आसान नहीं था चंद्रयान का सफर, कई तकलीफों से गुजरे वैज्ञानिक

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख एस सोमनाथ ने चंद्रयान-3 मिशन की सफलता का श्रेय उन सभी वैज्ञानिकों को दिया है जो दुख और तकलीफ के बावजूद इसकी कामयाबी के लिए मजबूती से लगे रहे...

आसान नहीं था चंद्रयान का सफर, कई तकलीफों से गुजरे वैज्ञानिक

नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख एस सोमनाथ ने चंद्रयान-3 मिशन की सफलता का श्रेय उन सभी वैज्ञानिकों को दिया है जो दुख और तकलीफ के बावजूद इसकी कामयाबी के लिए मजबूती से लगे रहे। उन्होंने भरोसा जताया कि अंतरिक्ष एजेंसी आने वाले वर्षों में इसी तरह मंगल ग्रह पर एक अंतरिक्ष यान उतारेगी। उन्होंने चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के लिए देश की अंतरिक्ष एजेंसी के वैज्ञानिकों के नेतृत्व की एक पीढ़ी के योगदान को भी स्वीकार किया और कहा कि यह एक क्रमिक प्रगति है और निश्चित रूप से एक बड़ी प्रगति है। 

सोमनाथ ने कहा कि चंद्रमा की यात्रा कठिन है और प्रौद्योगिकी की प्रगति के साथ आज किसी भी देश के लिए सॉफ्ट-लैंडिंग हासिल करना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि भारत ने इसे केवल दो मिशनों में हासिल किया है। चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग के उद्देश्य से पहला मिशन चंद्रयान -2 एक मामूली चूक से रह गया था, जबकि चंद्रयान -3 मिशन पूरी तरह से निष्पादित किया गया था।

चंद्रयान -1 का उद्देश्य केवल चंद्रमा के चारों ओर एक कक्षा में एक मानव रहित अंतरिक्ष यान स्थापित करना था। इसरो प्रमुख ने कहा, 'यह (चंद्रयान-3 मिशन की सफलता) न केवल चंद्रमा पर जाने के लिए बल्कि मंगल पर जाने के लिए भी मिशनों को आकार देने का आत्मविश्वास देता है।'

उन्होंने कहा कि चंद्रयान-3 मिशन को अंजाम देना कठिन था। हम बहुत दर्द और पीड़ा से गुजरे हैं। सोमनाथ ने कहा कि चंद्रयान-2 के प्रमुख वैज्ञानिक भी चंद्रयान-3 टीम का हिस्सा थे। उन्होंने कहा, 'चंद्रयान-2 के साथ जो लोग थे, उनमें से ज्यादातर चंद्रयान-3  में हमारी मदद करने में हमारे साथ हैं।'

उन्होंने कहा, चंद्रयान-3 में हमारे पास जो तकनीक है, वह चंद्रमा पर जाने वाली किसी भी अन्य तकनीक से कम नहीं है। हमारे पास चंद्रयान -3 में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ सेंसर, श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ (उपकरण) हैं। उन्होंने कहा, यह विश्व स्तरीय घटकों का उपयोग करके पूरी तरह से मेड-इन-इंडिया मिशन था। 

इसरो टीम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से शुभकामना संदेश पर उन्होंने कहा, 'माननीय प्रधानमंत्री ने मुझे फोन किया और इसरो में के द्वारा किए गए अद्भुत काम के लिए प्रत्येक को और परिवार को बधाई दी।'