"शक्ति स्वरूपा" : गर्ल्स की बेस्ट एजुकेशन के लिए, पूजा दीक्षित ने कर दिया खुद को समर्पित

नवरात्री पर फोकस हर लाइफ आप के लिए ले कर आया है एक स्पेशल सीरीज " शक्ति स्वरूपा " जिसमे हम सोसाइटी में ऑड्स से लड़ कर अपना मुकाम बनाने और समाज के लिए काम करने वाली आम महिलाओं की कहानियां ले कर आ रहा है।हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे कि पूजा दीक्षित ने कैसे अपनी लाइफ को एक नया टर्न दिया और समर्पित हों गईं लड़कियों की बेस्ट एजुकेशन के प्रति। पूजा दीक्षित से खास बातचीत फोकस हर लाइफ के साथ।

"शक्ति स्वरूपा" : गर्ल्स की बेस्ट एजुकेशन के लिए, पूजा दीक्षित ने कर दिया खुद को समर्पित

फीचर्स डेस्क। 7 अक्टूबर से नवरात्रि का फेस्टिवल स्टार्ट हो चुका है और ये फेस्टिवल हर महिला को अपने महिला होने पर प्राउड फील कराता है, क्योंकि हर महिला में कहीं न कहीं माता दुर्गा कि छवि होती है और माँ दुर्गा के 9 रूपों से सजी हर महिला अपने आप में बेहद स्पेशल होती है।आज नवरात्रि स्पेशल इस आर्टिकल में मैं आपको मिलवाने वाली हूँ माँ सरस्वती के जीते जागते रूप में वाराणसी में रहने वाली एक ऐसी महिला से जो बेहद सजग और सशक्त हैं शिक्षा के क्षेत्र में। इन्होंने न सिर्फ शिक्षा के स्तर को ही उठाया यहाँ तक कि देश की उन सभी लड़कियाँ जो कि डिफरेंट आई -क्यू रखतीं हैं, के लिए भी कैरियर के नए द्वार खोले,और वो और कोई नहीं वाराणसी का जाना माना नाम पूजा दीक्षित हैं।हम आपको इस आर्टिकल में  बताएंगे कि इन्होंने कैसे अपनी लाइफ को एक नया टर्न दिया और समर्पित हों गईं लड़कियों की बेस्ट एजुकेशन के प्रति। पूजा दीक्षित से खास बातचीत फोकस हर लाइफ के साथ।

पूजा दीक्षित का बर्थ और एजुकेशन

पूजा दीक्षित बतातीं हैं कि उनका बर्थ कानपुर सिटी में हुआ और परवरिश प्रयागराज में हुई ।मदर फादर दोनो ही एज्यूकेटेड और वर्किंग थे तो घर में हमेशा पढ़ाई का माहौल रहा और ग्रेजुएशन के बाद उनकी मैरिज हो गई और पूजा ने पोस्ट ग्रेजुएशन इंग्लिश लिट्रेचर में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से किया। उनके हसबैंड अनुराग दीक्षित  बनारस के जाने माने कैंसर  के डॉक्टर हैं।पूजा दीक्षित की मैरिज बनारस के फेमस पंडित ब्रजमोहन दीक्षित की फैमिली  में हुई । ये आयुर्वेद के बहुत फेमस वैद रहे और डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद के लेफ्ट हैंड के रूप में वर्क किया और उन्ही के नाम को आगे बढ़ाया पूजा के ससुर जी  डॉक्टर शशि कांत दीक्षित जी ने। वो अभी भी आयुर्वेदिक प्रेक्टिस करते हैं।मदर इन लॉ नही थीं तो फैमिली की रिस्पांसबिलिटी पूजा के ही कंधों में आ गई ।  पूजा ने शादी के बाद हॉस्पिटल मैनेजमेंट में पी .जी डिप्लोमा भी किया क्योंकि पूजा बताती हैं कि उनके हसबैंड उनको अपने पैरों में खड़े देखना चाहते थे और उन्होंने हमेशा उनको प्रेरित भी किया। 

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आर्य मेला इज़ काली महापरिषद से हुआ जुड़ाव

पूजा का एक ही गोल था कि वो लड़कियों की शिक्षा को आगे बढायें और उनको सेल्फ डिपेंडेंट बना पाएँ और पूजा ने इसकी स्टार्टिंग की आर्य मेला इज़ काली महापरिषद से जुड़ कर।इसके बारे में पूजा बतातीं हैं कि  ये संस्था लगभग 103 साल पुरानी है।1919 में स्थापित की गई थी और इसे आर्य मेला नाम भी इसलिए दिया गया क्योंकि ये संस्था लड़कियों की एजुकेशन से ही रिलेटेड थी।पहले इस संस्था को पूजा के ससुर जी देखते थे और उनको ये दायित्व निभाते 43 साल हो गए थे ।पूजा की मदर इन लॉ ने भी इस संस्था को संभाला। उनके जाने के बाद पूजा और उनके हसबैंड ने मिल के ये सपना देखा कि लड़कियों की एजुकेशन के लिए कुछ आधुनिक प्रयास करने चाहिये और इसी सोच के चलते 2014-2015 में आर्य मेला को नए ढंग से आगे बढ़ाया और इसी बीच पूजा के ससुर जी ने पूजा पर विश्वास जताते हुए ये कहा कि अब इस संस्था की रिस्पांसबिलिटी तुमको उठानी है ।

महिलाओं को सेल्फ डिपेंड बनाने के लिए संगठन खोले

पूजा बताती हैं कि उन्होंने महिलाओं को सेल्फ डिपेंड बनाने के लिए 3,4 संगठनों का निर्माण किया जिससे हर महिला अपने पैरों में खड़ी हो पाए।पूजा ने ऐसी महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए कभी आटा चक्की तो कभी पापड़ का काम कराया।जिन महिलाओं  को सिलाई आती थी उनको सिलाई मशीन उपलब्ध करा कर बच्चों के कपड़े सिलवाये ,और ये सारे काम पूजा ने बिल्कुल फ्री में कराए क्योंकि पूजा का एक ही संकल्प था कि जो महिला घर से बाहर नहीं निकल पाती,जिनको उनके खुद के हुनर की पहचान नहीं है ,उनका सेल्फ कॉन्फिडेंस बढ़ा कर खुद के पैरों में खड़ा करना था।

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2017 में  असिस्टेंट सी. ई.ओ की रिस्पांसबिलिटी उठाई

पूजा आज जिस स्कूल में बैठ कर असिस्टेंट सी. ई.ओ की रिस्पांसबिलिटी निभा रहीं हैं वो सिर्फ उनका पैशन है ।ये मै इसलिए कह रही हूँ क्योकि पूजा इतनी बड़ी रिस्पांसबिलिटी निभाने की कोई सैलरी नहीं लेती। पूजा बतातीं हैं कि जब उन्होंने इस पद की बागदौड़ फर्स्ट टाइम सम्भाली तो उनके ससुर जी ने सिर्फ एक बात कही कि इतनी बड़ी रिस्पांसबिलिटी उठा रही हो तो अपने वर्क प्रति ऑनेस्टी रखना और अपनी फैमिली का नाम रौशन करना।

लड़कियों की एजुकेशन में था फोकस

पूजा बतातीं हैं कि मेरा  हमेशा से एक ही चीज़ में फोकस था और वो था लड़कियों की एजुकेशन पर ,कि उनकी एजुकेशन को और बेहतर कैसे बनाया जाए क्योकि मेरे स्कूल की C.B.S.C की मार्किंग बहुत अच्छी नही जा रही थी ।तो पूजा ने सोचा कि क्यों न बच्चियों के लिए न्यू सब्जेक्ट्स स्टार्ट किये जायें जिससे बच्चियों को नई राहें मिले अपने कैरियर के लिए।जैसे-फाइन आर्ट,बायो टेक, N.C.C ,फ़ूड एंड न्यूट्रिशियन्स ,मीडिया, प्रेस यहाँ तक कि भरतनाट्यम डांस को भी एक सब्जेक्ट के रूप में बच्चियों के सामने रखा जिससे  वो अपने कैरियर की नई राहें खोज सकें।पूजा बतातीं हैं कि बच्चों का इन सब्जेक्ट्स को पा कर आत्मविश्वास वापस आया और पूजा की मेहनत के बल पे ही" एजुकेशन वर्ल्ड " नाम की मैगजीन में U.P में 4th नंबर पर और बनारस में गर्ल्स स्कूल्स में नंबर 1 स्थान में पूजा के स्कूल का नाम आया।

कोरोना में गाँव-गाँव जा के की लोगों की हेल्प

पूजा ने कोरोना के दौरान  गाँव-गाँव जा कर फ्री में मेडिकल किट्स बाटें। जो मेडिसिन्स गाँव मे अवेलेबल नहीं थी उन मेडिसिन्स की व्यवस्था कराई।पुराने क्लोथ्स के मास्क बनवा कर गाँव के लोगों को बाटें ,यहाँ तक कि पूजा ने ऑटो रिक्शे वालों को खुद सड़क में खड़े हो कर मास्क और सेनेटाइजर बाटे।

पूजा ने अपने स्कूल में खोला छोटे बच्चों के लिए क्रेच

आपको जान कर बेहद आश्चर्य होगा कि पूजा ने अपने स्कूल में छोटे बच्चों के लिए  एक क्रेच भी खोला हुआ है जिससे जो लेडीज़ वर्किंग हैं और उनके बच्चे छोटे हैं तो वो बिना किसी टेंशन के अपने बच्चों को उनके क्रेच में छोड़ सकतीं है। उनके क्रेच में 6 महीने से ले कर 5 साल तक के बच्चे आते हैं और ये सेवा भी वो बिल्कुल फ्री में करती हैं।छोटे बच्चों को संभालने के लिए उन्होनें ट्रेंड टीचर्स रख रखें हैं और उन छोटे बच्चों के लिए उन्होंने बेड से ले कर टॉयलेट तक अलग बनवाये हैं और मेरे ख्याल से इतना यूनीक कदम पूजा दीक्षित ने ही उठाया है ।ऐसी लेडी को हमारा सलाम है।

पूजा दीक्षित जैसी पर्सनेलिटी हर कहीं देखने को नहीं मिलती।इन्होंने अपने मेहनत के दम पर अपना नाम तो बनाया ही साथ ही उन सभी लड़कियों  और महिलाओं के फ्यूचर को भी सिक्योर कर रहीं जो कि हमारे आने वाली जनरेशन को और ऊँचाइयों तक ले जायेंगी।पूजा दीक्षित को हमारी फोकस हर लाइफ की टीम की तरफ से स्पेशल थैंक्स ।