ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा- प्रियंका गांधी नेता नहीं पार्ट टाइम नेता हैं

मध्य प्रदेश के दतिया में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए, वाड्रा ने कहा कि सिंधिया 'कद में छोटे हैं, लेकिन अहंकार में बहुत अधिक हैं।' उन्होंने केंद्रीय मंत्री को गद्दार भी करार दिया। प्रियंका ने कहा कि उनके सभी नेता थोड़े अजीब हैं। सबसे पहले, हमारे सिंधिया...मैंने उनके साथ यूपी (उत्तर प्रदेश) में काम किया है। दरअसल, उनका कद थोड़ा छोटा है लेकिन अहंकार में 'वाह भई वाह'...

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा- प्रियंका गांधी नेता नहीं पार्ट टाइम नेता हैं

भोपाल। चुनावी राज्य मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार के आखिरी दिन उस समय कड़वाहट आ गई जब कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा ने पूर्व सहयोगी और अब भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ व्यक्तिगत टिप्पणी की। मध्य प्रदेश के दतिया में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए, वाड्रा ने कहा कि सिंधिया 'कद में छोटे हैं, लेकिन अहंकार में बहुत अधिक हैं।' उन्होंने केंद्रीय मंत्री को गद्दार भी करार दिया। प्रियंका ने कहा कि उनके सभी नेता थोड़े अजीब हैं। सबसे पहले, हमारे सिंधिया...मैंने उनके साथ यूपी (उत्तर प्रदेश) में काम किया है। दरअसल, उनका कद थोड़ा छोटा है लेकिन अहंकार में 'वाह भई वाह'...जो भी कार्यकर्ता उनके पास जाता था, वह कहता था कि हमें उन्हें महाराज कहना है और अगर हम ऐसा नहीं कहेंगे तो हमारी समस्याओं का समाधान नहीं होगा। उन्होंने अपने परिवार की परंपरा का बखूबी पालन किया। बहुतों ने धोखा दिया है लेकिन उन्होंने ग्वालियर और चंबा की जनता के साथ धोखा किया है।

सिंधिया का पलटवार

पलटवार में सिंधिया ने प्रियंका गांधी को पार्ट-टाइम नेत्री बताया। उन्होंन कहा कि क़ाबिलियत को क़द से तोलने वाले अहंकार का पाठ पढ़ाने से पहले, कृपया स्वयं आईने में झांक लें। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचारियों और वादाख़िलाफ़ियों के शासन को बार बार सिंधिया परिवार ने बदला है, और पुनः आपका सूपड़ा साफ़ मध्यप्रदेश से जनता करने जा रही है। उन्होंने कहा कि अपने भाषण के दौरान ग्वालियर चंबल को “ग्वालियर चंबा” कहने वालीं प्रियंका गांधी को मेरे परिवार पर आक्रमण करने के लिए भी एक पर्चे पर लिखी लाइनों की आवश्यकता पड़ी। उनकी सोच और ग्वालियर चंबल को लेकर समझ कितनी है, इसका अंदाज़ा भी लग गया। ग्वालियर-चंबल की मेरी जनता से अनुरोध है कि इस अपमान और निम्न स्तर के भाषण का उत्तर ज़रूर 17 नवंबर को अपना मतदान करके दें, और कांग्रेस पार्टी को सबक़ सिखाएं।

सिंधिया ने कहा कि इन दो परंपराओं के फ़र्क़ को समझने की उनमें क्षमता हो, इसकी आशा मैं नहीं करता - किस परिवार के सपूतों ने अफ़ग़ानों से लेकर मुग़लों और अंग्रेजों तक से भारत माता की रक्षा हेतु अपनी जान की क़ुर्बानी दी थी, और किसने चीन से भारत की रक्षा करना तो दूर, उन्हें भारतीय ज़मीन ही भेंट के रूप में दे दी थी ? किस परिवार की दूसरी पीढ़ी ने सत्ता के लोभ में इमरजेंसी लगायी थी? और आज भी किस परिवार की वर्तमान पीढ़ी स्वयं विदेशी मंचों पर जाकर देश को बदनाम कर रही है? मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान होगा और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।