आखिर ! शास्त्रों में महिलाओं को निर्वस्त्र स्नान करने से मना क्यो किया गया है, पढ़ें क्या कहते हैं शास्त्रों के जानकार

शास्त्रों में बताए नियमों के अनुसार निर्वस्त्र स्नान न करने की बात की जाती है। आइए जानें इसके पीछे के कारणों के बारे में और आखिर क्यों बिना कपड़ों के स्नान करना आपके लिए शुभ नहीं है...

आखिर ! शास्त्रों में महिलाओं को निर्वस्त्र स्नान करने से मना क्यो किया गया है, पढ़ें क्या कहते हैं शास्त्रों के जानकार

फीचर्स डेस्क। हमारे देश में हर काम को लेकर शास्त्रों में कुछ न कुछ लिखा गया है। ऐसे ही महिलाओं के स्नान को लेकर कुछ नियम बनाए गए हैं। दरअसल, हम लोगों को हिन्दू धर्म में अपने शास्त्रों पर भरोषा भी बहुत है। वही इसका पालन करने से घर की सुख समृद्धि और  खुशहाली बनी रहती है। बता दें कि हमारे शास्त्रों में लिखी बातों को सदियों से लोग पालन करते चले आ रहें हैं। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो नहीं मानते हैं या पालन नहीं करते हैं। आज हम आपको बताने जा रहें हैं कि आखिर महिलाओं को निर्वस्त्र स्नान क्यो नहीं करना चाहिए। इस टॉपिक पर मेरे साथ हैं ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ सीमा चक्रवर्ती जो बताने जा रहीं हैं कि आखिर ऐसा शास्त्रों में क्यो कहा गया है...

पढ़िये निर्वस्त्र स्नान क्यो माना है

बात अगर पौराणिक कथाओं से समझे तो महिलाओं को निर्वस्त्र स्नान न करने के पीछे कृष्ण जी हैं। आपको कहानी वो याद होगी कि जब गोपिकाएं सरोवर में स्नान कर रही थीं और सभी निर्वस्त्र थीं उस समय बाल कृष्ण ने गोपियों के सभी वस्त्र ले जाकर कहीं छिपा दिए थे। ऐसे में जब गोपियों ने उनको प्रार्थना कर के बोली कि हमारे वस्त्र लौटा दो तो कृष्ण भगवान ने उनको समझाया कि कहीं भी बिना वस्त्र धारण किए स्नान नहीं करना चाहिए। इससे जल के देवता वरुण का अपमान होता है। इसलिए आपको निर्वस्त्र स्नान न करने की सलाह दी जाती है। 

वरुण देव भी हो सकते हैं रुष्ट

दूसरी बात ऐसे समझे कि आप यह सोचती होंगी कि बाथरूम में कोई नहीं देख रहा तो तो आपको बता दें कि ऐसा सोचना गलत है, क्योकि ईश्वर आपको हर स्थान पर देख रहे होते हैं। ऐसे में अगर आप निर्वस्त्र होकर स्नान कर रहीं हैं तो समझिए यह जल के देवता वरुण का अपमान करने जैसा कर रहीं हैं। ऐसे में शास्त्रो में कहा जाता है कि निर्वस्त्र स्नान करने से आपको पाप लग सकता है और आर्थिक और शारीरिक नुकसान भी हो सकता है।

निगेटिव एनर्जी बॉडी में कर सकती है प्रवेश

ऐसा कहा गया है कि निर्वस्त्र स्नान करने से हमारे बॉडी में नकारात्मक ऊर्जा मतलब निगेटिव एनर्जी प्रवेश कर सकती है। ऐसे में आपके सोचने और आपका व्यवहार में नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकता है। इसलिए शास्त्रो में हमेशा सलाह दी जाती है कि भले ही आप नहाते समय कोई एक कपड़ा धारण करें, लेकिन बिना कपड़ों के स्नान न करें  तो बेहतर होगा।

पितृ दोष की भी होती है बात  

अब बात गरुड़ पुराण की कर लेते हैं तो इसमे कहा गया है कि जब भी हम लोग स्नान करते हैं तब हमारे पितर यानी मृत पूर्वज हमारे आसपास ही होते है। इसलिए निर्वस्त्र स्नान करने से पितृ दोष लगने की संभावना अधिक हो जाती है। इसलिए कभी भी निर्वस्त्र होकर स्नान नहीं करना चाहिए। पद्मपुराण के अनुसार, नहाने वाला पानी पूर्वजों के हिस्से जाता है और निर्वस्त्र होकर नहाने से इसे पितरों के समक्ष बिना कपड़ों के नहाना माना जाता है। 

धन की देवी भी हो सकती हैं नाराज 

शास्त्रों में ऐसा माना गया है कि यदि कोई निर्वस्त्र होल्कर स्नान करता है तो माँ लक्ष्मी उससे रूठ जाती हैं। ऐसे में होता यह है कि आपकी कुंडली में धन हानि के योग बनने लगते हैं और आपकी आर्थिक स्थिति खराब होने लगती है।

अब आप समझ ही गई होंगी कि क्यो निर्वस्त्र स्नान नहीं करना चाहिए और शास्त्रों में क्यो मना किया गया है। ऐसे ही आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें फोकस हर लाइफ के पेज से। आपको भी कुछ ऐसे मान्यता वाली जानकारी है तो अपने आज ही मेल करें। मेल- focusherlife@gmail.com