Akanksha Dubey Case:  आकांक्षा दुबे की मौत पर अनसुलझी पहेली, वकील ने पुलिस जांच पर उठाए सवाल

आकांक्षा के वकील शशांक शेखर त्रिपाठी ने इस केस में पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस की कार्यवाही पर सवाल उठाए हैं। उनके अनुसार, उस रात आकांक्षा जिस पार्टी में शामिल हुई थी, उसका बिल 11 हजार रुपए आया था। मगर आकांक्षा के पेट में फ़ूड नहीं था...

Akanksha Dubey Case:  आकांक्षा दुबे की मौत पर अनसुलझी पहेली, वकील ने पुलिस जांच पर उठाए सवाल

वाराणसी। भोजपुरी एक्ट्रेस आकांक्षा दुबे की मौत (Akanksha Dubey Case) की गुत्थी दिन बीतने के साथ ही उलझती जा रही है। आकांक्षा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कई खुलासे हुए हैं। 26 मार्च को आकांक्षा की लाश होटल के कमरे में फंदे से लटकती हुई मिली थी। इससे पहले वे कमरे में एक पार्टी से लौटी थीं। CCTV फुटेज में वे खुश नजर आ रही हैं, जबकि कमरे में जाने के कुछ ही देर बाद जब वे सोशल मीडिया पर लाइव हुईं, जिसमें वे रोते हुए नजर आई थीं। आकांक्षा के वकील शशांक शेखर त्रिपाठी ने इस केस में पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस की कार्यवाही पर सवाल उठाए हैं। उनके अनुसार, उस रात आकांक्षा जिस पार्टी में शामिल हुई थी, उसका बिल 11 हजार रुपए आया था। मगर आकांक्षा के पेट में फ़ूड नहीं था। उनके पेट में एक ब्राउन केमिकल मिला है। लखनऊ फोरेंसिक लैब में ये केमिकल जांच के लिए भेजा गया है। वहीँ वकील शशांक त्रिपाठी ने मेडिकल एक्सपर्ट से सलाह लेने और वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस से सवाल पूछने की बात कही है।

11 हजार के बिल में बड़ी मुश्किल

वकील शशांक शेखर त्रिपाठी ने बताया कि आकांक्षा को जिस बार में पार्टी दी गई थी। वहां टेबल अरुण और श्रद्धा ने रिज़र्व कराई थी। इस पार्टी का बिल 11,000 रुपए हुआ था। पुलिस के अनुसार, आकांक्षा ने शर्ब पी हुई थी। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनके अल्कोहल सेवन की पुष्टि नहीं हुई है। ब्रीथिंग में शराब नहीं मिली है।

हाथ की कलाई पर चोट और पेट में केमिकल

वकील शशांक शेखर त्रिपाठी के अनुसार, लाश को पैक करने के दौरान आकांक्षा की बॉडी पर कोई चोट नहीं बताई गई थी। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट के सामने आने पर उसमें आकांक्षा की कलाई पर चोट की पुष्टि हुई है। ये चोट कैसे आई, इसका CCTV में भी कोई क्लू नहीं मिला है। यह पूरी तरह से हत्या का मामला है। आकांक्षा के पेट में 20 ML कोई भूरे रंग का पदार्थ मिला है। मेडिकल एक्सपर्ट्स के अनुसार, आहार नली इस केमिकल के कारण ब्लॉक हुई होगी। जिसके कारण आकांक्षा को कंजेक्शन और सांस लेने में तकलीफ हुई होगी।

पुलिस की जांच पर सवालिया निशान

वकील शशांक शेखर त्रिपाठी ने इस मामले में वाराणसी पुलिस की जांच और उनकी सक्रियता पर कड़े प्रश्नचिन्ह लगाए हैं। उन्होंने सवाल किया कि आकांक्षा के पेट में मिला भूरे रंग का पदार्थ क्या है? मुझे पूरी उम्मीद है कि वाराणसी कमिश्नरेट के अधिकारी मेरे प्रश्नों का जवाब देंगे। ACP सारनाथ ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, आकांक्षा की मौत फंदा लगाने की वजह से हुई है। विसरा सुरक्षित रखा गया है। मौत के कई अन्य बिन्दुओं की जांच की जा रही है।

बस CBI से ही एक उम्मीद

एक्ट्रेस आकांक्षा दुबे की मौत के बाद आरोपियों की गिरफ़्तारी न होने से परिजनों में आक्रोश है। आकांक्षा के वकील ने CBI जांच की मांग की है। मुख्यमंत्री को मांग पत्र भेजा है। उन्होंने कहा कि आकांक्षा को अब न्याय CBI जांच से ही मिल सकता है।

एक मां का दर्द क्या जाने कोई ...

वहीँ आकांक्षा की मां ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सभी मीडिया वाले आकर रोज बाईट ले रहे हैं। लेकिन किसी ने मां का दर्द जानने की कोशिश नहीं की। मीडिया पल-पल की मेरी खबर दिखा रहा है, लेकिन उसे भी नहीं पता कि समर सिंह कहाँ है? इस दौरान आकांक्षा की मां मधु दुबे अपना आप खो बैठीं। उन्होंने कहा कि सब मिले हुए हैं।

बता दें कि भोजपुरी एक्ट्रेस आकांक्षा दुबे की बीते 27 मार्च को होटल के कमरे में फंदे से लटकते हुए शव मिली थी। मौत ले 9 दिनों बाद भी उसकी मौत एक पहेली बनकर रह गई है। आरोपियों की गिरफ़्तारी न होने से परिजनों में काफी आक्रोश है। उन्होंने इस मामले में गायक समर सिंह व उसके बड़े भाई संजय सिंह पर गंभीर आरोप लगाये हैं। पुलिस इस आधार पर मुकदम दर्ज कर समर सिंह के ठिकानों पर लगातार दबिश दे रही है।