संतुष्टि हॉस्पिटल की डायरेक्टर डॉ० ऋतु गर्ग को यूपी एसटीएसफ ने  किया गिरफ्तार, पढ़ें क्या है मामला

संतुष्टि हॉस्पिटल की डायरेक्टर डॉ० ऋतु गर्ग को यूपी एसटीएसफ ने  किया गिरफ्तार, पढ़ें क्या है मामला

वाराणसी सिटी। सुंदरपुर स्थित संतुष्टि हॉस्पिटल की डायरेक्टर डॉ० ऋतु गर्ग को यूपी एसटीएसफ ने बुधवार को गिरफ्तार किया है। यूपी एसटीएफ ने बड़ी कार्यवाही करते हुए डॉ० ऋतु गर्ग को आयुष कॉलेज में फर्जी एडमिशन के मामले में 13 मर्च तक जेल भेज दिया है। डॉ० ऋतु गर्ग डॉक्टर संजय गर्ग की पत्नी हैं। उन्हें भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम विशेष न्यायालय रमाकांत प्रसाद की अदालत में पेश किया गया। जहां उन्हें 13 मार्च तक के लिए जेल भेज दिया गया है। सरकारी वकील नीरज कुमार श्रीवास्तव ने अपने बयान में कहा कि डॉ० ऋतु गर्ग ने बिना NEET परीक्षा के आयुष कॉलेजों में गलत तरीके से 982 छात्रों को प्रवेश दिलाया है। उनपर एडमिशन के नाम पर छात्रों से पैसे लेने के भी आरोप लगे हैं। डॉ० गर्ग के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिले हैं। जिसके बाद ये कार्रवाई की गई है।

विवादों से पुराना नाता

बता दें कि डॉ० ऋतु गर्ग का विवादों से पुराना नाता रहा है। इससे पहले भी एडमिशन के मामले में संतुष्टि नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं ने उनके खिलाफ प्रदर्शन किया था। छात्राओं ने ऋतु गर्ग पर एडमिशन को लेकर धांधली का आरोप लगाया था।

सपा शासन में वीरांगना लक्ष्मीबाई पुरुस्कार

भाजपा से जुड़ी डॉ० ऋतु गर्ग को सपा के शासनकाल में रानी लक्ष्मीबाई वीरांगना पुरुस्कार भी मिला था। इसके अलावा वे वाराणसी नगर निगम के स्वच्छता अभियान की ब्रांड अम्बेसडर भी थीं। यह अलग बात है कि स्वच्छता अभियानों के दौरान वे कभी नजर नहीं आईं। ऋतु गर्ग के नर्सिंग कॉलेज और चुनार में संचालित मेडिकल कॉलेज के छात्र कई बार प्रदर्शन भी कर चुके हैं। लगातार कई दिनों तक प्रदर्शन के बावजूद ऋतु गर्ग के खिलाफ किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। पूर्व में भी बिना मान्यता के कोर्स संचालित करने के खिलाफ नर्सिंग से लेकर आयुर्वेद के छात्र धरने पर बैठ चुके हैं, लेकिन अपनी ऊंची पहुंच और संबंधों के दम पर अब तक ऋतु बचती रही थी। डॉक्टर ऋतु गर्ग को सपा शासन में रानी लक्ष्मीबाई वीरांगना पुरस्कार मिला था तो भाजपा शासन में इन्होंने पाला बदला और भाजपा से नजदीकी बढ़ा ली। भाजपा शासन में इन्हें नगर निगम ने अपना स्वच्छता का ब्रांड एंबेसडर बनाया था।