डिजिटल कॉरिडोर के लोकार्पण में ओपी राजभर को नहीं मिली कुर्सी, तो पढ़ें विरोधियों ने क्या बोला

यूपी विधानसभा का मानसून सत्र पिछले तीन दिनों से चल रहा है। सत्र के दौरान कुछ ऐसा हुआ, जिसकी चर्चा इन दिनों सोशल मीडिया पर जोरों से हो रही है...

डिजिटल कॉरिडोर के लोकार्पण में ओपी राजभर को नहीं मिली कुर्सी, तो पढ़ें विरोधियों ने क्या बोला

लखनऊ। यूपी विधानसभा का मानसून सत्र पिछले तीन दिनों से चल रहा है। सत्र के दौरान कुछ ऐसा हुआ, जिसकी चर्चा इन दिनों सोशल मीडिया पर जोरों से हो रही है। दरअसल, सोशल मीडिया पर विधानसभा मानसून सत्र के दौरान यूपी की राजनीतिक पार्टी सुभासपा के प्रमुख ओपी राजभर की एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें उन्हें डिजिटल कॉरिडोर के लोकार्पण के दौरान खड़े हुए देखा गया। इसके अलावा विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की किताब के विमोचन में भो राजभर एकदम किनारे खड़े दिखाई दिए। दरअसल, 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान ओपी राजभर ने सीएम योगी को काफी बुरा-भला कहा था। हालांकि, एक बार फिर से केंद्र की मोदी सरकार ने ओपी राजभर की बातों को भुलाकर सुभासपा को एनडीए में शामिल कर लिया है।

डिजिटल कॉरिडोर लोकार्पण के दौरान खड़े दिखे राजभर

एक ओर जहां विधानसभा मानसून सत्र में डिजिटल कॉरिडोर के लोकार्पण के दौरान ओपी राजभर कुर्सी सीएम योगी के पीछे खड़े नजर आए। हालांकि, इन सब के बीच उम्मीद यह लगाई जा रही है कि उत्तर प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है, जिसमें एनडीए में शामिल होने के बाद सुभासपा के प्रमुख ओपी राजभर को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। फिलहाल, इस मुद्दे पर सीएम मुख्यमंत्री की तरफ से कोई बयान सामने नहीं आया है। बता दें कि ओपी राजभर ने 16 जुलाई को केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी, जिसके बाद गृह मंत्री अमित शाह ने उनकी इस मुलाकात की तस्वीर को अपने आधिकारिक ट्विटर हैन्डल से ट्वीट कर ओपी राजभर का एनडीए में स्वागत किया था।