शिवरात्रि स्पेशल : शिव जी को बेलपत्र चढ़ाने का क्या है सही तरीका, क्या आप जानते है

  शिव जी की पूजा में बेलपत्र अगर न चढ़ाएं जाएं तो पूजा अधूरी मानी जाती है। शिव जी को बेलपत्र अति प्रिय है। शिवलिंग की पूजा करते समय बेलपत्र कैसे चढ़ाएं और क्या है शिव पूजा में बेलपत्र का महत्व, आइए जानते है….  

शिवरात्रि स्पेशल : शिव जी को बेलपत्र चढ़ाने का क्या है सही तरीका, क्या आप जानते है

फीचर्स डेस्क। शिव भक्तों का बड़ा त्यौहार महा शिवरात्रि आने को है। इस दिन शिव जी की प्रिय चीजों को शिवलिंग पर अर्पित किया जाता है। ऐसी ही शिव जी की एक प्रिय चीज है बेलपत्र। बेलपत्र के पेड़ में पत्तियां एक साथ तीन की संख्या में जुड़ी रहती है। ऐसा माना जाता है कि बेलपत्र को अर्पित किए बिना शिवजी की पूजा अधूरी होती है। इसलिए जब भी आप शिवलिंग की पूजा करें ,बेलपत्र जरूर अर्पित करें। शास्त्रों की माने तो बेलपत्र अर्पित करने का भी एक नियम होता है। आइए जानते है बेलपत्र शिव जी को कैसे चढ़ाएं।

 कैसे चढ़ाया जाता है बेलपत्र

बेलपत्र के तीन पत्ते शिव जी के तीन नेत्रों के प्रतीक है। इसलिए शिव जी को बेलपत्र अति प्रिय है। बेलपत्र कैसे करें अर्पित शिवलिंग में, आइए जानते है।

एक बेलपत्र में तीन पत्तियां होनी चाहिए। ये तीन पत्तियों का एक बेलपत्र माना जाता है।

ध्यान रखें कि बेलपत्र की पत्तियां कहीं से भी कटी, फटी न हो।

बेलपत्र की पत्ती जहां से चिकनी हो, वहीं की तरफ से शिवलिंग में बेलपत्र चढ़ाएं।

शायद आपको ये बात पता न हो कि आप एक बेलपत्र को बार बार धोकर फिर से चढ़ा सकती है।

सबसे पहले शिवलिंग में जल चढ़ाएं फिर बेलपत्र अर्पित करें।

बेलपत्र तीन दल से लेकर ग्यारह दल तक के आपको मिल जाएंगे। जितने ज्यादा दल होंगे उतने ही ज्यादा उत्तम फल देने वाले होंगे।

 बेलपत्र से होता है पापों का नाश

शिव पुराण और स्कंद पुराण में लिखा है कि शिव जी को बेलपत्र अति प्रिय है। शिव जी की पूजा में बेलपत्र को अर्पित करने से होता है समस्त पापों का नाश। ऐसा कहा जाता है कि माता पार्वती के पसीने की बूंदें जहां टपकी वहीं बेलपत्र का पेड़ उत्पन्न हुआ। बेलपत्र अति पवित्र होता है। संपूर्ण पेड़ में माता पार्वती के अनेक रूपों का वास होता है। बेलपत्र के पेड़ की जड़ में मां गिरिजा। तने में मां माहेश्वरी, शाखाओं में दक्ष्यायनी ,बेलपत्र में मां पार्वती, फूलों में मां गौरी और इसके फलों में मां कात्यायनी का वास होता है। बेलपत्र का पेड़ यदि आप घर में लगाते है तो इससे माता लक्ष्मी प्रसन्न होती है और घर में धन वैभव आता है।

 बेलपत्र को अर्पित करने से मिलते है ये लाभ

भगवान शिव की होती है असीम कृपा और होती है आपकी हर मनोकामना पूर्ण।

शिव जी को बेलपत्र अर्पित करने से घर में कभी धन की कमी नहीं होती।

यदि आप शिव जी की कृपा के पात्र बनना चाहते है तो बेलपत्र में ॐ नमः शिवाय या राम राम लिखकर शिवलिंग को अर्पित करें।

रविवार के दिन बेलपत्र के वृक्ष की पूजा करने से सभी पाप धुल जाते है।

भगवान शिव पर जल और बेलपत्र चढ़ाने से भोलेनाथ जल्दी प्रसन्न होते है।

 आप भी यदि भोलेनाथ की असीम कृपा पाना चाहते है तो इस शिवरात्रि बेलपत्र चढ़ाते समय रखें इन बातों का ध्यान।