नव संवत्सर : सैकड़ों की संख्या में इकट्‌ठे हुए बटुक संत समाज और काशीवासी

वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ भगवान भास्कर को जल अर्पित किया गया और फिर मां गंगा की आरती उतारी गई...

नव संवत्सर : सैकड़ों की संख्या में इकट्‌ठे हुए बटुक संत समाज और काशीवासी

वाराणसी सिटी। हिंदू नववर्ष को मनाने के लिए केदार घाट पर बुधवार को सैकड़ों की संख्या में बटुक संत समाज और काशीवासी इकट्‌ठे हुए। मां गंगा के तट पर सबसे पहले ध्वजारोहण किया गया। इसके बाद सनातन पंचांग का विमोचन किया गया। वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ भगवान भास्कर को जल अर्पित किया गया और फिर मां गंगा की आरती उतारी गई। सूर्य को नमस्कार करते हुए 100 से अधिक बटुकों ने आरती उतारी। वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ भगवान भास्कर को जल अर्पित किया। ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि यह भारत की विशेषता है कि सृष्टि की शुरूआत से ही हम काल की गणना करते चले आ रहे हैं। हिन्दू विक्रम संवत 2080 नव संवत्सर चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के पुण्य अवसर पर नमामि गंगे व 137 सीईटीएफ बटालियन (प्रादेशिक सेना) 39 गोरखा राइफल्स गंगा टास्क फोर्स ने ब्रह्ममुहूर्त में भगवान सूर्य की आरती उतारकर विधिविधानपूर्वक अर्घ्य देकर हिंदू नववर्ष का भव्य स्वागत किया । 

दशाश्वमेध घाट पर सूर्यदेव के उदय होते ही गंगा जल से अर्घ्य देकर प्रकृति संरक्षण,  देश में अमन-चैन, साथ-साथ सनातन संस्कृति के समृद्धि की भी कामना की गई । नमामि गंगे के सदस्यों ने 22 मार्च विश्व जल दिवस के अवसर पर भारतीय संस्कृति के अनादि काल से अनंतकाल तक के प्रवाह की साक्षी गंगा को फिर से अविरल निर्मल और सतत प्रवाह का लक्ष्य निर्धारित कर गंगा तलहटी की सफाई की गई। आयोजन में प्रमुख रूप से संयोजक राजेश शुक्ला, गंगा टास्क फोर्स के कंपनी कमांडेंट सुशील गुहानी, सूबेदार शिवेंद सिंह, बीना गुप्ता, पुष्पलता वर्मा एवं गंगा टास्क फोर्स की टीम उपस्थित रही।