देश में बढ़ा आई फ्लू का खतरा, सावधानी है बेहद ज़रूरी, पढ़ें ऑप्थैल्मोलॉजिस्ट डॉ. शैलजा का ये टिप्स

यह बीमारी बच्चों में अधिकतर देखने को मिल रही है। ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि आप सभी को आई फ्लू को लेकर जानकारी हो ताकि आप समय रहते इस बीमारी से अपना और अपने से बच्चों का बचाव कर पाएं। आइये जानते हैं ऑप्थैल्मोलॉजिस्ट डॉ. शैलजा से कंजंक्टिवाइटिस से कैसे बचें और इसका उपचार क्या है...

देश में बढ़ा आई फ्लू का खतरा, सावधानी है बेहद ज़रूरी, पढ़ें ऑप्थैल्मोलॉजिस्ट डॉ. शैलजा का ये टिप्स

हेल्थ डेस्क। बाढ़ का खतरा कम होने के बाद दिल्ली-NCR में एक बीमारी की चर्चा जोरों पर है और वो है Eye Flu मतबल आंख की बीमारी। पिछले दिनों दिल्ली एवं इससे जु़ड़े कई इलाकों में भारी बारिश के चलते बाढ़ का पानी भर गया । अब पानी धीरे -धीरे कम हो रहा है, ऐसे में बाढ़ के पानी और जलभराव के कारण कई तरह की बीमारियों का खतरा भी बढ़ने लगा है। इसमें आई फ्लू के मामले सबसे तेजी से बढ़ रहे हैं और यह बीमारी बच्चों में अधिकतर देखने को मिल रही है। ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि आप सभी को आई फ्लू को लेकर जानकारी हो ताकि आप समय रहते इस बीमारी से अपना और अपने से बच्चों का बचाव कर पाएं। आइये जानते हैं ऑप्थैल्मोलॉजिस्ट डॉ. शैलजा से कंजंक्टिवाइटिस से कैसे बचें और इसका उपचार क्या है...

क्या होता है फ्लू

आई फ्लू को कंजंक्टिवाइटिस या पिंक आई (Pink Eye) के नाम से भी जाना जाता है। इसके अधिकतर मामले सर्दी-खांसी वाले वायरस के कारण से बढ़ते हैं। ये संक्रमण आंखों के सफेद वाले हिस्से में होता है खासतौर पर यह मानसून के मौसम में तेजी से फैलता है। इसकी वजह से बच्चों की आंखों में इंफेक्शन की समस्या पैदा होती है, जिससे आंखों का रंग लाल होना, सूजन और गंभीर दर्द बढ़ जाता है। डॅाक्टरों के मुताबिक यह बहुत गंभीर नहीं होता लेकिन इस दौरान आंखों की साफ सफाई का खास प्रकार से ध्यान रखने की जरूरत होती है।

उचित सावधानी ही बचाव है सही बचाव

आई फ्लू एक संक्रमक बीमारी है यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैलती है । ऐसे में इसे रोकने के लिए कुछ बातों का विशेषकर ध्यान देना जरूरी हो जाता है। संक्रमित व्यक्ति को टीवी या मोबाइल देखते समय अधिकतर काला चश्मा पहनना चाहिए। आंखों को बार-बार नहीं छुना चाहिए साथ ही आंखों की सफाई के लिए गंदे कपड़े का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। किसी से भी आई कांटेक्ट बनाने से बचना चाहिए।

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आई फ्लू ग्रसित इस बात का रखे ध्यान

आई फ्लू से पीड़ितों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आंखें हमारे शरीर के सबसे सेंसिटिव पार्ट्स में से एक है। ऐसे में इस पर विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है। आंखों की ठंडी पानी से सिकाई करते रहें, और थोड़ी देर में साफ पानी से आंखों को साफ करते रहें। बाहर जाते वक्त चस्मा जरूर पहनें । भीड़ भाड़ वाली जगहों में न जाएं क्योंकि ये बीमारी दूसरों को भी फैल सकती है। आंखों में समय-समय पर गुलाब जल अथवा आई ड्रॉप डालें।

लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं

यह बीमारी एक आंख से शुरू होकर जल्द ही दूसरी आंख में भी फैल जाती है। ऐसे में कोई भी लक्षण दिखने पर डॉक्टर को दिखाएं। लक्षण गंभीर होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। बरसात के मौसम में यह बहुत आम है। इसके अधिकतर मामले सर्दी-खांसी वाले वायरस की वजह से बढ़ते हैं।

-डॉ. शैलजा टिबरेवाल, पीडियाट्रिक ऑप्थैल्मोलॉजिस्ट, डॉ. श्रॉफ चैरिटी आई हॉस्पिटल, दरियागंज, दिल्ली।