योगी बोले: हमें बताया गया कि आगरा के सर्किट हाऊस में भूत हैं

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नोएडा में कोई सीएम ना आए इसके लिए अफसरशाही ने एक अंधविश्वास फैलाया। इसी तरह आगरा के सर्किट हाऊस में भूतों का खौफ बताया गया....

योगी बोले: हमें बताया गया कि आगरा के सर्किट हाऊस में भूत हैं

आगरा। देश के प्रमुख औद्योगिक संगठन फिक्की की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नोएडा, आगरा और बिजनौर को मुख्यमंत्री के लिए 'मनहूस' शहर का तमगा अफसरशाही की देन है। उन्होंने कहा कि नोएडा हजारों करोड़ की लूट का अड्डा बना था। यहां मुख्यमंत्री ना आए इसलिए नोएडा को मनहूस को बताकर दूर रखा जाता था। इस मिथक को उन्होंने यह कहते हुए तोड़ दिया कि कुर्सी पर जिंदगी भर के लिए बैठने नहीं आया हूं। अगर नोएडा जाने मात्र से मुख्यमंत्री की कुर्सी कल जाती हो तो आज चली जाए लेकिन वह नोएडा जाकर रहेंगे। नतीजा सामने है कि एक मरता हुआ शहर आज जीवंत हो उठा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बेबाक अंदाज से प्रभावित उद्योगपतियों की तालियों से गोमतीनगर स्थित होटल का सभागार कई बार गूंजा।

आगरा के सर्किट हाऊस में भूतों का खौफ बताया गया

रौ में दिख रहे योगी ने कहा कि आगरा के सर्किट हाउस में भूत का खौफ दिखाकर रुकने नहीं दिया जाता था। इस पर योगी ने अफसरों से कहा कि वह आगरा के सर्किट हाउस में ही ठहरेंगे और भूतों के साथ संवाद करेंगे। वह रात में रुके और और भूतों की चहलकदमी का मिथ तोड़ा। इसी तरह बिजनौर के बारे में अफवाह उड़ा रखी थी कि वहां रात में सीएम का ठहरना अशुभ है। मुख्यमंत्री ने वहां रात बिताकर इस धारणा को भी खत्म किया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में बुंदेलखंड में भारत सरकार को टैंकर से पानी भेजना पड़ता था। आज हर घर में नल से पानी पहुंच रहा है।

यूपी की पहचान पर था संकट, आज विकसित राज्यों की दौड़ में

योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बीच के एक कालखंड को घोर अंधकार का युग कह सकते हैं। इस दौर ने उत्तर प्रदेश को एक बीमारू राज्य के रूप में बदल दिया था। न केवल प्रदेश बल्कि यहां के युवाओं के सामने पहचान का संकट खड़ा हो गया था। नई इंडस्ट्री तो छोड़िए पुरानी इंडस्ट्री भी जाने की तैयारी में थीं। माफियाओं का कब्जा था। आज ना तो किसी उद्यमी के पास फिरौती के लिए किसी में फोन करने का दम है और न ही कोई किसी फैक्ट्री को बंद करने की धमकी दे सकता है। 

यही जीरो टॉलरेंस नीति है जिसके दम पर आज उत्तर प्रदेश तेजी से विकसित राज्यों की तरफ अपने कदम बढ़ा रहा है। अपने इस मिशन में उन्होंने उद्योगपतियों से आवाहन किया कि वह यूपी की तरक्की में अपना हाथ बताएं और युवाओं को रोजगार दें। सरकारी योजनाओं का लाभ लें। सीएम इंटर्नशिप योजना की जानकारी देते हुए कहा कि पैसा सरकार देगी, प्रशिक्षण आप दें जिसका फायदा आपको ही मिलेगा। कार्यक्रम में मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह, फिक्की के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुभ्रकांत पांडा, महासचिव शैलेश पाठक, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनीस शाह, फिक्की यूपी चैप्टर के अध्यक्ष मनोज गुप्ता आदि मौजूद थे।

उद्योगपतियों को उपलब्धि बताकर साथ आने का किया आह्ववान

-पिछली सरकारों में नौकरशाही के बैरियर ने प्रदेश के विकास को बाधित किया
-सरकार बैंक का जमा-ऋण अनुपात 60 फीसदी तक ले जाएगी
-प्रदेश ने इज ऑफ डूइंग बिजनेस में दूसरा स्थान हासिल किया
-एंटी भू माफिया टास्क फोर्स गठित कर 64000 हेक्टेयर जमीन छुड़वा कर इंडस्ट्री को दी
-एमएसएमई और ओडीओपी ने तैयार किया देश में नया बाजार
-प्रदेश का निर्यात करीब दो लाख करोड़ रुपये पहुंच गया