सर सुन्दर लाल चिकित्सालय के विभागाध्यक्ष, कार्डियोलॉजी जांच में दोषी पाये गये

   सर सुन्दर लाल चिकित्सालय के विभागाध्यक्ष, कार्डियोलॉजी जांच में दोषी पाये गये

वाराणसी सिटी। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि चिकित्सा अधीक्षक, सर सुन्दर लाल चिकित्सालय, बी०एच०यू० के अनुसार चिकित्सालय के कार्डियोलॉजी तथा कार्डियो थोरेसिक विभागों को पूर्व में आवंटित शैय्याओं के सापेक्ष नव निर्मित सुपर स्पेशिलिटी ब्लॉक में निर्धारित किये गये स्थान पर और अधिक शैय्याओं का प्रावधान किया गया था, जो वर्तमान में भी यथावत् है। पुराने भवन में कार्डियो विभाग में 49 शैय्या की उपलब्धता थी, जबकि नये सुपर स्पेशिलिटी ब्लॉक में विभाग में कुल 61 शैय्याएं उपलब्ध करायी गयी हैं। चिकित्सा विज्ञान संस्थान में विभागों को शैय्याओं का आवंटन संस्थान की हास्पिटल स्पेस एलोकेशन कमिटी द्वारा किया जाता है।

विभागाध्यक्ष, कार्डियोलॉजी विभाग को चिकित्सा अधीक्षक द्वारा नव निर्मित ब्लॉक में शिफ्ट करने का निर्देशित किया गया था। विभागाध्यक्ष कार्डियोलॉजी विभाग द्वारा निर्देश का अनुपालन न करने पर उन्हें पुनः चिकित्सालय के उप कुलसचिव एवं मुख्य प्रशासनिक अधिकारी ने अनुस्मारक पत्र 29 अप्रैल द्वारा को उन्हें वार्ड, आईसीयू लैब तथा कार्यालय को शिफ्ट करने हेतु कहा गया तथा कुल सचिव काशी हिन्दू विश्वविद्यालय तथा निदेशक, चिकित्सा विज्ञान संस्थानए बी०एच०यू० को भी विभागाध्य द्वारा की जा रही आदेश की अवहेलना से अवगत करा दिया गया था और साथ ही इस हेतु उनके स्तर से उचित कार्यवाही हेतु संस्तुति भी की गयी थी। पुनः एक अन्य प्रकरण में चिकित्सा अधीक्षक द्वारा कुलसचिव काहिवि को कि विभागाध्यक्ष कार्डियोलॉजी विभाग द्वारा उपरोक्त दोनों आदेशों का अनुपालन नहीं किया गया है तथा उचित प्रशासनिक कार्यवाही की जाये, ताकि मरीजों के इलाज में सुविधा भी हो और केन्द्र सरकार द्वारा वित्तपोषित कायाकल्प परियोजना का रुका हुआ कार्य भी पूर्ण किया जा सके।

विभागाध्यक्ष कार्डियोलॉजी विभाग द्वारा जनपद वाराणसी में जून के मध्य प्रस्तावित जी-20 देशों के समूह के सम्मेलन के दौरान कार्डियोलॉजी विभाग के कोरोनरी केयर यूनिट में सामेट के प्रतिभागियों हेतु 02 अदद शैय्या आरक्षित करने से मना करने की सूचना चिकित्सा अधीक्षक के माध्यम से प्रेषित कर उचित कार्यवाही हेतु संस्तुति की गयी थी। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही गत दिवस सर सुंदरलाल चिकित्सालय, बीएचयू स्थलीय भ्रमण किया गया। जिसमें विभागाध्यक्ष, कार्डियोलॉजी विभाग में उपस्थित थे, जिससे स्पष्ट होता है कि विभागाध्यक्ष किसी भी समस्या के जनहित में समाधान के प्रति बेहद उदासीन है। साथ ही साथ उनके द्वारा प्रशासनिक मुद्दों को उचित पटल पर लेकर सुलझाने की उपेक्षा करते हुए उसे विभिन्न माध्यमों से प्रचारित मीडिया कर जनता को भ्रमित किया जाता रहा है तथा अपने उच्च अधिकारियों के विरुद्ध अनुचित एवं अंससदीय भाषा का प्रयोग किया जाता है। जो कि सर्वथा उचित नहीं है तथा केन्द्रीय सिविल सेवायें (वर्गीकरण, नियंत्रण और अपील) नियम, 1965 के अन्तर्गत अक्षम्य हैं।

बीएचयू के सर सुंदरलाल चिकित्सालय की हृदय विभाग में आवंटित 41 बेड डेढ़ वर्षो से ताले में बंद व अब तक 21 हजार मरीजों को वापस किए जाने की शिकायत को संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी एस. राजलिंगम के निर्देशानुसार अपर जिलाधिकारी (ना०आ०) जवाहर लाल श्रीवास्तव व मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा० संदीप चौधरी गत 20 जुलाई को अपराहन 03 बजे कार्डियोलॉजी विभाग, एस०एस०बी ब्लॉक, सर सुन्दर लाल चिकित्सालय, बी०एच०यू० के साथ स्थलीय भ्रमण किया गया। निरीक्षण के समय मौके पर कार्डियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो० ओम शंकर एवं चिकित्सालय के उप रजिस्ट्रार डा० रश्मि रंजन उपस्थित थे। उन्होंने बताया कि हास्पिटल मैनेजमेण्ट कमेटी के अधीन बेड आवंटन समिति के द्वारा कार्डियोलॉजी विभाग सहित अन्य विभागों को उक्त एस०एस०बी ब्लॉक में शैय्याओं का संख्यावार आवंटन किया गया है। निरीक्षण के समय कार्डियोलॉजी विभाग में वार्ड में क्षमता से अधिक बेड रखे गये थे, जोकि मानक के अनुरूप नहीं था। कार्डियोलॉजी विभाग मौके पर खुला मिला, परन्तु कोई भी मरीज भर्ती नहीं था, जिससे यह प्रतीत हुआ कि कार्डियोलॉजी विभाग के शैय्याओं का उपयोग नहीं किया जा रहा है।कार्डियोलॉजी विभाग के आई०सी०यू० में 17 बेड थे, परन्तु मौके पर संचालित नहीं मिले।

वर्तमान में कार्डियोलॉजी विभाग एसएसएच चिकित्सालय भवन में 45 बेड आवंटित एवं संचालित है तथा उक्त भवन का कायाकल्प किये जाने के दृष्टिगत एस०एस०बी० ब्लॉक में कार्डियोलॉजी विभाग को 41 बेड आंवटित किये गये हैं। निरीक्षण के समय विभागाध्यक्ष, कार्डियोलॉजी विभाग द्वारा 86 बेड की मांग इस शर्त पर की गयी कि कार्डियोलॉजी विभाग को वांछित 86 बेड एस०एस०बी० ब्लॉक में आवंटित किये जाने के उपरान्त ही एसएसएच चिकित्सालय भवन में 45 बेड खाली किया जायेगा। चूंकि निरीक्षण के समय डिप्टी रजिस्ट्रार द्वारा यह अवगत कराया गया कि चिकित्सालय में बेड आवंटन हेतु समिति का गठन किया गया है एवं समिति द्वारा ही चिकित्सालय के समस्त विभागों को बेड का आवंटन करना बताया गया है।ऐसी स्थिति में विभागाध्यक्ष, कार्डियोलॉजी विभाग द्वारा इस तरह की मांग करना उचित प्रतीत नहीं होता है।