प्रधानमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की आधारशिला रखते हुए रिमोट दबाकर किया शिलान्यास

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक दिवसीय दौरे पर शनिवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे। उन्होंने गंजारी में 451 करोड़ की लागत से 30.66 एकड़ में बनने वाले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की आधारशिला रखते हुए रिमोट दबाकर शिलान्यास किया...

प्रधानमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की आधारशिला रखते हुए रिमोट दबाकर किया शिलान्यास

वाराणसी सिटी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक दिवसीय दौरे पर शनिवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे। उन्होंने गंजारी में 451 करोड़ की लागत से 30.66 एकड़ में बनने वाले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की आधारशिला रखते हुए रिमोट दबाकर शिलान्यास किया। उन्होंने काशीवासियों को अपना परिवारजनो कह कर संबोधित करते हुए कहा कि आज क्रिकेट के जरिए दुनिया भारत से जुड़ रही है। इस स्टेडियम के बन जाने से 30 हजार से अधिक लोग एक साथ बैठकर मैच देख सकेंगे। इस स्टेडियम के बन जाने से खेलों को लोकप्रिय बनाने और युवाओं के बीच खेल प्रतिभा को निखारने में मदद मिलेगी।  प्रधानमंत्री ने कहा कि जब खेल के बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जाता है, तो इसका न केवल युवा खेल प्रतिभाओं के पोषण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था के लिए भी यह अच्छा संकेत होता है। उन्होंने कहा सरकार की ओर से भी देश के कोने-कोने में ख‍िलाड़‍ियों की पहचान की जा रही है। सरकार हर संभव मदद दे रही है। देश में जो नया स्पोर्ट्स इंफ्रेस्‍टेक्‍चर तैयार हो रहा है उसका लाभ बेट‍ियों को म‍िलेगा।

अब बेट‍ियों को स्‍पोर्टस की ट्रेन‍िंग के ल‍िए दूर नहीं जाना होगा। इसी के साथ जो नई एजुकेशन पॉल‍िसी बनाई गई है, उसमें भी स्‍पोर्टस को एक अहम स्‍थान द‍िया गया है। देश के सभी राज्‍यों में स्‍पोर्टस को बढ़ावा द‍िया जा रहा है। उत्‍तर प्रदेश को भी खेलों को बढ़ावा देने के ल‍िए हजारों करोड़ रुपये का बजट द‍िया गया है। उन्होंने कहा कि वाराणसी के सिगरा में पहले से बन रहे स्टेडियम पर 400 करोड़ की लागत खर्च की जा रही है। इस स्‍टेडियम में 50 से अधिक खेलों की सुविधा मिलेगी। देश का पहला बहुस्‍तरीय कांप्‍लेक्‍स होगा जो दिव्‍यांग जनों के लिए समर्पित है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ समय पहले ही भारत ने वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में भारत ने इतिहास रचा है। आज से शुरू हो रहे एशियन गेम्स में भाग ले रहे सभी प्रतिभागियों को उन्होंने बधाई व शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि भारत के हर गली में प्रतिभाएं मौजूद हैं, जरूरत उनको तलाशने व तराशने की है। आज खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देने के लिये कोच को भी सम्मानित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि देश के दूर-दूर कोने में भी खिलाड़ियों को सुविधाएं देने की व्यवस्था की जा रही है नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति में खेल को भी अन्य सभी कोर्सों विज्ञान, कॉमर्स अन्य के बराबर रखते हुए विषय के रूप में पढ़ाना सुनिश्चित किया गया है। नौ वर्ष पहले की तुलना में इस वर्ष केंद्रीय खेल बजट तीन गुना बढ़ाया गया है। खेलो इंडिया प्रोग्राम के बजट में तो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 70 फीसदी की वृद्धि की गई है। उन्होंने कहा कि स्टेडियम भगवान की थीम पर बनेगा। खेल को लेकर समाज की सोच बदली है। आज जो खेलेगा वही खिलेगा। आज क्रिकेट के जरिए दुनिया भारत से जुड़ रही है। नए-नए देश क्रिकेट खेलने के लिए आगे आ रहे हैं।

जाहिर है कि आने वाले दिनों में क्रिकेट मैचों की संख्या बढ़ने वाली है। जब मैचों की संख्या बढ़ेगी तो नए स्टेडियमों की जरूरत भी पड़ेगी। तब बनारस का ये अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम इस डिमांड को पूरा करेगा। ये पूरे पूर्वांचल का चमकता हुआ सितारा बनने वाला है। उन्होंने कहा कि महादेव के नगरी में ये स्टेडियम और इसकी डिजाइन स्वयं महादेव को ही समर्पित है। इसमें किक्रेट के एक से बढ़कर एक मैच होंगे। उन्होंने बताया कि मणिपुर में नैशनल स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी, मेरठ में भी मेजर ध्यानचंद खेल विश्व विद्यालय बनाया जा रहा है।भारत में भी अंतर्राष्ट्रीय खेलों के आयोजन हेतु सेंटर बनाये जाने पर उन्होंने विशेष जोर देते हुए कहा कि ताकि बड़े खेलों के साक्षी हमारे स्टेडियम बन सकें। उन्होंने कहा कि आज एक ऐसे दिन काशी आया हूं, जब चंद्रमा के शिव शक्ति बिंदु तक पहुंचने का भारत का एक महीना पूरा हो रहा है। शिव शक्ति यानी वो स्थान जहां बीते महीने की 23 तारीख को हमारा चंद्रयान लैंड हुआ था। एक शिव शक्ति का स्थान चंद्रमा पर है और दूसरा स्थान मेरी काशी में है। काशी के कायाकल्प को इसी तरह विकास कार्य करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि बनने वाला यह स्टेडियम केवल ईंट, कंक्रीट नहीं रहेगा, बल्कि भविष्य की हमारी प्रतिभाओं को रोशन करने का काम करेगा।

 कार्यक्रम में भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष दिलीप सिंह पटेल, प्रदेश कोषाध्यक्ष मनीष कपूर, पूर्व विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह, अशोक चौरसिया, सुशील त्रिपाठी, संतोष पटेल, नागेंद्र रघुवंशी, राकेश शर्मा, डॉ सुदामा पटेल, क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी नवरतन राठी, संतोष सोलापुरकर, संजय सोनकर, राजेश राजभर, नंद जी पांडेय, प्रवीण सिंह गौतम, जेपी दूबे, डॉ अशोक राय, अनिल श्रीवास्तव, रामप्रकाश दुबे, विनिता सिंह, नवीन कपूर, जगदीश त्रिपाठी, शैलेन्द्र मिश्रा, प्रभात सिंह,जेपी सिंह, संजय सिंह, पवन सिंह, वंश नारायण पटेल, संदीप केशरी, आलोक श्रीवास्तव, अभिषेक मिश्रा, एड. अशोक कुमार, नरसिंह दास, पुष्पेन्द्र प्रताप सिंह, महेंद्र सिंह गौतम, शैलेंश पांडेय, शिवानंद राय आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

 बताते चलें कि गंजारी में बनने वाले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की थीम धार्मिक होगी। यह देश का पहला स्टेडियम होगा, जिसके भवन व डिजाइन में भगवान भोले शंकर और उनकी नगरी काशी की झलक देखने को मिलेगी। स्टेडियम दर्शनीय व आधुनिक सुविधा, संसाधनों से लैस होगा। 30.86 एकड़ में बनने वाले स्टेडियम में एक साथ तीस हजार दर्शक बैठ सकेंगे। पहले चरण में स्टेडियम के साथ पार्किंग व एक प्रैक्टिस पिच बनाई जा रही है। स्टेडियम निर्माण पर 451 करोड़ रुपये खर्च होंगे। राज्य सरकार ने जमीन अधिग्रहण पर 121 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। बीसीसीआई 330 करोड़ रुपये खर्च करके स्टेडियम का निर्माण कराएगा।उत्तर प्रदेश में कानपुर और लखनऊ के बाद यह तीसरा स्टेडियम होगा, जहां अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेले जाएंगे। कानपुर में ग्रीन पार्क और लखनऊ में अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम पहले से हैं। 30 माह तक स्टेडियम के निर्माण का लक्ष्य है। राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय मैचों के अलावा बैडमिंटन, टेबल टेनिस, तैराकी, आत्मरक्षा के सभी खेलों की भी सुविधाएं मिलेंगी। स्टेडियम में होने मैचों के लाइव प्रसारण के लिए 2000 स्क्वायर फिट का ब्रॉडकास्ट रूम (बीसीआर) बनाया जाएगा। सैटेलाइट अप लिंक क्षेत्र के लिए 20 गुना 20 फीट पल्स 12 गुना 12 फीट का कमरा होगा।काशी का यह स्टेडियम पूर्वांचल ही नहीं सटे हुए बिहार, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के युवा खिलाड़ियों के हुनर को निखारने का बेहतरीन केंद्र बनेगा।  इससे पूर्व प्रधानमंत्री का बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, सांसद बीपी सरोज, महापौर अशोक तिवारी, कमिश्नर कौशल राज शर्मा सहित लाभार्थी महिलाओं ने उनका स्वागत एवं अगवानी की।