एडवेंचरस सफर पसंद है तो वाराणसी में वेलकम के लिए तैयार है गंगा विलास क्रूज, 5 साल के लिए हो चुकी है बूकिंग

देश पीएम मोदी 13 जनवरी को इस क्रूज डिब्रूगढ़ के लिए रवाना करेंगे। पहली बार इस रिवर क्रूज में 32 विदेशी टूरिस्ट सवार होंगे। 32 विदेशी टूरिस्ट 51 दिन यात्रा कर आनंद लेंगे। इस क्रूज में अगर आप सफर करते हैं ...

एडवेंचरस सफर पसंद है तो वाराणसी में वेलकम के लिए तैयार है गंगा विलास क्रूज, 5 साल के लिए हो चुकी है बूकिंग

वाराणसी सिटी। क्रूज की सवारी करना आपको पसंद है तो दुनिया का सबसे लंबा रिवर क्रूज (Ganga Vilas Cruise) वाराणसी में आपका वेलकम करने के रामनगर बंदरगाह पर खड़ा है। आप अब 51 दिनों तक एडवेंचरस सफर के लिए इस क्रूज से निकल सकते हैं। देश पीएम मोदी 13 जनवरी को इस क्रूज डिब्रूगढ़ के लिए रवाना करेंगे। पहली बार इस रिवर क्रूज में 32 विदेशी टूरिस्ट सवार होंगे। 32 विदेशी टूरिस्ट 51 दिन  यात्रा कर आनंद लेंगे। इस क्रूज में अगर आप सफर करते हैं तो  आलीशान महल या होटल जैसा महसूस कराएगा। ... तो आइए बताते है इस क्रूज के शानदार सफर और खास खासियत के बारे में….

जानें क्रूज के बारे में विस्तार से

यह क्रूज पहली बार 51 दिनों में 3,200 किलोमीटर के लंबे सफर तय करेगा। यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल, बांग्लादेश और असम के कुल 27 रिवर सिस्टम से गुजरेगा। जिस रास्ते से यह क्रूज गुज़रेगी उसमे तीन नदियां गंगा, मेघना और ब्रह्मपुत्र नदिया पड़ेंगी। क्रूज बंगाल में गंगा की सहायक और दूसरे नामों से प्रचलित भागीरथी, हुगली, बिद्यावती, मालटा, सुंदरवन रिवर सिस्टम, वहीं, बांग्लादेश में मेघना, पद्मा, जमुना और फिर भारत में ब्रह्मपुत्र से आसाम में प्रवेश करेगा। भारत-बांग्लादेश प्रोटोकॉल की वजह से यह यात्रा बांग्लादेश को क्रॉस करेगी।

18 सुइट्स, स्पा रूम और 3 सनडेक

गंगा विलास क्रूज की लंबाई साढ़े 62 मीटर और चौड़ाई 12.8 मीटर है। इसमें टूरिस्ट के रहने के लिए कुल 18 सुइट्स हैं। साथ में एक 40 सीटर रेस्टोरेंट, स्पा रूम और 3 सनडेक हैं। साथ में म्यूजिक का भी अरेंजमेंट है। ऊपरी डेक की आउटडोर सिटिंग में स्टीमर चेयर्स और कॉफी टेबल के साथ एक बार है। बाथ टब वाला बाथरूम, कन्वर्टिबल बेड्स, फ्रेंच बालकनी, एलईडी टीवी, तिजोरी, स्मॉक अलार्म्स, लाइफ वेस्ट और स्प्रिंकलर्स भी हैं।

कितना है 18 सुइट्स का किराया

गंगा विलास क्रूज का एक दिन का किराया- एक व्यक्ति का किराया 19 लाख रुपए है। सुइट का किराया 38 लाख का है। यह रेट स्पेस के हिसाब से फ्लैक्सी है। 13 जनवरी को शुरू हो रहे दुनिया के सबसे लंबे नदी जलयात्रा में बनारस से डिब्रूगढ़ तक एक यात्री को 13 लाख रुपए चुकाने होंगे।

5 साल के लिए बुक हैं क्रूज

बता दें कि गंगा विलास की पूरे 5 साल की एडवांस बुकिंग हो चुकी है। इसे दुनिया के अलग-अलग टूरिस्ट ग्रुप ने बुक किया है। 13 जनवरी को शुरू होने वाली यात्रा का किराया 19 लाख रुपए है। वाराणसी से सवार सभी 32 यात्री डिब्रूगढ़ तक यात्रा करेंगे। इस रुट पर आगे भी कोई नई बुकिंग नहीं होनी है।

इमरजेंसी के लिए छोटी-छोटी 4 स्टीमर भी क्रूज के साथ अटैच

क्रूज के आगे एक शिप चलती है। यह क्रूज के सेफ्टी में तैनात है। शिप पर एक पायलट होगा, जो क्रूज कैप्टन को गाइड करेगा। क्रूज के पायलट और मास्टर कोलकाता में चेंज हो जाएंगे। बाकी सभी स्टाफ रहेंगे। क्रूज के सुइट्स में सुरक्षा के लिए लाइफ जैकेट, फायर अलार्म आदि लगे हैं। वहीं, इमरजेंसी के लिए छोटी-छोटी 4 स्टीमर भी क्रूज के साथ अटैच हैं। क्रूज में 51 दिन का खाने पीने का सामान उपलब्ध है।

क्या है क्रूज की खासियत

62.5 मीटर लंबे और 12.8 मीटर चौड़े गंगा विलास क्रूज में 40 हजार लीटर का फ्यूल टैंक और 60 हजार लीटर का वाटर टैंक है। फ्यूल टैंक फुल होने पर एक बार में कर सकता है 40 दिन की यात्रा। गंगा विलास सेल्फ कंटेट जहाज है। गंगा विलास क्रूज के फ्यूल टैंक की कैपेसिटी 40 हजार लीटर की है। इतने इंधन में यह 40 दिन की यात्रा कर सकता हैक्रूज का अपना एक STP प्लांट भी है।

क्या होगी क्रूज की रफ्तार

अप स्ट्रीम में क्रूज की रफ्तार 10 से 12 किलोमीटर प्रति घंटा है।

डाउन स्ट्रीम में क्रूज की रफ्तार 15 से 20 किलोमीटर प्रति घंटा है।

कब पहुंचेगा असम

गंगा विलास क्रूज के डिब्रूगढ़ पहुंचने की संभावित तिथि 1 मार्च 2023 है।

कोलकाता से क्रूज 22 दिसंबर को काशी के लिए रवाना हुआ था। काशी से डिब्रूगढ़ के लिए यह क्रूज 13 जनवरी को रवाना होगा।