रेलवे क्रासिंग को बंद करने पर गांव के लोगों ने किया हंगामा, पुलिस अधिकारियों से हुई नोकझोंक

फाटक बंद करने आए अधिकारियों ने वर्तमान में यहां से आवागमन चालू रखने और उच्चाधिकारियों से वार्ता के बाद आगे की कार्रवाई की बात कही। इसके पूर्व ग्रामीणों के समर्थन में आए सपा नेताओं की पुलिस अधिकारियों से नोकझोंक हुई...

रेलवे क्रासिंग को बंद करने पर गांव के लोगों ने किया हंगामा,  पुलिस अधिकारियों से हुई नोकझोंक

पीडीडीयू नगर। पं. दीनदयाल उपाध्याय वाराणसी रेल रूट पर हृदयपुर के समीप मानवरहित रेलवे क्रासिंग को बंद करने की कोशिश पर मंगलवार को ह्रदयपुर सहित विभिन्न गांव के लोगों ने हो हल्ला किया। ग्रामीणों के हंगामा के बाद अधिकारियों को बैरंग वापस लौटना पड़ा। फाटक बंद करने आए अधिकारियों ने वर्तमान में यहां से आवागमन चालू रखने और उच्चाधिकारियों से वार्ता के बाद आगे की कार्रवाई की बात कही। इसके पूर्व ग्रामीणों के समर्थन में आए सपा नेताओं की पुलिस अधिकारियों से नोकझोंक हुई।

पं. दीनदयाल उपाध्याय नगर से प्लांट डिपो कॉलोनी होते हुए रेलवे लाइन पार कर हृदयपुर सहित भुजहुआ, खुटहा, खजूर गांव, चांदीतारा, साहूपुरी, डिहवा, नाथुपुर, पोररवा, डहिया, चौरहट, पड़ाव सहित बीस गांव के लोग आवागमन करते हैं। व्यासनगर रेलवे स्टेशन के समीप नीबूपुर गांव के सामने अवैध कट से रेलवे लाइन पार कर रही जेसीबी की लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस से टक्कर हो गई थी। इस घटना के बाद उत्तर रेलवे की ओर से अवैध कट और मानवरहित रेलवे क्रासिंग को बंद किया जा रहा है। मंगलवार की सुबह एडीईएन प्रवीण कुमार सिंह, आरपीएफ व्यासपुर एसआई जेपी बहुगुणा जेसीबी और कर्मचारियों के साथ पहुंचे। यहां हृदयपुर क्रासिंग पर बैरिकेडिंग लगाने की शुरूआत की। क्रासिंग बंद करने की सूचना मिलते ही हृदयपुर सहित आस पास के गांव के सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण पहुंच गए और विरोध शुरू कर दिया। एडीईएन और आरपीएफ एसआई ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वे नहीं माने।

सूचना पाकर सीओ अनिरुद्ध सिंह, कोतवाल विजय बहादुर सिंह, अलीनगर थानाध्यक्ष शेषधर पांडेय आदि दल बल के साथ पहुंच गए। वहीं ग्रामीणों के समर्थन में सपा नेता भी पहुंच गए। ग्रामीणों और सपा नेताओं के बीच नोकझोंक भी हुई। बाद में नेताओं ने डीआरएम को संबोधित ज्ञापन सौंपा। इसके बाद हंगामा शांत हुआ।

हृदयपुर के समीप अंडर पास का निर्माण किया जाना है। वर्षों पहले ही यहां इस रास्ते को बंद करने का बोर्ड लगाया जा चुका है। मानव रहित क्रासिंग के कारण दुर्घटना की आशंका है। इसी वजह से इसे बंद किया जा रहा है। फिलहाल बारिश होने और विरोध को देखते हुए काम रोका गया है। जल्द ही इसे बंद किया जाएगा।

प्रवीण सिंह, एडीईएन, उत्तर रेलवे पीडीडीयू नगर। बिना वैकल्पिक व्यवस्था के क्रासिंग बंद करने से ग्रामीणों काे आवागमन में परेशानी होगी। इसी को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है। गांव के लोग यहां अंडर पास बनाने की मांग बहुत पहले से कर रहे हैं। अब रेलवे के अधिकारी अंडर पास बनाने की बात कह रहे हैं लेकिन अंडर पास बनने तक आवागमन कैसे होगा। यह नहीं बता रहे हैं। यदि क्रासिंग बंद हो गई तो हृदयपुर के लोगों को पीडीडीयू नगर आने के लिए सात किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ेगा।
गांव के प्रधान मनोज यादव ने कहा कि रेलवे को यदि क्रासिंग बंद करना है तो वैकल्पिक व्यवस्था करना होगा। बीडीसी सदस्य अजय यादव ने कहा कि इसी रास्ते से बच्चे स्कूल जाते हैं। रास्ता बंद होने पर बच्चों का स्कूल पहुंचना मुश्किल होगा। सुशीला देवी ने कहा कि ग्रामीण रेलवे क्रासिंग बंद करने के विरोध में नहीं है लेकिन पहले अंडर पास बना लिया जाए। अंडर पास बनने तक आवागमन का वैकल्पिक रास्ता दिया जाए। फूला देवी ने कहा कि क्रासिंग बंद होने पर सबसे अधिक परेशानी बीमार होने पर होगी।