देश का पहला अर्बन ट्रांसपोर्ट रोप-वे का PM मोदी ने किया शिलान्यास, हिल स्टेशन नहीं, अब बनारस में करिए रोप-वे से सफर 

आज PM मोदी इसका शिलान्यास किया। वाराणसी स्टेशन से गोदौलिया तक 3.8 किलोमीटर इसकी लंबाई होगी और सड़क से 50 मीटर ऊपर चलाने की तैयारी है....

देश का पहला अर्बन ट्रांसपोर्ट रोप-वे का PM मोदी ने किया शिलान्यास, हिल स्टेशन नहीं, अब बनारस में करिए रोप-वे से सफर 

वाराणसी सिटी। पीएम मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी (kasha) को सभी सुविधाओं से लैस देखना चाहते हैं। ऐसे में एक जो बड़ी सौगात देने जा रहें हैं वह है देश का पहला अर्बन ट्रांसपोर्ट रोप-वे। बता दें कि आज PM मोदी इसका शिलान्यास किया। वाराणसी स्टेशन से गोदौलिया तक 3.8 किलोमीटर इसकी लंबाई होगी और सड़क से 50 मीटर ऊपर चलाने की तैयारी है। इसके लिए समय की बात करें तो यह सिर्फ 2 साल में आपके लिए बनकर तैयार होने वाला है। इसकी लागत की बात करें तो यह 644 करोड़ रुपए में तैयार करने का अनुमान है। अभी तक आप ने सिर्फ हिल स्टेशन में रोप-वे देखें होंगे, लेकिन अब इसका मज़ा आप वाराणसी में लीजिये खास यह है कि यह पहला रोप-वे होगा जिसे अर्बन ट्रांसपोर्ट के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।

18 अरब के 28 प्रोजेक्ट का शिलान्यास और लोकार्पण

बता दें कि वाराणसी में अपने 5 घंटे के दौरे पर पीएम मोदी 18 अरब के 28 प्रोजेक्ट का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इनमें सिगरा स्टेडियम, LPG बॉटलिंग प्लांट, भगवानपुर में 55 MLD का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट शामिल है। पीएम मोदी सर्किट हाउस के नए भवन में लंच किया।

वाराणसी के डीएम राजलिंगम (DM Rajalingam) के मुताबिक नवरात्रि व्रत को देखते हुए पीएम के लंच में फलाहार का इंतजाम किया गया था। मेनू कि बात करें तो इसमें कुट्टू की खीर, पंचमेवे का हलवा, मखाने का सत्तू, खिचड़ी, फल, दूध, नींबू शामिल था। वहीं, पीएम मोदी के लिए बनारस के बुनकर ने एक खास तरह की साड़ी तैयार भेंट किया। यह साड़ी उनकी मां को समर्पित है। साड़ी में पीएम मोदी और उनकी मां की तस्वीर को उकेरा गया है।

पहले रोप-वे के बारे में 3 पॉइंट समझें...

  1. रोप-वे में कुल 150 केबल कार या ट्रॉलियां होंगी
    पहले चरण में रोप-वे की लंबाई 3.8 किलोमीटर है। रोप-वे में कुल 150 केबल कार या ट्रॉलियां होंगी। सड़क से 164 फीट ऊंचाई पर दौड़ेगी। हर डेढ़ से दो मिनट पर यात्रियों के लिए ट्रॉली उपलब्ध रहेगी। एक केबल कार पर 10 पैसेंजर सवार होंगे। एक दिशा में एक घंटे में 3000 लोग यात्रा कर सकेंगे। यानी 6000 लोग दोनों दिशा से एक घंटे में आ-जा सकेंगे। रोप-वे का संचालन 16 घंटे होगा। भूमि अधिग्रहण, तार और पाइप शिफ्टिंग का काम तेजी से चल रहा है।
  2. दुनिया के दो देश में अर्बन ट्रांसपोर्ट रोप-वे, वाराणसी तीसरा
    इस रोप-वे का निर्माण स्विट्जरलैंड की कंपनी बर्थोलेट और नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक प्राइवेट लिमिटेड (NHLPL) मिलकर करेंगी। NHLPL के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि भारत विश्व में तीसरा देश और वाराणसी भारत का पहला शहर होगा, जहां पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए रोप-वे का इस्तेमाल किया जाएगा। अभी बोलीविया के लापाज और मेक्सिको में अर्बन ट्रांसपोर्ट के लिए रोप-वे का इस्तेमाल किया जा रहा है।
  3. जंक्शन से गोदौलिया तक लगेंगे सिर्फ 17 मिनट
    रोप-वे से कैंट जंक्शन से गोदौलिया तक जाने में महज 17 मिनट लगेंगे। अभी ऑटो रिक्शा या बाइक से जाने में भारी ट्रैफिक होता है। इस कारण करीब 45 मिनट लगते हैं। वाराणसी में पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद करीब एक साल में 9 करोड़ भक्त पहुंचे हैं। यह संख्या बढ़ रही है।

इसके अलावा, रोप-वे जिस इलाके से गुजरेगा वह शहर के सबसे व्यस्त इलाकों में हैं। यानी, इसके रूट पर दशाश्वमेध घाट, श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर, गंगा घाट, बनारसी साड़ी मार्केट, जंगमबाड़ी मठ, दालमंडी, चौक, गिरजाघर, नई सड़क, लक्सा, रथयात्रा, सिगरा स्टेडियम, काशी विद्यापीठ और IP मॉल होंगे।