जंतर मंतर के खाप पंचायतों ने पहलवानों के समर्थन में लगाई हुंकार, 15 दिन का अल्टीमेटम

दिल्ली में बीते कई दिनों से पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरना दिया हुआ है। इस धरने को रविवार को हरियाणा की खाप पंचायतों और किसान संगठनों का समर्थन भी मिला है...

जंतर मंतर के खाप पंचायतों ने पहलवानों के समर्थन में लगाई हुंकार, 15 दिन का अल्टीमेटम

नई दिल्ली। दिल्ली के जंतर मंतर पर देश के पदक विजेता पहलवान कई दिनों से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरने पर है। रविवार को उनके समर्थन में बड़ी संख्या में किसान भी जंतर मंतर पर पहुंचे थे। सभी ने मिलकर बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर कार्रवाई की मांग की है। इसी बीच किसानों, खाप पंचायतों और प्रदर्शनकारी पहलवानों ने सरकार के अल्टिमेटम दे दिया है। दरअसल खापों, पहलवानों और किसान संघों की आज (रविवार) बैठक में हमने सिंह के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए 10 दिन का समय दिया है। इस दौरान अगर सरकार की ओर से बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया जाता है तो सभी फिर से मिलेंगे और विरोध को बड़े पैमाने पर करेंगे। सूत्रों के अनुसार किसान संघों और खाप पंचायतों का पहलवानों को पूरी तरह से प्राप्त है।

किसानों और खाप पंचायत का मिला समर्थन

दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों के समर्थन में खटकड़ टोल प्लाजा समिति एवं खेड़ा खाप और किसान संगठनों से जुड़े लोग राष्ट्रीय राजधानी रवाना हुए। किसानों और खाप सदस्यों ने भारतीय कुश्ती संघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह को पद से बर्खास्त करने की मांग की। साथ ही यहां के एक गुरुद्वारे में ठहरा पंजाब की महिलाओं का जत्था भी बसों से दिल्ली के लिए रवाना हुआ। सरकार द्वारा पहलवानों के धरने की अनदेखी किए जाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। दिल्ली रवाना होने से पूर्व खेड़ा खाप के प्रधान सतबीर पहलवान ने कहा कि पहलवान देश की शान हैं, जिन्होंने खेलों के माध्यम से देश की पहचान विश्व में बनाई है और वही पहलवान आज धरने पर बैठे हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार प्रदर्शनकारी खिलाड़िय़ों की बात सुनने की बजाय बृजभूषण को बचा रही है और उन्हें अब तक पद से नहीं हटाया गया है। सतबीर ने कहा कि जब तक खिलाड़िय़ों को इंसाफ नहीं मिल जाता, तब तक किसान व खापें उनके साथ डटी रहेंगी। बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक सहित कई शीर्ष पहलवान 23 अप्रैल से दिल्ली के जंतर-मंतर पर भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और एक नाबालिग सहित सात पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न के आरोप में उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस ने 28 अप्रैल को एक नाबालिग सहित सात महिला पहलवानों द्वारा दर्ज कराई गई शिकायतों के आधार पर सिंह के खिलाफ दो प्राथमिकियां दर्ज की थीं।

महिला संगठन आए साथ

राष्ट्रीय महिला संगठनों ने पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह और हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह की तत्काल गिरफ्तारी के लिए राष्ट्रव्यापी विरोध-प्रदर्शन करने का संयुक्त आह्वान किया है। अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति (एआईडीडब्ल्यूए), भारतीय राष्ट्रीय महिला फेडरेशन (एनएफआईडब्ल्यू), अखिल भारतीय महिला सांस्कृतिक संगठन (एआईएमएसएस) और अखिल भारतीय अग्रगामी महिला संगठन (एआईएमएस) ने एक बयान जारी कर प्रदर्शनकारी पहलवानों के साथ एकजुटता व्यक्त की। 

बयान में कहा गया, ‘‘देश के विभिन्न हिस्सों में सैकड़ों विरोध-प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे। भाजपा के ‘महिला विरोधी’ चेहरे को उजागर करने के लिए महिलाएं गांवों, बस्तियों और मोहल्लों में बैठकें करेंगी। लाखों हस्ताक्षर एकत्र किए जाएंगे, जिन्हें जिलाधिकारियों के माध्यम से प्रधानमंत्री को भेजा जाएगा।’’