नवरात्रि खास: बनारस बना मिनी बंगाल, कहीं केदारनाथ कॉरिडोर तो कहीं राम मंदिर की झांकी

शहर मे कई स्थानों पर नवरात्री के सप्तमी अष्टमी और नवमी तिथि के लिए पूजा पंडाल का काम शुरू हो गया है। जिसमे हथुआ मार्केट, अर्दली बाजार, शिवपुर, राजघाट मे श्री गणेश जी के पूजन के साथ ही पंडाल ने आकर लेना शुरू कर दिया है। सनातन धर्म पूजा पंडाल के समिति के मेंबर सूरज जयसवाल ने बताया कि....

नवरात्रि खास: बनारस बना मिनी बंगाल, कहीं केदारनाथ कॉरिडोर तो कहीं राम मंदिर की झांकी

वाराणसी सिटी। महादेव की नगरी काशी में आदिशक्ति मां दुर्गा की आराधना का उत्सव धीरे धीरे रंग अब बिखरने लगा है। दशहरे के महोत्सव के दौरान पूरी काशी को मिनी बंगाल के रूप में सजाने संवारने की तैयारी शुरू हो गई है। मान्यता है कि कोलकाता के बाद वाराणसी की दुर्गापूजा विश्व भर में प्रसिद्द है। हर बार की तरह इस बार भी सनातन धर्म इंटर कॉलेज का पंडाल और मां की प्रतिमा काशी ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश के लिए आकर्षण का केंद्र होगी।

आदियोगी महादेव की नगरी काशी में आदिशक्ति की आराधना के उत्सव का रंग अब चढ़ने लगा है। दशहरा पर्व के अवसर पर काशी को मिनी बंगाल के रूप मे सजाने संवारने की तैयारी अत्यंत जोर शोर से शुरू हो गई है। हर वर्ष काशी का मुख्य आकर्षण का केंद्र सनातन धर्म इंटर कॉलेज का पंडाल रहा है। लेकिन इस बार संतान धर्म इंटर कॉलेज का पूजा पंडाल वाराणसी ही नही बल्कि पूरे यूपी के आकर्षण केंद्र होगा। यहां पर पूजा पंडाल को केदारनाथ कॉरिडोर का आकार दिया जाएगा और मां दुर्गा की 24 फिट ऊंची प्रतिमा स्थापित की जाएगी।

शहर मे कई स्थानों पर नवरात्री के सप्तमी अष्टमी और नवमी तिथि के लिए पूजा पंडाल का काम शुरू हो गया है। जिसमे हथुआ मार्केट, अर्दली बाजार, शिवपुर, राजघाट मे श्री गणेश जी के पूजन के साथ ही पंडाल ने आकर लेना शुरू कर दिया है। सनातन धर्म पूजा पंडाल के समिति के मेंबर सूरज जयसवाल ने बताया कि इस बार सनातन धर्म इंटर कॉलेज में बनाने वाले पंडाल को केदारनाथ कॉरिडोर का रूप दिया जा रहा है।

स्वचालित प्रतिमा प्रदर्शन भी आकर्षण का केंद्र

इस बार सनातन धर्म के पूजा पंडाल में 300 वर्ग फिट में केदारनाथ धाम का निर्माण होगा और इस धाम में मां दुर्गा की 24 फिट ऊंची प्रतिमा स्थापित की जाएगी। यह प्रतिमा पूरे प्रदेश में सबसे ऊंची प्रतिमाओं में से एक होगी। इससे ऊंची प्रतिमा अब तक पूरे प्रदेश में कहीं भी स्थापित नहीं की गई है। मूर्तिकार भी इस प्रतिमा को अब अंतिम रूप देने में लग गए है। पंडाल में मां दुर्गा का महिषासुर मर्दिनी वाली मुद्रा में स्वचालित प्रदर्शन भी आकर्षण का केंद्र बना रहेगा।

काशी में राम मंदिर और आदित्य एल-1 की झलक

वाराणसी शहर के अलग - अलग हिस्सों में थीम आधारित पूजा पंडाल की तैयारी बहुत जोर शोर से पूरी की जा रही हैं। कही आदित्य एल -1 की झांकी होगी, तो कहीं चंद्रयान। कई पंडालों में राम मंदिर के भी दर्शन होंगे। पंडालों और मां की प्रतिमा की तैयारी को कारीगर अब आकार देना शुरु कर दिया है।

मैदागिन स्थित टाउनहाल में सार्वजनिक दुर्गात्सव समिति के ओर से आठ वर्ष के बाद पुनः मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। 2015 अन्याय प्रतिकार यात्रा के बाद से टाउनहाल में मां का पूजन कलश पूजन व  धातु की बनी प्रतिमा का पूजन हो रहा था, मिट्टी की बनी प्रतिमा नहीं स्थापित की जा रही थी।  केंद्रीय पूजा समिति के अध्यक्ष तिलकराज मिश्र ने बताया की समिति के कई सदस्यो के नाम अन्याय प्रतिकार यात्रा मामले के मुकदमे मे शामिल था। अब सभी सदस्यों पर से मुकदमा हटा लिया गया है। इसलिए समिति ने इस वर्ष पुनः प्रतिमा स्थापित करने का निर्णय लिया है।

समिति की ओर से वर्ष 1969 से टाउनहाल में नौ दिनों मां दुर्गा की पूजा होती रही है। सबसे पहले टाउनहॉल मे मां दुर्गा की प्रतिमा रखी जाएगी। इसके अलावा शारदा विद्यामंदिर, नवापुरा दुर्गा समिति, दारानगर दुर्गा पूजा समिति, एसबी दुर्गात्सव समिति, बड़ा गणेश में नौ दिनों मां दुर्गा की पूजा होती है।