G20बैठक संपन्न: बुद्ध की स्मृतियां संजो अपने वतन को लौटे मेहमान

G20बैठक संपन्न: बुद्ध की स्मृतियां संजो अपने वतन को लौटे मेहमान

वाराणसी। भारत की अध्यक्षता में आयोजित जी-20 की 11 से 13 जून तक वाराणसी में दूसरी बैठक के सम्पन्न होने के बाद दुनिया के 20 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों के विकास मंत्री सहित करीब 200 मेहमान प्रधानमंत्री के संदेश के अमल करते हुए (जिसमें कहा था कमरे में ना बैठे बल्कि काशी को देखे समझे और ऊर्जा लें) मंगलवार की सुबह सभी तथागत की प्रथम उपदेश स्थली सारनाथ का भ्रमण करने पहुंचे हैं। सारनाथ में प्राचीन खंडहर, स्मारकों, धमेख स्तूप, बुद्ध की उपदेश स्थली और संग्रहालय को देख सभी उसकी स्मृतियों में खो गये।  वाराणसी में भारत के विदेश मंत्री डॉ.एस जयशंकर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के सम्मपन्न होने के बाद मंगलवार को विदेश मंत्री की अगुवाई में सभी विदेशी मेहमानों ने सारनाथ का रुख किया। विदेशी मेहमानों के साथ वेल ट्रेंड गाइड भी मौजूद थे। सारनाथ में प्राचीन खंडहर, स्मारकों, धमेख स्तूप, बुद्ध की उपदेश स्थली और संग्रहालय को देख सभी स्मृतियों में खो गये। उनके साथ लगे गाइडों से डेलिगेट्स ने एक-एक कर उन स्मृतियों के बारे में जानकारी ली। 

सांस्कृतिक कार्यक्रम का लिया लुत्फ

सारनाथ भ्रमण पर आये सभी विदेशी मेहमानों ने विरासत की एक-एक धरोहरो को देखने के बाद वहीं पर जलपान भी किया, उनके लिए किये गये जलपान में बनारसी स्वाद भी समाहित था, बनारसी व्यंजनों के सभी डेलिगेट्स कायल दिखे। इसके साथ ही भ्रमण स्थल पर ही सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजि था, जिसमें लोक कलाकारों का विशेष स्थान रहा। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से भारतीय संस्कृति की झलक विदेशी मेहमानों को दिखायी गयी। 

होटल से लगायत सारनाथ तक ग्रीन कॉरिडोर

डेलिगेट्स के सारनाथ भ्रमण के दौरान सुरक्षा की दृष्टि से चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्था मुस्तैद दिखी। होटल से सारनाथ तक ग्रीन कॉरिडोर में तब्दील रहा। जिन-जिन रास्तों से डेलिगेट्स की गाड़ी निकली उन रास्तों को आम लोगों के लिए उतने देर के लिए बंद कर दिया गया था। आशापुर चौराहे से सिंहपुर अंडरपास तिराहे तक नो इंट्री जोन घोषित किया गया था।  वीवीआईपी वाहनों की पार्किंग चौकी सारनाथ म्यूजियम से लेकर धम्म स्तूप मेन गेट तक व साइबर थाना परिसर में है।वहीं, सामान्य पार्किंग रंगोली तिराहा से महाबोधि इंटर कॉलेज तक दाहिनी तरफ है।

विदेश मंत्री ने भी ली कैमरे से फोटो

सारनाथ म्यूजियम घूमने गये विदेश मंत्री डॉ.एस जयशंकर ने भी वहां की स्मृतियों को अपने कैमरे में कैद करने से पीछे नहीं चूके, भगवान बुद्ध की प्रतिमा उन्हें इतनी पसंद आयी कि वह अपने कैमरे से फोटों खिंच लिया। इसके अलावा उन्हों ने म्यूजियम में रखे कई स्मृतियों की फोटो खिंचते रहे। इसके साथ ही भ्रमण करने गये सभी डेलिगेट्स ने ना सिर्फ वहां अपने कैमरों से फोटो खिंची बल्कि सेल्फी भी ली। 

विदेशी मीडियाकर्मी भी कायल

जी-20 बैठक के कवरेज को प्रतिनिधि मंडल के साथ आए विदेशी मीडिया कर्मियों ने सारनाथ की स्मृतियों को अपने कैमरे में कैद किया। सभी ने इस प्राचीनता को बरकरार रखने को जिला प्रशासन को धन्यवाद भी दिया। विदेशी मीडियाकर्मी प्रधानमंत्री की ओर से काशी के लिए किये गये कार्य की भी जमकर तारीफ की। 

दोपहर बाद दिल्ली को रवाना हुए डेलिगेट्स 

काशी की स्मृतियां, जीवंतता, ज्ञान और नई ऊर्जा व बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली को नमन कर फिर मिलने के वायदे के साथ सभी बीस ताकतवर देशों के विकास मंत्री व दो सौ डेलिगेट्स चार्टर प्लेन से दिल्ली को रवाना हो गये। इसके साथ ही विदेश मंत्री डॉ.एस जयशंकर भी दिल्ली को रवाना हुए, एयरपोर्ट पर जिले के तमाम आला अधिकारियों सहित एयरपोर्ट निदेशक ने सभी डेलिगेट्स को सनातनरी परम्परा के अनुसार दिल्ली के लिए विदा किया।