varanasi news : अब आपका बनारस एनसीआर के तर्ज लेगा नया रूप, पढ़ें क्या क्या होने जा रहा बदलाव

मंडलायुक्त सभागार में बृहद बनारस की पहली बैठक में नीति आयोग की वरिष्ठ सलाहकार ने कहा कि शहर के सार्वभौमिक विकास के लिए चार मापदंड जरूरी है....

varanasi news : अब आपका बनारस एनसीआर के तर्ज लेगा नया रूप, पढ़ें क्या क्या होने जा रहा बदलाव

वाराणसी सिटी। राष्ट्रीय राजधानी परिक्षेत्र (एनसीआर) की तर्ज पर काशी को केंद्र बनाकर चार मंडलों के समग्र विकास के लिए नीति आयोग की टीम ने मंगलवार को गहन मंथन किया। बृहद बनारस के विकास की पूरी योजना तीन महीने में तैयार करने का निर्णय लिया गया। नीति आयोग की वरिष्ठ सलाकार अन्ना रॉय ने कहा कि बृहद बनारस का मूल उद्देश्य पूरे परिक्षेत्र के विकास से जुड़ा है। प्रत्येक मंडल में विकास का लक्ष्य इस प्रकार हो कि समेकित विकास केंद्र की विकास दर प्रदेश की विकास दर से भी तेज हो। 

मंडलायुक्त सभागार में बृहद बनारस की पहली बैठक में नीति आयोग की वरिष्ठ सलाहकार ने कहा कि शहर के सार्वभौमिक विकास के लिए चार मापदंड जरूरी है। इसमें आधार स्तर, विकास सूचक, शहर का जीवन स्तर और सामाजिक बुनियादी ढांचे का अहम योगदान होता है। इस दौरान वाराणसी, आजमगढ़, प्रयागराज और मिर्जापुर के मंडलायुक्त ने अपनी तैयारियों का प्रस्तुतीकरण भी दिया। प्रस्तुतीकरण से संबंधित विभिन्न सुझावों पर चर्चा की गई। यह बताया गया कि नीति आयोग की टीम उनसे डाटा लेगी। इस अवसर पर नियोजन विभाग के अधिकारियों के साथ कई कंपनियों के सलाहकार मौजूद रहे।

सभी सुविधाओं का हब बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही काशी

वाराणसी के मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने मंडल के जिलों का विवरण और विकास परियोजनाओं के प्रस्तुतीकरण में बताया कि सुगम यातायात के लिए रोपवे, मल्टीमॉडल टर्मिनल, एयरपोर्ट विस्तारीकरण, रेल लाइनों का दोहरीकरण व विद्युतीकरण, सड़कों की फोर और सिक्स लेनिंग काम किया जा रहा है। सीएनजी नावों का संचालन, बायो गैस प्लांट, अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम, सीपेट इंस्टीट्यूट, पैक हाउस आदि सेवाएं संचालित हैं। उन्होंने बताया कि वाराणसी के विकास में टाउनशिप भी बनाए जा रहे हैं। नीति आयोग की टीम ने वाराणसी के विकास योजना की सराहना की।

आजमगढ़ में अर्थव्यवस्था और रोजगार के नए आयाम खुलेंगे

आजमगढ़ के मंडलायुक्त मनीष चौहान ने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, एमएसएमई स्किल पार्क, महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय, इंजीनियरिंग एवं मेडिकल कॉलेज और मास्टरप्लान 2031 पर काम चल रहा है। ब्लैक पॉटरी के कारीगरों के उत्साहवर्धन के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से सुगम कनेक्टिविटी के साथ ही भविष्य में बनने वाले स्पोर्ट्स ट्रेनिंग सेंटर, पायलट ट्रेनिंग स्कूल लॉजिस्टिक हब से रोजगार और अर्थव्यवस्था के नए आयाम खुलेंगे।

प्रयागराज में विकास की असीम संभावनाएं

प्रयागराज के मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने बताया कि ग्रीनफील्ड टॉउनशिप, कछुआ सेंक्चुरी का आधुनिकीकरण, चावल एवं अमरूद के निर्यात में बढ़ोतरी, सेल्फ-स्टडी सेंटर आदि के लिए काम किए जा सकते हैं। उन्होंने महाकुंभ व माघ मेला का महत्व भी बताया। इसके अलावा गंगा एक्सप्रेस-वे, रेलवे ऑटोमेशन सिस्टम (स्काडा), ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर, अमृतसर-दिल्ली-कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के निर्माण जानकारी दी।

भविष्य की परियोजनाओं से होगा मिर्जापुर का विकास

मिर्जापुर के मंडलायुक्त मुत्थूकुमारस्वामी बी ने बताया कि चुनार लॉजिस्टिक पार्क, फार्मर एक्सपोर्ट फैसिलिटेशन सेंटर, ट्राइबल स्किल डेवलपमेंट सेंटर, आयुष सेंटर ऑफ एक्सीलेंस आदि परियोजनाओं से मिर्जापुर मंडल का सार्वभौमिक विकास संभव होगा। इसके अलावा उन्होंने विंध्य कॉरिडोर, त्रिकोणी सर्किट, वन्यजीव अभ्यारण्य, फॉसिल्स पार्क, लखनिया दरी व विंढम फॉल, कालीन उद्योग की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भदोही में 63,000 से अधिक बुनकर अर्थव्यवस्था में 4000 करोड़ का योगदान करते हैं।