अपहरण और मर्डर की गुत्थी का हुआ पर्दाफाश, ऐसे हुई आशिक की मौत

अपहरण और मर्डर की गुत्थी का हुआ पर्दाफाश, ऐसे हुई आशिक की मौत

वाराणसी। वाराणसी कमिश्नरेट की भेलूपुर थाने की पुलिस ने अपहरण और मर्डर की गुत्थी का पर्दाफाश किया। जिसमें तीन आरोपियों ने मिलकर पहले प्रेमिका के आशिक का अपहरण किया फिर उसके बाद उसकी हत्या कर दी। इस मामले में वाराणसी कमिश्नरेट की पुलिस ने मर्डर में शामिल प्रेमी-प्रेमिका और उसके दोस्त को गिरफ्तार किया है। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार, आशिक के प्यार से अजीज़ आकर प्रेमिका ने अपने प्रेमी और उसके दोस्त के साथ मिलाकर इस खौफनाक घटना को अंजाम दिया, जिसमें एकतरफा प्यार करने वाले आशिक की मौत हो गई। जनपद फर्रुखाबाद के मऊ दरवाजा थाना क्षेत्र के रहने वाले युवक देवांश यादव की लापता होने की सूचना 29 मई को परिजनों ने वाराणसी पुलिस को दी थी। परिजनों ने भेलूपुर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराते हुए देवांश को खोजने की गुहार लगाई थी।

परिजनों के अनुसार, उन्हें सूचना मिली थी कि जिस होटल में देवांश रुका हुआ था, वहां वह लौटकर नहीं आया। होटल संचालकों के ओर से इसकी सूचना परिजनों को दी गई। वहीं इस पूरे मामले की वाराणसी पुलिस जांच कर ही रही थी कि कुछ दिन बाद परिजनों ने भेलूपुर थाना क्षेत्र की पुलिस को देवांश यादव के अपहरण व हत्या की आशंका पर प्रेमिका समेत अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।

कानपुर में एक साथ पढ़ते थे देवांश और अनुष्का

इस पूरी घटना को लेकर जांच में जुटी भेलूपुर थाने की पुलिस ने तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। इस घटना का खुलासा करते हुए काशी ज़ोन के डीसीपी आर. एस. गौतम ने बताया कि बीएचयू में पढ़ने वाली अनुष्का तिवारी अपने पूर्व के प्रेमी से परेशान थी। अनुष्का कानपुर की रहने वाली थी। अनुष्का और उसका आशिक दोनों कक्षा 6 से 9 वीं तक कानपुर के के ही एक स्कूल में साथ पढ़े हुए थे।

अनुष्का के बीएचयू आने पर अनुष्का व देवांश में बढ़ी दूरियां

अनुष्का और देवांश पहले लिव इन रिलेशन में रह चुके थे, लेकिन अनुष्का का एडमिशन बीएचयू में होने पर दोनों की दूरियां बढ़ गई। अनुष्का अब देवांश का साथ छोड़ मिर्जापुर के राहुल सेठ से प्रेम करने लगी। ब्रेकअप के बाद भी देवांश यादव लगातार अनुष्का पर मिलने का दबाव बना रहा था और उसे परेशान कर रहा था। देवांश से परेशान अनुष्का ने अपने प्रेमी राहुल सेठ और उसके दोस्त सादाब के साथ मिलकर उसे रास्ते से हटाने का प्लान बनाया।

अपने आशिक देवांश को रास्ते से हटाने के लिए प्लानिंग के अनुसार अनुष्का तिवारी ने व्हाट्सएप कॉल कर देवांश को वाराणसी बुलाया। वाराणसी में देवांश अस्सी घाट के पास एक होटल में स्टे किया हुआ था। अनुष्का ने उसे शाम को मिलने को बुलाया और फोर व्हीलर से लांग ड्राइव पर चलने की बात कही। फोर व्हीलर कोई और नही बल्कि अनुष्का के प्रेमी का दोस्त सादाब चला रहा था। इस दौरान अनुष्का ने चोरी से कोल्ड ड्रिंक में नींद की दवा मिलाई और उसे देवांश को पीने को दी। जिसके बाद देवांश यादव वहीँ बेहोश हो गया। अनुष्का की गाड़ी के पीछे स्कूटी से राहुल सेठ भी पीछे लगा रहा।

पेंचकस से पेट में कई वार

इस दौरान जब सभी वाराणसी से चंदौली जिले के सिंधी ताल पुलिया के पास पहुंचे थे, कि बेहोश हुए आशिक देवांश यादव को होश आने लगा। जिससे सभी घबरा गए कि कहीं वे पकड़े न जाएं। ऐसे में सादाब और राहुल सेठ ने सड़क किनारे कंस्ट्रक्शन के लिए रखे बड़ी -बड़ी गिट्टियों पर देवांश को पटकने लगे। वही राहुल सेठ ने अपनी प्रेमिका के आशिक के सीने पर चढ़कर पेट में पेचकस से वार कर अंधेरे में फायरिंग कर फरार हो गए। कुछ घंटों के बाद देवांश की मौत की पुष्टि के लिए सभी एक बार फिर घटना स्थल पर पहुंचे और जब उन्होंने देवांश को मृत अवस्था में पाया तो वहां से वाराणसी लौट आए। वहीं पुलिस को चकमा देने के लिए आरोपियों ने मृतक देवांश यादव के मोबाइल को बिहार की तरफ जा रहे ट्रक पर फेंक दिया।