बड़ी सफलता: ढांगरी हमले का मास्टरमाइंड आतंकी कॉरी समेत दो ढेर, हथियार बरामद

गुरुवार को मुठभेड़ के दौरान एक जवान बलिदान हो गए। इससे पहले बुधवार को दो कैप्टन समेत चार सैन्यकर्मी बलिदान हो गए और दो जवान घायल हुए। बुधवार को नागरिकों को बचाते हुए सुरक्षाबलों पर अचानक आतंकियों ने हमला कर दिया। महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा में जवानों ने अपना सर्वोच्च बलिदान दे दिया...

बड़ी सफलता: ढांगरी हमले का मास्टरमाइंड आतंकी कॉरी समेत दो ढेर, हथियार बरामद

जम्मू।  जम्मू संभाग के जिला राजोरी के बाजीमाल में गुरुवार दूसरे दिन भी मुठभेड़ हुई। इस ऑपरेशन में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, यहां दो आतंकियों को मार गिराया गया है। उनके पास से हथियार और गोला बारूद भी बरामद किया गया है। अभी तलाशी अभियान जारी है। 

पीआरओ डिफेंस ने बताया कि  गोलीबारी के दौरान पाकिस्तानी आतंकवादी कॉरी मारा गया है। उसे पाक और अफगान मोर्चे पर प्रशिक्षित किया गया है। कॉरी लश्कर-ए-तैयबा का उच्च रैंक आतंकवादी कमांडर था। वह पिछले एक साल से अपने ग्रुप के साथ राजोरी और पुंछ में सक्रिय था। उसे ढांगरी और कंडी हमलों का मास्टरमाइंड भी माना जाता है। इन आतंकियों को इन क्षेत्रों में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने के लिए भेजा गया था। वह आईईडी लगाने, गुफाओं से छिपकर हमला करने और प्रशिक्षित स्नाइपर था। इस साल एक जनवरी को राजोरी के ढांगरी में दोहरे आतंकी हमले को अंजाम दिया गया था, जिसमें सात लोगों की मौत हो गई थी। इमसें पांच लोग गोलीबारी में और दो लोग आईईडी ब्लास्ट में मारे गए थे।

जिला राजोरी के धर्मसाल के बाजीमाल इलाके में सेना व जम्मू-कश्मीर पुलिस के संयुक्त बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ गुरुवार सुबह एक बार फिर शुरू हुई। बुधवार सुबह 10 बजे शुरु हुई मुठभेड़ रात सात बजे तक जारी रही। अंधेरा होने के कारण नौ घंटे बाद गोलीबारी बंद कर दी गई लेकिन सुरक्षाबलों ने दोनों दहशतगर्दों को घेरा डाले रखा।

मुठभेड़ के दौरान दो कैप्टन समेत पांच सैन्यकर्मी बलिदान

गुरुवार को मुठभेड़ के दौरान एक जवान बलिदान हो गए। इससे पहले बुधवार को दो कैप्टन समेत चार सैन्यकर्मी बलिदान हो गए और दो जवान घायल हुए। बुधवार को नागरिकों को बचाते हुए सुरक्षाबलों पर अचानक आतंकियों ने हमला कर दिया। महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा में जवानों ने अपना सर्वोच्च बलिदान दे दिया। इस ऑपरेशन में कुल पांच सुरक्षाकर्मी वीरगति को प्राप्त हुए और दो घायल हुए हैं।

बलिदान अधिकारियों की पहचान कर्नाटक के कैप्टन एमवी प्रांजल, 63 आरआर/ सिग्नल, आगरा के कैप्टन शुभम, 9-पैरा और जम्मू के पुंछ के हवलदार माजिद, 9-पैरा के रूप में हुई है। दो बलिदानियों की पहचान अभी नहीं चल पाई है। 9 पैरा के मेजर मेहरा के हाथ और छाती में चोट आई है। उन्हें उधमपुर के कमांड अस्पताल में एयरलिफ्ट कर पहुंचाया गया। यहां उनकी हालत स्थिर है। एक घायल जवान का इलाज राजोरी में 50 जनरल अस्पताल में चल रहा है।