राजस्थान के सीएम बोले- जल्द ही विश्व की सबसे बड़ी सांस्कृतिक नगरी बनेगी अयोध्या

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल अपनी कैबिनेट के साथ अयोध्या में भगवान श्रीराम लला के दर्शन करने पहुंचे। उन्होंने कहा कि जल्द ही अयोध्या विश्व की सबसे बड़ी सांस्कृतिक नगरी बनेगी...

राजस्थान के सीएम बोले- जल्द ही विश्व की सबसे बड़ी सांस्कृतिक नगरी बनेगी अयोध्या

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा कैबिनेट के साथ सोमवार को अयोध्या पहुंचे। उनके साथ 133 सदस्यों का प्रतिनिधिमंडल आया है। वहीं, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला भी अयोध्या पहुंचे हैं। मुख्यमंत्री व लोकसभा अध्यक्ष ने दशरथ कुंड पर 100 करोड़ की लागत से बनने वाले माहेश्वरी समाज की धर्मशाला की नींव रखी। सीएम ने कहा कि मैं पहले भी यहां कई बार आया। पहले रामलला के दर्शन टेंट में किए थे, लेकिन इस बार हमें रामलला के दर्शन भव्य दरबार में हो रहे हैं।

उन्होंने कहा कि 500 साल से रामलला टेंट में विराजमान थे। 22 जनवरी को भव्य मंदिर में विराजमान हुए। आने वाले समय में आप देखेंगे कि देश-दुनिया से आने वालों की कतार लगेगी। ये दुनिया की सबसे बड़ी सांस्कृतिक गौरव बढ़ाने वाली धरती होगी। मैं पहले भी यहां कई बार आया। पहले रामलला के दर्शन टेंट मे किए थे लेकिन इस बार हमें रामलला के दर्शन भव्य दरबार में प्राप्त होंगे। माहेश्वरी समाज लोगों के उत्थान का काम करता है। ये धर्मशाला श्रद्धालुओं की सेवा के लिए बहुत उपयोगी होगी।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा कि श्रीरामजन्मभूमि मंदिर में रामलला के दर्शन का सौभाग्य मिला है। अयोध्या ऊर्जा देने वाली, प्रेरणा देने वाली नगरी है। आज पूरे विश्व में भारत की सांस्कृतिक चेतना का जागरण हुआ। यह कालखंड हमारे लिए सौभाग्यशाली है। सदियों तक जिसका इंतजार करते रहे वह मंदिर आज बनकर तैयार है। भगवान राम का जीवन एक आदर्श जीवन है। इस कालखंड में नए भारत का उदय दुनिया देखेगी। एक आदर्श राज्य चलाने के लिए भगवान राम से शक्ति मांगने अयोध्या आए हैं। 

राममंदिर ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि ने कहा कि भारत केवल आध्यात्मिक देश नहीं है, इस भूमि के कण-कण में दिव्य तत्व भरा हुआ है। शताब्दियों तक भारत ने आक्रमण झेला, झेलकर पुन: उठ खड़ा हुआ। राममंदिर बना पाएं हैं तो इसके पीछे संतों की तपस्या है। रामभक्तों का बलिदान है। आज पूरा राजस्थान अयोध्या की श्रीराम की पूजा करने आया है। अयोध्या जल्द ही संपूर्ण देश की सांस्कृतिक राजधानी बनने जा रही है।