अयोध्या में राम मंदिर के नाम चंदे पर किया खेल:सतीश चंद्र मिश्रा

अयोध्या में राम मंदिर के नाम चंदे पर किया खेल:सतीश चंद्र मिश्रा

शाहजहांपुर। बहुजन समाज पार्टी(बसपा) महासचिव सतीश चन्द्र मिश्रा ने कहा कि अयोध्या और मंदिर के नाम पर चन्दे की लूट करने वालों ने जनता को ठगा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ब्राह्मणों की हत्या और उनके खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज कर समाज को आज पीछे धकेलने का काम करने वाले दोबारा उनकों बरगला कर सत्ता हथियाना चाहते हैं। ब्राह्मण समाज के वोटरों को अपने पक्ष में करने लिए बसपा महासचिव श्री मिश्रा आज यहां सरकार में किए गये काम गिना रहे थे। उन्होंने कहा 15 प्रतिशत ब्राह्मण और 23 प्रतिशत दलित व अन्य अगर साथ आ जाते हैं तो बहन जी को मुख्यमंत्री बनने से कोई नहीं रोक सकता।

मिश्रा ने कहा कि आज सब को जरूरत संगठित होने की है। क्योंकि सामने बहरूपिये खड़े हैं जो समाज को तोड़ने के साथ 1993 से ब्राह्मणों को ठगते पर चले आए हैं। दरअसल शाहजहांपुर में बसपा मुखिया के निर्देश पर जिले के ब्राह्मणों को रिझाने और नगर विधानसभा सहित जिले के लगभग ढाई लाख वोटरों को बसपा की ओर आकर्षित करने के लिए पहुंचे सतीश चंद्र मिश्र अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाने के साथ ही विपक्षियों पर जमकर बरसे। इस दौरान उन्होंने कहा कि 1993 से जो लोग मंदिर और अयोध्या के नाम पर ब्राह्मणों के साथ-साथ समस्त समाज के लोगों को ठग रहे हैं। वह समाज को तोड़ने का काम कर रहे हैं जिन्होंने करोड़ों रुपए चंदे के नाम पर एकत्रित किए हैं।

उन्होंने कहा कि अगर बसपा ने अयोध्या में जाकर जो हजारों हजार करोड़ रुपए का घोटाला वर्तमान सरकार द्वारा अयोध्या में विकास के नाम पर किया गया है उसे देखने और उसका हिसाब मांगने का काम बहन जी के निर्देश पर अगर हमने शुरू किया तो सत्ता धारियों के पेट में दर्द होना शुरू हो गया। आज ब्राह्मणों की राजनीति की अगर बात की जाए तो सभी पार्टियां ब्राह्मणों के वोट की राजनीति करने को आतुर हैं जबकि ब्राह्मण को सम्मान सबसे ज्यादा बहन मायावती ने ही दिया है।

इस मौके पर शाहजहांपुर के नगर विधानसभा प्रभारी सर्वेश चंद्र मिश्र द्वारा आयोजित ब्राह्मण सम्मेलन में पहुंचे सतीश चंद्र मिश्रा ने ब्राह्मण वोटरों को रिझाने में कोई कोर कसर नहीं रखी, चाहे ब्राह्मणों की हत्याओं का मामला हो चाहे ब्राह्मणों पर झूठे मुकदमे दर्ज होने का मामला हो या फिर पूर्ववर्ती सपा सरकार द्वारा ब्राह्मणों की सार्वजनिक बेइज्जती करने का मामला हो उन्होंने चारों तरफ से हमला करते हुए सभी पार्टियों को आईना दिखाया।