Telangana Election Result: तेलंगाना में कांग्रेस की जीत से भी भाजपा को होगा फायदा?

तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए जारी मतगणना में रुझानों में कांग्रेस आसानी से बहुमत की ओर बढ़ती नजर आ रही है। सीएम केसीआर पर परिवारवाद की राजनीति और भ्रष्टाचार को लेकर लगातार हमले हो रहे थे। इसका उन्हें बड़ा नुकसान हुआ है....

Telangana Election Result: तेलंगाना में कांग्रेस की जीत से भी भाजपा को होगा फायदा?

नई दिल्ली। तेलंगाना में हुए विधानसभा चुनाव के मतगणना शुरू हो चुकी है। शुरुआती रुझानों में कांग्रेस को बहुमत मिलता दिखाई दे रहा है। अगर अंतिम परिणाम भी ऐसे ही रहते हैं तो मुख्यमंत्री के पद से सीएम केसीआर की विदाई तय मानी जा रही है। ऐसे में इस चुनाव का परिणाम कांग्रेस के लिए करिश्मा तो वहीं, केसीआर की बीआरएस के लिए झटका माना जा रहा है। राज्य में भाजपा कोई जादू तो नहीं दिखा पाई लेकिन कांग्रेस की इस जीत से भाजपा को भी  एक फायदा हो सकता है। लेकिन ये कैसे होगा? आइए जानते हैं इस एक्सप्लेनर के माध्यम से...

क्या है चुनावी आंकड़े?

अगर तेलंगाना विधानसभा चुनाव से जुड़े एग्जिट पोल की बात करें तो इंडिया टीवी-सीएनएक्स सर्वे के मुताबिक, तेलंगाना में कांग्रेस को सत्ता मिलने और सीएम केसीआर के सत्ता से बाहर जाने की उम्मीद है। Exit Poll के मुताबिक, राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को 63-79 सीटें मिलने की उम्मीद है, वहीं, बीआरएस (भारत राष्ट्र समिति जिसे पहले तेलंगाना राष्ट्र समिति के नाम से जाना जाता था) को 119 सदस्यीय विधानसभा में 31-47 सीटें मिल सकती हैं। वहीं, रुझानों में भी कांग्रेस आसानी से बहुमत की ओर बढ़ती नजर आ रही है। 

कैसे हुआ केसीआर को नुकसान?

तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर और उनके पार्टी के ऊपर विपक्षी दलों की ओर से लगातार भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जा रहे थे। इसके साथ ही केसीआर पर परिवारवाद की राजनीति को लेकर भी हमले हो रहे थे। पीएम मोदी हो या राहुल गांधी सभी ने केसीआर पर जमकर हमला बोला। भाजपा और कांग्रेस ने राज्य में जमीन घोटाले जैसे मामलों को जमकर उठाया। इसके अलावा केसीआर तेलंगाना के निर्माण के बाद ही राज्य के सीएम बने हुए थे। ऐसे में उनके खिलाफ एंटी इनकंबेंसी का फैक्टर भी एक मुद्दा रहा। 

कांग्रेस की मेहनत रंग लाई

तेलंगाना में केसीआर को कमजोर होता देखकर कांग्रेस ने पूरा दम लगा दिया था। कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने भी राज्य में चुनाव प्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ी पार्टी ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर केसीआर को घेरने के साथ ही उनके वोटों पर भी सेंधमारी की है। इसके साथ ही कांग्रेस द्वारा राज्य के लिए छह गारंटी का ऐलान भी काम कर गया। बता दें कि इसमें किसानों से लेकर महिलाओं समेत कईयों के लिए बड़े ऐलान किए गए थे। साथ ही कांग्रेस ने अल्पसंख्यकों के लिए भी अलग से एक घोषणापत्र जारी किया था। माना जा रहा है कि इससे मुस्लिम वोट भी कांग्रेस की ओर आया। 

भाजपा कहां चूकी?

तेलंगाना चुनाव में भाजपा ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी थी। पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने भी राज्य में पार्टी के लिए कई बड़ा रैलियां की थी। बीते चुनाव के मुकाबले पार्टी की सीटें तो बढ़ती दिख रही हैं लेकिन इसके बावजूद भी पार्टी अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाई। जानकार इस प्रदर्शन का मुख्य कारण चुनाव से पहले राज्य के पार्टी नेतृत्व में बदलाव को बता रहे हैं। 

कांग्रेस की जीत से भाजपा को फायदा?

तेलंगाना में कांग्रेस की जीत से भाजपा को लोकसभा चुनवाव 2024 के लिए एक बड़ा फायदा देखने को मिल रहा है। पहले कर्नाटक और इसके बाद तेलंगाना की जीत ने कांग्रेस को दक्षिण में एक बड़े चेहरे के रूप में सामने लाया है। बता दें कि कांग्रेस के नेतृत्व में ही केंद्रीय स्तर पर लोकसभा चुनाव 2024 के लिए I.N.D.I अलायंस का गठन हुआ है। विधानसभा चुनाव में इस प्रदर्शन से कांग्रेस क्षेत्रीय दलों के सामने खुद को मजबूती से पेश करेगी और अन्य क्षेत्रीय दलों से चुनाव में ज्यादा सीटों की डिमांड कर सकती है। हालांकि, पहले के रवैये को ध्यान में लाए तो ऐसा लगता नहीं कि क्षेत्रीय दल किसी भी हालत में अपनी सीटों को नुकसान पहुंचाने की बात स्वीकारेंगे। ऐसे में लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों के गठबंधन में बड़ी अनबन देखने को मिल सकती है। ऐसे में इस अनबन का सीधा फायदा भाजपा को मिल सकता है।