स्मृति ईरानी हुईं आक्रामक बोली- जॉर्ज सोरोस ऐलान किया है कि हिंदुस्तान के लोकतांत्रिक ढांचे को चोट पहुंचाएंगे

स्मृति ईरानी हुईं आक्रामक बोली- जॉर्ज सोरोस ऐलान किया है कि हिंदुस्तान के लोकतांत्रिक ढांचे को चोट पहुंचाएंगे

नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि अंतरराष्ट्रीय कारोबारी जॉर्ज सोरोस ने अपनी दुर्भावना को जाहिर किया है कि कैसे वो भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को डैमेज करना चाहते हैं। ईरानी ने कहा कि एक विदेशी ताकत, जिसके केंद्र बिंदु में जॉर्ज सोरोस हैं, उन्होंने ऐलान किया है कि हिंदुस्तान के लोकतांत्रिक ढांचे को चोट पहुंचाएंगे, पीएम मोदी को अपने वार का मुख्य बिंदु बनाएंगे। उन्होंने ऐलान किया है कि वो ऐसी व्यवस्था बनाएंगे जो उनके हितों की रक्षा करे।

"सोरोस ने किया लोकतांत्रिक व्यवस्था को ध्वस्त करने का ऐलान"

केंद्रीय मंत्री ईरानी ने कहा कि जॉर्ज सोरोस का ऐलान है कि मोदी को चोट पहुंचाएंगे और लोकतांत्रिक प्रकिया को ध्वस्त करेंगे। हर हिंदुस्तानी को उसका मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए। स्मृति ईरानी ने कहा कि आज जब अमेरिका, फ्रांस, इंग्लैंड के राष्टाध्यक्ष  आभार प्रकट करते हैं, भारत विश्व की पांचवी अर्थव्यवस्था बना है, ऐसे समय में जॉर्ज सोरोस का लोकतांत्रिक तरीके से चुनी सरकार को चुनौती देने का ऐलान करते हैं। वो सत्ता परिवर्तन की बात करते हैं। ईरानी ने कहा कि उन्होंने हिंदुस्तान की लोकतांत्रिक व्यवस्था को ध्वस्त करने का ऐलान किया है। 

"मोदी को टारगेट करने के लिए की फंडिंग"

ईरानी ने कहा कि जिस व्यक्ति ने बैंक ऑफ़ इंग्लैंड को तोड़ा और राष्ट्र द्वारा आर्थिक युद्ध अपराधी के रूप में नामित किया गया, उसने अब भारतीय लोकतंत्र को तोड़ने की इच्छा व्यक्त की है। जॉर्ज सोरोस ने भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में हस्तक्षेप करने के अपने बुरे इरादे की घोषणा की है। केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि जॉर्ज सोरोस एक ऐसी सरकार चाहते हैं जो उनकी आवश्यकताओं के अनुकूल हो, ये उनके बयान से स्पष्ट है। उन्होंने पीएम मोदी जैसे नेताओं को टारगेट करने के लिए एक अरब डॉलर से अधिक की फंडिंग की घोषणा की है। हम हर 5 साल में एक लोकतांत्रिक सरकार चुनते हैं।

"जो लोग सोरोस को अनुकूल मानते हैं..."

स्मृति ईरानी ने कहा कि जो लोग सोरोस को अनुकूल मानते हैं उन्हें यह जानने की जरूरत है कि भारत ने साम्राज्यवादी डिजाइन को पहले भी हराया है और आगे भी हराएगा। भारत में लोकतंत्र कायम है और रहेगा। भारतीय लोकतंत्र को कमजोर करने के मंसूबों का पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत की ताकत से होगा मुकाबला। उन्होने कहा कि जॉर्ज सोरोस द्वारा की गई घोषणाओं को समझने की आवश्यकता है। वह भारतीय लोकतंत्र को ध्वस्त करने के लिए ऐसी घोषणाएं करते हैं ताकि उसके चुने हुए लोग देश में सरकार चला सकें।