फरवरी के पहले ही दिन है मौनी और भौमवती अमावस्या, जानिए एस्ट्रोलॉजर विमल जैन से कि कैसे होगी आपकी मनोकामनाएं पूर्ण

मौनी अमावस्या और भौमवती अमावस्या का धार्मिक दृष्टि से बहुत महत्व है। इस दिन कैसे करें पूजा अर्चना और क्या है इस दिन पीपल के वृक्ष को पूजने का महत्व, बता रहे है ज्योतिषविद विमल जैन....

फरवरी के पहले ही दिन है मौनी और भौमवती अमावस्या, जानिए एस्ट्रोलॉजर विमल जैन से कि कैसे होगी आपकी मनोकामनाएं पूर्ण

फीचर्स डेस्क। हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार मौनी अमावस्या पर मनु ऋषि का जन्म हुआ था। मनु से ही मौनी शब्द की उत्पत्ति हुई है। मौनी अमावस्या के व्रत में मौन धारण करने का विशेष महत्व बताया गया है। शास्त्रों के अनुसार मुख से ईश्वर का जाप करने से जो फल मिलता है उससे कहीं ज्यादा फल मौन रहकर जप करने से मिलता है। आज के दिन अगर दान करने से पहले सवा घंटे तक मौन रख लिया जाएगा तो पुण्य फल 16 गुना बढ़ जाएगा। मौन धारण कर व्रत का समापन करने वाले को मुनि पद की प्राप्ति बतलाई गई है। मौनी अमावस्या पर मौन रहकर स्नान दान करने से मनुष्य के कई जन्मों के पाप मिट जाते हैं।

कैसे करें पूजा

विमल जैन बताते हैं कि माघ कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि सोमवार 31 जनवरी को दिन में 1:15 पर लगेगी जो कि अगले दिन मंगलवार 1 फरवरी को दिन में 11:16 तक रहेगी।  इस बार 1 फरवरी मंगलवार को अमावस्या तिथि के पढ़ने से सोमवती अमावस्या और मौनी अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा। अमावस्या के दिन पीपल वृक्ष की पूजा अर्चना करने से सुख समृद्धि और खुशहाली मिलती है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा अर्चना के साथ साथ पीपल वृक्ष की पूजा भी करनी चाहिए। पीपल वृक्ष की 108 बार परिक्रमा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।

पीपल के वृक्ष की महिमा

पीपल वृक्ष में सभी देवताओं का वास माना गया है। पीपल के वृक्ष को जल से सींचकर उसकी पूजा करने के बाद 108 बार परिक्रमा करने पर सौभाग्य में वृद्धि होती है। इस दिन व्रत उपवास रखकर अपने आराध्य देवता की पूजा अर्चना अवश्य करनी चाहिए। ब्राह्मण को घर पर निमंत्रित करके उन्हें भोजन करवाकर सफेद रंग की वस्तुओं का दान जैसे चावल, दूध, मिश्री ,चीनी और खोए से बने सफेद मिष्ठान्न ,सफेद वस्त्र, चांदी और अन्य सफेद रंग की वस्तुएं दक्षिणा के साथ देकर उनका चरण स्पर्श कर कर आशीर्वाद लेना चाहिए। यदि किसी कारण से ब्राह्मण को भोजन ना करवा सकें तो उन्हें भोजन सामग्री के साथ नकद रुपए देकर पुण्य लाभ प्राप्त किया जा सकता है। 
आज के दिन पीपल पूजन का विशेष महत्व है। पूजा करते समय इस मंत्र का जप करें ,ओम मूलतो ब्रह्मरूपाय मध्ये विष्णुरूपिण अग्रतो शिवरुपाय पीपलाय नमो नमः। भगवान विष्णु की कृपा आप पर जरूर होगी।

इनपुट सोर्स: ज्योतिषविद विमल जैन

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