ताबड़तोड़ फायरिंग: मुरादाबाद के बीजेपी नेता अनुज की गोली मारकर हत्या, पढ़ें कौन हैं अनुज क्या है बड़ा नाम

मुरादाबाद में घर के पास पार्क में टहल रहे भाजपा नेता अनुज चौधरी की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। संभल के नेकपुर निवासी इन दिनों पाकबड़ा के प्रतिभा अपार्टमेंट में रहते थे

ताबड़तोड़ फायरिंग: मुरादाबाद के बीजेपी नेता अनुज की गोली मारकर हत्या, पढ़ें कौन हैं अनुज क्या है बड़ा नाम

लखनऊ/ मुरादाबाद। मुरादाबाद के पाकबड़ा में भाजपा नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना के समय भाजपा नेता अपने दोस्त के साथ पार्क में टहल रहे थे। भाजपा नेता अनुज चौधरी असमोली से ब्लॉक प्रमुख का चुनाव लड़े थे और 17 वोटों से हार गए थे। वह इन दिनों अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रहे थे। संभल के नेकपुर गांव निवासी अनुज पाकबड़ा के प्रतिभा अपार्टमेंट में रहते थे। हत्या की सूचना के बाद मुरादाबाद पुलिस के कई अफसर मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल का दौरा कर मौके से साक्ष्य जुटाए। आरोपियों की तलाश में आसपास के सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं।

चौधरी की हत्या से बुखारीपुर गांव में शोक

भाजपा नेता अनुज चौधरी की हत्या के बाद उनके गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। अनुज चौधरी संभल जनपद के असमोली ब्लॉक प्रमुख का चुनाव लड़ चुके हैं। उनकी कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव से निकटता थी। आदमपुर थाना क्षेत्र के बुखारीपुर गांव में वर्ष 2016 में अनुज चौधरी ने अपना मकान बनाया था। कृषि के लिए भूमि खरीदी थी लेकिन कुछ समय बाद उन्होंने इसे बेच दिया। बुखारीपुर गांव में अनुज चौधरी के परिजन रहते हैं। ग्रामीणों को जब उनकी हत्या की सूचना मिली तो शोक की लहर दौड़ गई। मीणों का कहना है कि अनुज मृदुभाषी व मिलनसार प्रवृति का था। हर किसी सुख-दुख सदैव तत्पर पर रहता था। वह एक सप्ताह पूर्व ही बुखारीपुर आए थे। हत्या की सूचना मिलते परिजन मुरादाबाद को रवाना हो गए हैं। 

छह लाख की सुपारी देकर करवाई थी किसान की हत्या

मुरादाबाद के छजलैट के मतलबपुर में किसान सूखा सिंह की हत्या उसके साढ़ू चंद्रपाल और उसके बेटे पीयूष ने छह लाख रुपये की सुपारी देकर कराई थी। सुपारी देकर हत्या करने वाले जीला साले को पुलिस ने गिरफ्तार कर हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। बुधवार शाम पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। 

मामा के बेटे अर्जुन को 20 बीघा जमीन कर दी थी दान 

एसएसपी हेमराज मीना ने बताया कि छजलैट थाना क्षेत्र के पचोकरा गांव निवासी सूखा किसान था। परिवार में पत्नी कौशल देवी और बेटा था। करीब चार माह पहले बेटे अंकित ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद से सूखा अपनी बहन के सदरपुर मतलबपुर गांव में रहने लगा था। चार अगस्त की शाम करीब छह बजे सूखा खेत से चारा लेने गया था। इसके बाद वह वापस नहीं लौटा था। गोली लगी अवस्था में उसका शव पड़ा मिला था। सूखा के भांजे राहुल की तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज किया था। पुलिस की जांच में सामने आया था कि सूखा ने अपने मामा के बेटे अर्जुन को 20 बीघा जमीन दान कर दी थी। इसी जमीन सूखा का साढ़ू चंद्रपाल निवासी बिलावाला थाना भगतपुर हथियाना चाहता था। इसके अलावा बाकी जमीन पर भी चंद्रपाल और उसके बेटे पीयूष की नजर थी। चंद्रपाल ने अपने बेटे पीयूष के साथ चचेरे भाई जितेंद्र को छह लाख रुपये में सूखा की हत्या की सुपारी दी थी। जितेंद्र ने अपने साले विनीत निवास चिंतावाली मढ़ैया सिंडलाऊ नजर पुर को शामिल किया। आरोपी पिता ने दोनों को एडवांस में 12 हजार रुपये भी दे दिए थे। विनीत ने अपने साथी अरुण सिंह निवासी आधौ नगली थाना भगतपुर को शामिल कर लिया था।

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