदेश और डेयर डेविल आईपीएस राजेश पांडे की एक बात से पता चली जो अतीक के लखनऊ में किए गए गुनाह से जुड़ी है।

जमीन पर खुद कब्जा करने पहुंच जाता था अतीक

लखनऊ के प्रसिद्ध संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल शोध संस्थान के पास ही वो जमीन है जिस पर अतीक कब्जा करने खुद पहुंच गया था। उस वक्त वो पूर्व विधायक और सांसद था। हालांकि 2012 का विधानसभा चुनाव अपनी परंपरागत इलाहाबाद पश्चिमी की सीट पर पूजा पाल से हार गया था। राजनीति की असफलता को गुनाह के खौफ से ढ़कने के लिए अतीक हताश अपराधी की तरह व्यव्हार करने लगा था। चूंकि वो किसी संवैधानिक पद पर नहीं था इसलिए उसका लिहाज भी खत्म हो चुका था। प्रदेश के तेजतर्रार और ईमानदार आईपीएस अधिकारी अखिलेश मेहरोत्रा ने इलाहाबाद में अतीक के कब्जा गिरोह की एक दहलाने वाली कहानी बतायी है।

जब सोनिया गांधी के रिश्तेदार की हड़प ली थी जमीन

इलाहाबाद के सबसे पॉश इलाके की एक जमीन पर भी अतीक ने कब्जा कर लिया था। तब केन्द्र में कांग्रेस के नेतृत्व में यूपीए की सरकार थी। जिस जमीन पर अतीक ने कब्जा किया था वो सोनिया गांधी के रिश्तेदारों की थी। केन्द्र सरकार का दबाव हुआ तो जमीन छोड़ी थी। इसके अलावा भी पूरे सिविल लाइन्स पर अतीक ने कई जगह कब्जा किया था। नब्बे के दशक में इसी सिविल लाइन्स में अतीक अहमद बैठकी करता था और राजूपाल ने विधायक बनने के बाद यहीं एक चाय की दुकान में अतीक को धमकी दी थी जिसके बाद 2005 में उनकी हत्या कर दी गई। आरोप अतीक और उनके भाई अशरफ पर था।