Varanasi News: रोपवे इनेबल्ड सिटी के नाम से जानी जाएगी काशी, 2024 से सिर्फ 10 मिनट में आप पहुंचेंगे “बाबा धाम”

शहर में जाम का आलम यह है कि 20 मिनट का रास्ता आप 45 मिनट में पूरे करते होंगे हर रोज नहीं लेकिन आए दिन ऐसा होता ही है। लेकिन अब आपको इस “जाम की झाम” से मुक्ति दिलाने के लिए योगी सरकार ने एक अच्छा ऑप्शन तैयार करने में लगी है....

Varanasi News: रोपवे इनेबल्ड सिटी के नाम से जानी जाएगी काशी, 2024 से सिर्फ 10 मिनट में आप पहुंचेंगे “बाबा धाम”

वाराणसी सिटी। आपके शहर बनारस (Varanasi) में सबसे बड़ी जो मुसीबत है वह है जाम। शहर में जाम का आलम यह है कि 20 मिनट का रास्ता आप 45 मिनट में पूरे करते होंगे हर रोज नहीं लेकिन आए दिन ऐसा होता ही है। लेकिन अब आपको इस “जाम की झाम” से मुक्ति दिलाने के लिए योगी सरकार ने एक अच्छा ऑप्शन तैयार करने में लगी है। दरअसल, सरकार ने शहर के कुछ हिस्से में रोपवे का काम शुरू कर दिया है जो आलमोस्ट 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा। वहीं सबसे खास ध्यान बाहर से आने वाले दर्शनार्थी का रखा गया है जो वाराणसी कैंट से सीधे बाबा धाम तक बिना किसी जाम के इस रोपवे से पहुँच सकेंगे। को बता दें कि यह यातायात को सुगम और सुचारू बनाने के लिए देश का पहला रोपवे होगा।

पीएम ने रखा था 807 करोड़ रुपए से बन रहे रोपवे की नींव

जानकारी के अनुसार बनारस (Varanasi) को रोपवे इनेबल्ड बनाने वाली इस परियोजना के तहत पहले चरण का निर्माण कुल दो सेक्शन में किया जा रहा है। रोपवे के पहले सेक्शन का निर्माण रथयात्रा तक और दूसरे सेक्शन का निर्माण गोदौलिया तक होगा। प्रधानमंत्री मोदी देश के पहले पब्लिक ट्रांसपोर्ट के संचालन के लिए 807 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले रोपवे परियोजना की नींव अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में रखे थे।

पहला सेक्शन मार्च तक होगा पूरा

काशी के यातायात को रफ़्तार देने के लिए रोप-वे का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। मार्च 2024 तक पहले सेक्शन का निर्माण कार्य पूरा होना प्रस्तावित है, जिसका ट्रायल जुलाई तक चलेगा। कैंट स्टेशन से चलने पर रथयात्रा तीसरा प्लेटफार्म होगा। यात्री कैंट रेलवे स्टेशन से बिना वायु प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण के रथयात्रा तक की यात्रा लगभग 10 मिनट में तय कर सकेंगे।

शहर में होंगे पांच स्टेशन

इस प्लान के अनुसार शहर में वाराणसी कैंट स्टेशन से गोदौलिया चौराहे के बीच कुल 5 स्टेशन बनाए जानें हैं। इसमे पहला कैंट रेलवे स्टेशन, दूसरा काशी विद्यापीठ, तीसरा रथयात्र,  चौथा गिरजाघर और पांचवा गोदौलिया चौराहे पर स्टेशन बनाया जा रहा है। इस रोपवे की कुल दूरी 3.85 किलोमीटर है, जो करीब 16 मिनट में तय होगी।