Friendship Day Special: दोस्त का एक तरफा प्यार कहीं आपको मुश्किल में न डाल दे
दोस्ती दुनिया का सबसे खूबसूरत रिश्ता है। पर कई बार जब लड़का लड़की की दोस्ती होती है तो कोई एक शख्स उस दोस्ती को प्यार समझ बैठता है और दूसरा एक अजीब सी कश्मकश में फंस जाता है। है ना, क्या करें जब दोस्ती बदल जाएं एक तरफा प्यार में…..
फीचर्स डेस्क। दोस्त जीवन में ढेर सारी खुशियां लेकर आते है। हमारी हर प्रॉब्लम का एक ही सॉल्यूशन होता है दोस्त। दोस्त ही अगर प्यार बन जाए तो जिंदगी और भी खूबसूरत हो जाती है क्योंकि उससे बेहतर हमें कोई समझ ही नहीं सकता। लेकिन ये तब मुमकिन है जब प्यार दो तरफा हो। कई बार एक तरफा प्यार दोस्ती में दरार डाल देता है। कई असमंजस में फंसते फसाते हम अपना अच्छा दोस्त भी खो बैठते है और विश्वास भी। यदि आपके साथ भी ऐसा हुआ है कि आपके किसी अच्छे दोस्त ने आपको प्रपोज कर दिया और आपके मन में ऐसी कोई फीलिंग नहीं है तो ऐसे में आप क्या करेंगी। अगर समझ नहीं आ रहा तो पढ़ें ये आर्टिकल।
सामने वाले को न पहुंचे दुख
आप दोनों बहुत अच्छे दोस्त है। अगर आपके मन में कोई फीलिंग नहीं तो कोई बात नहीं पर यदि दूसरे दोस्त के मन में आपको लेकर सॉफ्ट कॉर्नर है तो आप उसे तरीके से मना करें उसे एस ए फ्रेंड समझाए। उसने अपनी फीलिंग आपसे शेयर की है कोई गुनाह नहीं किया। उसे ऐसा फील न करवाएं कि उसने कोई पाप कर दिया है। ऐसे मना करें उसे कि उसे कोई दुख न हो और वो आपकी बात समझ भी जाएं। क्योंकि आपके कहे कुछ कड़वे शब्द आपकी दोस्ती तोड़ सकते है।
जल्दी में कोई निर्णय न लें
ऐसा कई बार होता है कि आप तैयार नहीं होते उस बात के लिए जो सामने वाले ने आपसे कह दी। आपने उससे जो आपका दोस्त है उससे ये उम्मीद ही नहीं की होगी। तो ऐसे में अचानक आप घबरा कर चिल्लाने या रोने न लग जाएं। शांति से बात को समझने और समझाने की कोशिश करें। कभी कभी घबराहट और जल्दी में किया हमारा एक फैसला जीवन भर के लिए गलत साबित हो जाता है।
इग्नोर न करें बल्कि करें सामना
कई बार जब एक दोस्त दूसरे को प्रपोज करता है तो हम संकोच की वजह से उसे कुछ नहीं कहते और इग्नोर करने लग जाते है। जबकि ये गलत है। आपका कुछ न कहना उसके मन में डाउट पैदा कर देगा । उसे कहीं ये न लग जाए कि आप भी उसे पसंद करते हो। इसलिए जो भी बात है साफ कहिए। ताकि दिल में मिस अंडरस्टैंडिंग की जगह ही न बचे।
किसी दूसरे को कहने से बचे
ये बहुत जरूरी है कि आप इधर की बात उधर न करें। इससे सामने वाले व्यक्ति जिसने आपको अपना समझकर अपने दिल की बात कही है उसका मजाक बन जायेगा। इससे उसकी भावनाएं आहत हो सकती है। इससे आपकी दोस्ती खराब हो जायेगी और आप दोनों से जुड़े हुए दोस्त आप पर भरोसा नहीं कर पाएंगे इस डर से कि कहीं आप उनकी भी कोई बात लीक न कर दो।
निर्भर रहना छोड़ दें
अगर आप अभी तक अपने हर डिसीजन के लिए अपने दोस्त पर निर्भर रहती आई है तो अब निर्भर रहना छोड़ दें। क्योंकि अब सिचुएशन थोड़ी बदल गई है। शुरू में आपको दिक्कत होगी पर आगे के लिए ये ही सही रहेगा। रिश्ते में स्पेस होना बहुत जरूरी है।
तो इन बातों को समझिए और दोस्ती की डोर को कमजोर मत होने दीजिए, बस तरीका बदलिए दोस्त नहीं।
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