वर्ष 2021 में जिन महिलाओं ने किया हर मैदान फतह, ये है वो विमेंस अचीवर्स

ऐसा कोई क्षेत्र नहीं जहां महिलाओं ने अपनी काबिलियत के झंडे न गाड़े हो। हर साल महिलाएं अपनी योग्यता के निशान छोड़ जाती है। जिससे युगों तक उनकी याद किया जाता है। इस साल भी कई महिलाओं ने इस पुरुष प्रधान समाज में अपने आप को किया है साबित । जानते है कौन है वो महिलाएं.....

वर्ष 2021 में जिन महिलाओं ने किया हर मैदान फतह, ये है वो विमेंस अचीवर्स

फीचर्स डेस्क। हमारे भारत की महिलाएं किसी से कम नहीं। ये बात सिर्फ कहने की नहीं है, ये बात साबित करके दिखाई है इन्होंने। इन महिलाओं ने नए कीर्तिमान स्थापित किए है। इनको न उम्र रोक सकी, न शारीरिक कमियां। जो ठाना वो करके दिखाया। ऐसा जज़्बा, ऐसी हिम्मत देखी है क्या कभी। चाहे कॉरपोरेट का क्षेत्र हो या खेल का, सभी क्षेत्रों में इन महिलाओं ने अपनी काबिलियत के दम पर एक अलग मुकाम हासिल किया है। ये मुकाम सिर्फ एक दिन में नहीं कई सालों की मेहनत का नतीजा है। तो इससे ये भी पता चलता है कि भारतीय महिलाओं में कितनी सहनशीलता है। कौन है वो महिलाएं जिन्होंने अपने काम से ये वर्ष 2021 अपने नाम कर दिया , आइए जानते है।

फाल्गुनी नायर


भारत की सबसे पहली महिला करोड़पति बनने का खिताब हासिल करने वाली फाल्गुनी नायर नायका की फाउंडर है। नायका कंपनी के बारे में कौन नहीं जानता। ब्यूटी और कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स के लिए जब भी बात होती है तो सबसे पहले नायका का ही नाम आता है। 50 साल की उम्र में जहां लोग समझते है कि हमने अब अपनी आधी जिंदगी जी ली वहीं फाल्गुनी ने कुछ अपने लिए कुछ करने की सोची और नायका कंपनी की शुरुवात की।  फाल्गुनी कंपनी की सिर्फ फाउंडर और शेयर होल्डर तो है ही साथ ही वो 7 और प्रमोटर्स के जरिए कंपनी की बागडोर संभाल रही है। हर महिला को फाल्गुनी से प्रेरणा लेनी चाहिए।

अवनी लखेरा


अवनी ने तो खेल प्रेमियों के लिए नए आयाम खोल दिए हो जैसे। उन्होंने साबित कर दिखाया अगर आपको सफल होना है तो लगातार कोशिश करो, शारीरिक दुर्बलता भी आपको रोक नहीं सकती। टोक्यो पैरालंपिक में इंडिया की शूटर 19 वर्ष की अवनी ने 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग में गोल्ड मेडल जीता। इसके अलावा पैरालिंपिक में 249.6 का रिकॉर्ड भी बना डाला। 11 साल की उम्र में एक हादसे ने उनकी जिंदगी बदल दी। पर उन्होंने हार नहीं मानी और अभिनव बिंद्रा को अपना आइडल बना कर शूटिंग की तैयारी की। तब से लेकर आज तक वो नहीं रुकी और कई इनाम जीत कर भारत को गौरांवित किया है। 2016 के रियो ओलंपिक में भी अवनी ने अपनी योग्यता प्रदर्शित की थी।पूरे भारत को अवनी पर गर्व है।

लीना नायर


लीना नायर जो की भारतीय मूल की है उनको फ्रांस के लग्जरी ग्रुप शनैल लंदन में एस ए ग्लोबल चीफ एक्जीक्यूटिव की उपाधि से नवाजा गया है। लीना की इस उपलब्धि से पूरे भारत को उन पर गर्व है। लीना जनवरी से इस पद को ज्वाइन करेंगी। लीना बेसिकली कोल्हापुर की रहने वाली है और स्टार्टिंग में वहीं पढ़ी लिखी है। आगे की पढ़ाई के लिए लीना जमशेदपुर गई। एंग्लो डच कंपनी के  लंदन हेडक्वाटर में 2013 में उन्हें लीडरशिप और आर्गेनाइजेशन डेवलपमेंट का ग्लोबल वाइस प्रेसिडेंट बनाया गया । उनकी उपलब्धि यही खत्म नहीं हुई 2016 में लीना यूनिलीवर की सबसे कम एज की फर्स्ट लेडी CHRO बनी।

भूरी बाई


आदिवासी समुदाय की महिला भूरी बाई एमपी के झाबुआ जिले के पिटोल गांव में रहती है। भूरी बाई को बचपन से ही ड्राइंग का शौक था और उनके इसी शौक ने उन्हें एक नई पहचान दी। आज उनकी चित्रकारी विदेशों तक में मशहूर है। वहां के म्यूजियम, संग्रहालयों में उनकी पेंटिंग्स की प्रदर्शनी लगती है। भूरी बाई को भील आर्ट को फिर से रिवाइव करने के लिए पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित किया गया है।

मंजम्मा जोगती
मंजम्मा कर्नाटक में जन्मी है और एक ट्रांसजेंडर फोक कलाकार है। जिन्हें इसी साल राष्ट्रपति राजनाथ कोविंद ने पद्मश्री पुरुष्कार से मंजम्मा को सम्मानित किया है। मंजम्मा का अवार्ड लेने का अंदाज सबसे अलग था जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया में खूब वायरल हुआ। उनका पूरा जीवन संघर्षमय रहा। उनका जीवन इतना प्रेरणादायक है कि आज कर्नाटक में स्कूल में उनके जीवन की कहानी पढ़ाई जाती है। जिन्होंने जीते जी ये मुकाम हासिल किया उनको सलाम है।

जस्टिस बी वी नागरत्ना


पहली महिला चीफ जस्टिस बनने वाली है जस्टिस बी वी नागरत्ना। जी हां 2027 में पहली महिला चीफ जस्टिस होंगी जस्टिस बी वी नागरत्ना। अभी जस्टिस बी वी नागरत्ना कर्नाटक हाईकोर्ट में जज है। ये हम सभी महिलाओं के लिए और हमारे देश के लिए गर्व का समय है जब एक महिला चीफ जस्टिस बनेगी।

जसवंती बेन पोपट


जसवंती बेन 91 साल की महिला है जिन्होंने लिज्जत पापड़ जैसे ब्रांड की नींव रखी। 15 मार्च 1959 में अपने 6 साथियों के साथ महाराष्ट्र में लिज्जत पापड़ की शुरुवात की जसवंती बेन ने। और देखते ही देखते पूरे भारत में उनका ये उत्पाद फेमस हो गया। जसवंती बेन को व्यापार और उद्योग क्षेत्र में सर्वोत्तम काम करने के लिए पद्मश्री अवार्ड दिया गया है। 

रमनजोत कौर

चंडीगढ़ की रहने वाली रमनजोत ने वो कारनामा किया है जो कि एक रिकॉर्ड बन गया। यूरोप की सबसे हाईएस्ट शिखर माउंट अलब्रस पर सूर्य नमस्कार किया। जो कि अपने आप में एक बड़ा और अनोखा काम है। और ये जितना आसान लगता है उतना तो बिल्कुल भी नहीं है।

इनके अलावा भी बहुत महिलाएं है जिन्होंने अपने हुनर और लगन मेहनत से अपनी एक नई जगह बनाई। उन सभी को हमारा सलाम।

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