चाय पीने से क्‍यों उड़ जाती है नींद? कौन-सी चाय सोने में करती है मदद

ज्‍यादातर लोग नींद भगाने के लिए चाय पीते हैं। कई लोग नींद भगाने के लिए सुबह उठते ही चाय पीते हैं। वहीं, कुछ लोग चाय के इस कदर शौकीन होते हैं कि दिनभर में कई चाय पी लेते हैं। लेकिन, क्‍या आप जानते हैं कि चाय में ऐसा क्‍या होता है, जो पीने पर नींद उड़ जाती है?

चाय पीने से क्‍यों उड़ जाती है नींद? कौन-सी चाय सोने में करती है मदद

हेल्थ डेस्क। देश में ऐसे लोगों की तादाद काफी ज्‍यादा है, जो सुबह उठते ही चाय पीने के शौकीन हैं। अमूमन लोग इसे बेड टी कहते हैं। वहीं, कुछ लोग चाय के इतने शौकीन होते हैं कि दिनभर में कई बार इसे पीते हैं।  ज्‍यादातर घरों में मेहमानों का स्‍वागत तो बिना चाय के हो ही नहीं सकता है। ऑफिस में लोग थकान और नींद को भगाने के लिए चाय का ही सहारा लेते हैं। लेकिन, क्‍या आप जानते हैं कि चाय में ऐसा क्‍या है, जो इसे पीने पर नींद और थकान मिट जाती है? इसमें ऐसा क्‍या है, जो ज्‍यादातर लोगों को चाय की आदत पड़ जाती है? हम आपको ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब यहां दे रहे हैं।

चाय में बहुत अधिक मात्रा में कैफीन होती है। ये खास तरह का स्टिम्‍युलेंट होता है। इसीलिए जब चाय पी जाती है तो नींद व थकान मिट जाती है और लोग तरोताजा महसूस करने लगते हैं। हालांकि, गलत समय पर और गलत तरीके से ज्‍यादा चाय पीने के कारण आपका स्‍लीपिंग सायकल बिगड़ सकता है। इससे कई तरह की बामारियों का खतरा बढ़ जाता है। ज्‍यादा चाय पीने से सबसे ज्‍यादा खतरा तनाव, अनिद्रा और उदासी बढ़ने का रहता है। यही नहीं, चाय में मौजूद कैफीन की ज्‍यादा मात्रा आपके दिमाग पर भी बुरा असर डाल सकती है।

सुबह चाय पीना नुकसानदायक क्‍यों

डॉक्‍टर्स के मुताबिक, सुबह उठते ही खाली पेट चाय पीना स्वास्थ के लिए बेहद नुकसानदायक हो सकता है। सुबह उठते ही बिना ब्रश किए सीधे चाय पीने पर कई बैक्टीरिया मुंह से पेट में पहुंच जाते हैं। इससे शरीर में डिहाइड्रेशन की दिक्‍कत पैदा हो सकती है। वहीं, चाय में पाए जाने वाले टैनिक एसिड की वजह से पेट फूलने की समस्या भी हो सकती है।  वहीं, रात में चाय पीने पर नींद उड़ना भी काफी नुकसानदायक हो सकता है। डॉक्‍टर्स का कहना है कि रोजाना 7 या 8 घंटे की नींद नहीं मिलने पर मधुमेह, वजन बढ़ना, उच्च रक्तचाप, अवसाद, हृदय रोग और हार्ट स्ट्रोक जैसी गंभीर स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याएं खड़ी हो सकती हैं।

क्‍यों बार-बार होती है चाय की तलब

चाय में पाया जाने वाला निकोटिन इसकी आदत पड़ने के लिए जिम्‍मेदार होता है। यही निकोटीन तंबाकू उत्‍पादों में भी पाया जाता है।  चाय पीने पर निकोटिन के कारण ही आपको तनाव में कमी महसूस होती है और आप जागते रहते हैं। अगर कोई व्‍यक्ति किसी भी तरीके से रोजाना निकोटिन ले रहा है तो उसे उस प्रोडक्‍ट की जल्‍द ही लत लग जाती है। इसीलिए ज्‍यादातर लोगों को धीरे-धीरे चाय की आदत से पड़ जाती है। कई लोगों की बिना चाय पिये नींद ही नहीं खुलती तो कुछ को दिन में कई बार चाय की जरूरत महसूस होने लगती है।

क्‍या कोई चाय है सोने में मददगार

कुछ लोगों को सोने से पहले चाय पीने की आदत होती है।  अगर आप सोने से कुछ घंटे पहले चाय पीते हैं तो ये फायदेमंद हो सकती है।  वहीं, अगर आपको आसानी से नींद नहीं आती है तो कुछ चाय सोने में आपकी मदद भी कर सकती हैं। लेमन बाम टी, पैशनफ्लावर टी, मेलाटोनिन टी और कावा चाय नींद लाने में मददगार होती हैं।  इसके अलावा कैमोमाइल टी, मेलाटोनिन टी और वेलेरियन रूट टी नींद की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करती हैं। दुनियाभर में ऐसी कई चाय मिलती हैं, जो नींद लाने में और गुणवत्‍ता सुधारने में मदद करती हैं।