आंदोलन के सिद्धांतों को याद करने के लिए मनाया जाता है वर्ल्ड रेडक्रॉस डे : सीएमओ रश्मि वर्मा

आंदोलन के सिद्धांतों को याद करने के लिए मनाया जाता है वर्ल्ड रेडक्रॉस डे : सीएमओ रश्मि वर्मा

गोंडा। रेडक्रॉस भवन पर सीएमओ रश्मि वर्मा की अध्यक्षता में सोमवार को वर्ल्ड रेडक्रॉस डे मनाया गया। इस अवसर पर सीएमओ रश्मि वर्मा ने सबसे पहले चित्र पर माल्यार्पण किया इसके बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हर साल 8 मई को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट आंदोलन के सिद्धांतों को याद करने के लिए मनाया जाता है। वहीं एसीएमओ ए पी सिंह ने प्रकाश डालते हुए बताया कि आज वर्ल्ड रेड क्रॉस डे को हेनरी ड्यूरेंट के नाम से भी जाना जाता है, जो रेड क्रॉस के अंतर्राष्ट्रीय समिति के संस्थापक थे। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य असहाय नागरिकों की रक्षा करना है। बता दें कि रेड क्रॉस एक इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन है और इसका हेड क्वार्टर स्विट्जरलैंड में स्थित है।

रेडक्रॉस के उपाध्यक्ष जसपाल सालूजा ने कहा कि वर्ल्ड रेड क्रॉस सोसाइटी का काम हमेशा जारी रहता है। दरअसल, जब भी कभी संकट या बीमारी महामारी जैसा संकट आता है तो हमारे वॉलेंटियर्स हमेशा लोगों की सेवा के लिए तत्पर खड़े रहते है। साल 2020 में आई कोरोना महामारी में हमारे वॉलंटियर्स का काम काफी ज्यादा बढ़ गया था। कोरोना जैसी महामारी को हराने के लिए वर्ल्ड रेड क्रॉस की टीम युद्धस्तर पर काम कर रही थी।

रेडक्रॉस के उप सभापति डा शेर बहादुर सिंह ने बताया कि इस संस्था के वॉलंटियर्स लोगों को कोरोना जैसी महामारी से बचाने के लिए जरूरतमंद लोगों की सेवा किया। उन्होंने बताया की वर्ल्ड रेड क्रॉस स्थापना साल 1948 में 8 मई को हेनरी डुनांट के जन्मदिन के उपलक्ष्य में की गई थी। डा. ओंकार पाठक ने बताया कि साल 1859 में इटली में भयानक जंग हुई थी, जिसमें कई सैनिकों की मौत हो गई थी और लाखों सैनिक घायल हो गए थे। घायल सैनिकों को देखकर हेनरी ने गांव वालों की मदद लेकर उन सैनिकों की मदद की थी. जिसके बाद साल 1863 में एक कमेटी बनाई गई जिसका नाम इंटरनेशनल कमेटी ऑफ द रेड क्रॉस रखा गया. दुनिया भर में सबसे पहले वर्ल्ड रेड क्रॉस डे साल 1948 में मनाया गया।

कार्यक्रम में जिला मीडिया सचिव सौरभ श्रीवास्तव, कसीम सिद्धिकी, अनिल श्रीवास्तव, केबी सिंह, ओंकार पाठक, अमित पांडे, सुदीप श्रीवास्तव, डा ज्योत्सना शुक्ला, श्रवण अग्रवाल, मधुसूदन सिंह, विकास श्रीवास्तव, पुनीता मिश्रा, सपना चौहान, ज्योति सिंह, अनिल जिज्ञासु पंकज सिन्हा, मधुसूदन सिंह, शिवराज सिंह अतीक, आईबी श्रीवास्तव, अफजल अहमद राम प्रकाश गुप्ता का सहयोग रहा ।