भाजपा नेता बोले, आपातकाल थोपकर कांग्रेस ने की थी लोकतंत्र की हत्या

भाजपा नेता बोले, आपातकाल थोपकर कांग्रेस ने की थी लोकतंत्र की हत्या

सुलतानपुर। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को आपातकाल की 46वीं वर्षगांठ को काला दिवस के रूप में मनाया। भाजपा के सभी अधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने काला मास्क व गले में पट्टी बांधकर प्रतीकात्मक विरोध दर्ज कराया। इस मौके पर 12 लोकतंत्र रक्षकों को माल्यार्पण व अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया। वेबीनॉर को सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष डॉ आरए वर्मा ने कहा कि 1975 में आज ही के दिन कांग्रेस ने सत्ता के अहंकार में देश पर आपातकाल थोपकर विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र की हत्या की थी। हजारों सत्याग्रहियों को रातों-रात जेल की काल कोठरी में कैद कर प्रेस पर ताले जड़ दिए थे। नागरिकों के मौलिक अधिकार छीनकर संसद व न्यायालय को मूकदर्शक बना दिया गया।

 लोकतंत्र सेनानी डॉ अनन्त प्रकाश पांडेय ने कहा कि 25 जून, 1975 को देश संकट में नहीं था, बल्कि इन्दिरा गांधी, उनका परिवार और कांग्रेस संकट में थी। पूर्व जिलाध्यक्ष करूणा शंकर द्विवेदी ने कहा कि अपनी सत्ता को बचाने के लिए तानाशाही ढंग से तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आपातकाल घोषित किया।

 भाजपा जिलाध्यक्ष की अगुवाई में बढैयावीर पहुंचकर कार्यकर्ताओं ने आपातकाल के दौरान 22 महीने जेलों में बन्द रहे 77 वर्षीय लोकतंत्र रक्षक सेनानी आनन्द कृष्ण जायसवाल एवं उनकी पत्नी रामदुलारी को माल्यार्पण व अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया। उसके बाद अलीगंज बाजार में डॉ वीपी सिंह एवं पुत्ती लाल तिवारी को और डोमनपुर में डॉ अनन्त प्रकाश पांडेय, नरेंद्र सिंह, वीरेन्द्र सिंह, काशी राम यादव, भैया राम, गंगाराम यादव, रामलखन विश्वकर्मा, राजाराम कोरी, रामकरण गिरि को भी सम्मानित किया।