बड़ी खबर : बनारस में एक साल से सड़ रही थीं माँ की लाश, बेटियों ने कीड़े बिनकर फेक रही थी बाहर

सबसे बड़ी बात यह कि मृत महिला की दो बेटियां उस शव के साथ ही घर में बंद होकर रह रही थी। मृत महिला की पहचान उक्त कॉलोनी की रहने वाली उषा त्रिपाठी [52 वर्ष] के तौर पर हुई है। सूचना पर पहुंची पुलिस दरवाजा तोडकर घर के भीतर पहुंची...

बड़ी खबर : बनारस में एक साल से सड़ रही थीं माँ की लाश, बेटियों ने कीड़े बिनकर फेक रही थी बाहर

वाराणसी। लंका थाना अंतर्गत मदेरवा इलाके में रहने वाली एक महिला का कंकाल बुरी तरह से सड़ी हुई अवस्था में घर के भीतर मिला। बता दें कि शव सड़कर पूरी तरह कंकाल बन चुका था। उसमें कीड़े पड़ चुके थे। सबसे बड़ी बात यह कि मृत महिला की दो बेटियां उस शव के साथ ही घर में बंद होकर रह रही थी। मृत महिला की पहचान उक्त कॉलोनी की रहने वाली उषा त्रिपाठी [52 वर्ष] के तौर पर हुई है। सूचना पर पहुंची पुलिस दरवाजा तोडकर घर के भीतर पहुंची और जांच पड़ताल कर शरीर के बचे कंकाल को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। यह घटना पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी रही।

मृतका का बहनोई के आने पर खुला मामला

मिर्जापुर जनपद के जमालपुर थाना क्षेत्र के बहुवर गांव निवासी धमेंद्र चतुर्वेदी बुधवार की शाम लंका क्षेत्र में अपनी साली उषा त्रिपाठी से मिलने के लिए पहुंचे। घर में मौजूद उनके साली की दो बेटियों पल्लवी त्रिपाठी [27 वर्ष] और वैश्विक त्रिपाठी [18 वर्ष] ने दरवाजा नहीं खोला और मां के बीमार होने की बात कहकर वापस लौटाने लगीं।

पुलिस को करनी पड़ी मशक्कत

धर्मेंद्र ने संदेह होने पर पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दिया। सूचना पर पहुंचे पीआरबी के जवान, नगवा चौकी प्रभारी दरवाजा खुलवाने में असफल रहे। जिसके बाद लंका थाना प्रभारी शिवाकांत मिश्रा ने फोर्स के साथ पहुंचकर वीडियो ग्राफी में दरवाजे को तुड़वाया और घर के भीतर घुसे। भीतर बेड पर महिला का कंकाल पड़ा हुआ था। महिला की दोनों बेटियां मानसिक रूप से कुछ विक्षिप्त नजर आ रही थी।

बेटियों ने सुनाई कहानी

इस बाबत  दोनों बेटियों ने पुलिस को बताया कि  उनकी मां उषा तिवारी का 8 दिसंबर 2022 को बीमारी के कारण निधन हो गया था। दोनों ने अपने पास कोई संसाधन नहीं होने का हवाला देते हुए पुलिस या अन्य लोगों को सूचना नहीं देने का कारण बताया। पुलिस के मुताबिक, दोनों लड़कियां मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं। इसके बारे में पुलिस अगल-बगल के लोगों के साथ ही उनके   रिश्तेदारों से जांच पड़ताल करने में जुटी रथी। सूचना पर एसीपी भेलूपुर फील्ड यूनिट के साथ पहुंचे। मृत महिला की दो बेटियों में पल्लवी त्रिपाठी मास्टर डिग्री प्राप्त की है जबकि छोटी बेटी कक्षा दसवीं की छात्रा बताई जा रही है। मृतका के पति से उसका दस वर्षों से कोई संबंध नहीं है।

मृतका के पिता ने दिया था मकान

मृत महिला सामने घाट इलाके में श्रृंगार की दुकान चलाती थी। जिस मकान में वह रह रही थी, इस मकान को उसके पिता कृष्णानंद पांडे ने 22 साल पहले बनवाकर दिया था। महिला की शादी बलिया में हुई थी। दोनों लड़कियों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसकी मां की मृत्यु के बाद शरीर सड़ने के बाद कीड़े निकालने लगे। बॉडी से निकलने वाले कीड़े को दोनों उठाकर बाहर फेंकती थी। दोनों बहनें खाना घर में बनाती थी और छत पर ले जाकर खाती थी। घर में मौजूद पैसे और सोने को बेचकर घर का खर्च चलता था। जरूरत पड़ने पर अगल-बगल के लोगों से खाना और पैसे भी मांग लेती थी।

घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं

मृतका के पिता कृष्णानन्द पाण्डेय दो माह पहले अपनी बेटी से मिलने आए थे। लेकिन दोनों बहनों ने उनका घर में नहीं जाने दिया। काफी प्रयास करने के बाद वह पड़ोस में चाय पानी कर के वापस लौट गए। पुलिस को सूचना देने वाले मृतिका का बहनोई धर्मेंद्र पत्नी उपासना के साथ मिलने के लिए 22 दिन पहले  आया था। रिश्तेदारों और पड़ोसियों को पूछ के पूछने पर दोनों बहने मां के गंभीर बीमार होने का हवाला देती थी। मां की मौत के बाद दोनों बहन घर में कैसे रह रही थी? यह बात भी पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना रहा। घटना को लेकर तरह-तरह की और चर्चाएं हो रही थी।