आज से शुरू होगा 'मेरी माटी-मेरा देश' अभियान, 7500 कलशों में भरकर दिल्ली आएगी मिट्टी

संस्कृति मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि 9 अगस्त से शुरू होने वाले 'मेरी माटी मेरा देश' अभियान के हिस्से के रूप में देश के वीरों को श्रद्धांजलि देने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे...

आज से शुरू होगा 'मेरी माटी-मेरा देश' अभियान, 7500 कलशों में भरकर दिल्ली आएगी मिट्टी

 नई दिल्ली। 15 अगस्त को आजाद हुए हमें 76 साल पूरे हो जाएंगे। इस मौके पर 'आजादी का अमृत महोत्सव' के तहत आज से 'मेरी माटी-मेरा देश' अभियान शुरू होगा। 30 अगस्त तक चलने वाले इस अभियान में देश की सभी पंचायतों और ब्लॉक स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस कार्यक्रम का समापन दिल्ली के कर्तव्य पथ पर होगा। इस दौरान देशभर की पंचायतों की मिट्टी से दिल्ली के कर्तव्य पथ पर 'अमृत वाटिका' बनेगी। अमृत वाटिका बनाने के लिए देशभर से 7500 कलशों में मिट्टी मंगाया जाएगा।

देश भर में शहीदों के नाम पर बनेंगे स्मारक

जानकारी के मुताबिक यह स्वतंत्रता, एकता और अखड़ता में योगदान देने वाले नायकों को समर्पित 'आजादी का अमृत महोत्सव स्मारक' होगा। इसके अलावा गांवों में तालाबों के संरक्षण के मकसद से उनके किनारे देश व कर्तव्य के लिए जान देने वाले शहीदों के नाम पर स्मारक भी बनाए जाएंगे।

30 अगस्त को दिल्ली में होगा समापन

संस्कृति मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि 'आजादी का अमृत महोत्सव' 12 मार्च, 2021 को शुरू हुआ और पूरे भारत में आयोजित दो लाख से अधिक कार्यक्रमों के साथ इसमें व्यापक सार्वजनिक भागीदारी देखी गई। 'मेरी माटी मेरा देश' अभियान के हिस्से के रूप में देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले वीरों को श्रद्धांजलि देने के लिए नौ से 30 अगस्त तक गांव, ब्लॉक, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। समापन समारोह 30 अगस्त को विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में दिल्ली में कर्तव्य पथ पर आयोजित किया जाएगा।

PM मोदी ने मन की बात में किया था ऐलान

मेरा माटी मेरा देश कार्यक्रम के बारे मेंपीएम मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम में बताया था। उन्होंने लोगों को बताया था कि 'मेरी माटी मेरा देश’ अभियान के तहत देशभर में 'अमृत कलश यात्रा' भी निकाली जाएगी। देश के गांव-गांव से कोने-कोने से 7500 कलशों में मिट्टी लेकर ये यात्रा देश की राजधानी दिल्ली पहुंचेगी। ये यात्रा अपने साथ देश के अलग-अलग हिस्सों से पौधे भी लेकर आएगी। 7500 कलशों में आई माटी और पौधों से मिलाकर नेशनल वॉर मेमोरियल के समीप 'अमृत वाटिका' का निर्माण किया जाएगा। ये 'अमृत वाटिका', 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' का भी बहुत ही भव्य प्रतीक बनेगी।

पंच-प्रण समेत धरती बचाने के लिए 75 स्वदेशी पौधे लगेंगे

इस दौरान आयोजित होने वाले कार्यक्रम में विकसित भारत, गुलामी की हर सोच से मुक्ति, विरासत पर गर्व, एकता और एकजुटता व नागरिकों के अपने कर्तव्य पालन के पंच प्रण का आह्वान किया जाएगा। इसके अलावा अपने गांव, पंचायत और क्षेत्र और धरती को बचाने के लिए 75 स्वदेशी पौधे लगाए जाएंगे।

आजादी का अमृत महोत्सव का होगा समापन

अभियान में देश के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले स्थानीय स्वतंत्रता सेनानियों, सुरक्षा कर्मियों, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और पुलिस कर्मियों के नाम से उकेरी गई एक विशेष पट्टिका देशभर के शहरों और गांवों में लगाई जाएगी। ये पट्टिकाएं जल निकायों, पंचायत कार्यालयों और स्कूलों के पास स्थापित की जाएंगी। इसमें प्रधानमंत्री मोदी का एक कोट (Quote) उद्धरण भी होगा। केंद्रीय संस्कृति सचिव गोविंद मोहन के अनुसार, मेरी माटी मेरा देश आजादी के 75 साल के दो साल के जश्न आजादी का अमृत महोत्सव का समापन करेगा।