वजन घटाने के लिए सही नहीं है लो कैलोरी डाइट, न्यूट्रिशन विनीता से जानें इसके कारण

वेट लॉस के लिए अक्सर लोग लो-कैलोरी डाइट को फॉलो करते हैं। लो-कैलोरी डाइट क्या होती है और क्या इससे वाकई वजन घटता हैं, इस बारे में एक्सपर्ट से जानते हैं...

वजन घटाने के लिए सही नहीं है लो कैलोरी डाइट, न्यूट्रिशन विनीता से जानें इसके कारण

हेल्थ डेस्क। आज के वक्त में मोटापे से काफी लोग परेशान हैं। यही वजह है कि वेट लॉस के लिए लोग कई तरीके ढूंढते हैं। जब भी वेट लॉस की बात होती है, लोग अक्सर जल्दी से जल्दी वजन घटाकर फिट होना चाहते हैं। इसी जल्दबाजी में कई बार लोग गलत डाइट को चुनने की गलती कर बैठते हैं, जिससे कुछ समय के लिए तो वजन जरूर जल्दी घटता है, लेकिन फिर वेट लॉस होना रूक जाता है। साथ ही इससे शरीर को भी नुकसान पहुंचता है। वजन घटाने के लिए आपको सही डाइट को फॉलो करना होगा। इसके अलावा एक्सरसाइज, सही लाइफस्टाइल और पेशेंस भी जरूरी है। वेट लॉस के लिए आजकल लो कैलोरी डाइट काफी चलन में है। लो कैलोरी डाइट क्या होती है और क्या इससे वाकई वजन घटता हैं, इस बारे में न्यूट्रिशन विनीता सिन्हा से जानते हैं। न्यूट्रिशन विनीता सिन्हा न्यूट्रिशन को फॉलो कर वह लोगों को सही डाइट चुनने और हेल्दी रहने में मदद करती हैं।

क्या होती है लो-कैलोरी डाइट?

लो-कैलोरी डाइट को लोग आजकल जल्दी वजन घटाने के लिए फॉलो करने लगे हैं। लो-कैलोरी डाइट में शरीर में मेंटेंन रहने के लिए, फंक्शन करने के लिए जितनी कैलोरी चाहिए, उससे कम दी जाती हैं। इससे आपकी बॉडी जमा किए हुए फैट को एनर्जी में बदलकर, शरीर को फंक्शन करने में मदद करती है। जिससे वेट लॉस होता है। हालांकि इससे कई नुकसान होते हैं, और एक्सपर्ट इसे न अपनाने की सलाह देती हैं। एक्सपर्ट की मानें तो लो-कैलोरी डाइट से भले ही शुरुआत में आपका वजन कम होगा लेकिन यह वेट लॉस लंबे समय के लिए नहीं होगा।

लो-कैलोरी डाइट के नुकसान

लो-कैलोरी डाइट से कई बार मसल लॉस हो सकता है। खासकर, अगर आपकी डाइट में प्रोटीन की कमी हो तो मसल मास कम होने लगता है। 

इसकी वजह से मेटाबॉलिक रेट स्लो हो जाता है और वजन घटाने में मुश्किल हो सकती है।

मसल मास कम होने के कारण, शरीर की स्ट्रेंथ भी कम होने लगती है और कमजोरी आने लगती है।

जब आप लो-कैलोरी डाइट को फॉलो करते हैं, तो आपका पेट ठीक से नहीं भरता है।

इसकी वजह से आपको भूख लगती है, क्रेविंग्स होती हैं। जिसके चलते आप कई बार ओवरईटिंग कर बैठते हैं।

कैलोरी इनटेक को कम कर देने से शरीर में हंगर हार्मोन्स बढ़ने लगते हैं, जिससे आप लंबे समय तक डाइट प्लान फॉलो नहीं कर पाते हैं।

शरीर को सही तरह से फंक्शन करने के लिए कई न्यूट्रिशन्स और विटामिन्स की जरूरत होती है। जब आप कैलोरी लेने में कमी करते हैं, तो शरीर में न्यूट्रिशन्स की कमी हो सकती है।

लो कैलोरी डाइट में पोर्शन कंट्रोल पर बहुत ध्यान दिया जाता है। कई बार किसी फूड ग्रुप को पूरी तरह से डाइट से हटा दिया जाता है। ऐसे में इसे फॉलो करना बहुत मुश्किल हो जाता है।

लोग लंबे समय तक इसे फॉलो नहीं कर पाते हैं और अगर करने की कोशिश भी करते हैं, तो अक्सर बीमारियां उन्हें घेर लेती हैं।

वेट लॉस के लिए हेल्दी और बैलेंस डाइट ही सबसे अच्छा विकल्प है।